पश्चिम बंगाल में बारिश के कहर से 10 लोगों की मौत, 39 सालों का टुटा रिकॉर्ड, हवाई, रेल और मेट्रो सेवाए प्रभावित

पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता और उसके आसपास के जिलों में हुई भारी बारिश ने जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया है। 39 साल बाद एक दिन में रिकॉर्ड बारिश दर्ज की गई, जिससे अब तक 10 लोगों की मौत हो चुकी है। इनमें से 8 मौतें अकेले कोलकाता में हुई हैं, जिनमें ज्यादातर की वजह करंट लगना बताई जा रही है। शहर के कई इलाके पानी में डूबे हैं, यातायात प्रभावित है और स्कूल-कॉलेज बंद कर दिए गए हैं।

10 people killed in West Bengal rains

8 मौतों का जिम्मेदार CESC लिमिटेड: ममता बनर्जी

 

मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने इन दुर्घटनाओं के लिए संजीव गोयनका के स्वामित्व वाली निजी बिजली उत्पादन-सह-वितरण कंपनी, CESC लिमिटेड को जिम्मेदार ठहराया है. उन्होंने कहा है कि अगर कंपनी प्रबंधन ने अपने बुनियादी ढाँचे के विकास कार्यों की उपेक्षा नहीं की होती, तो इन मौतों को टाला जा सकता था.

 

CESC के कार्यकारी निदेशक ने क्या कहा?

CESC के कार्यकारी निदेशक अविजीत घोष ने कहा कि आठ मौतों की जांच की गई है। जांच में सामने आया कि इनमें से ज्यादातर हादसे लोगों के घरों के अंदर तारों की खराबी की वजह से हुए। दो मामले स्ट्रीट लाइट के खंभों से जुड़े थे, जिनका रखरखाव आमतौर पर CESC नहीं करता। एक घटना सिग्नल कियोस्क पर हुई। उन्होंने कहा कि कंपनी आगे और ज्यादा सतर्क रहेगी ताकि ऐसी घटनाएं दोबारा न हों।

 

39 सालों का टुटा रिकॉर्ड:

कोलकाता में इस बार बारिश ने 39 साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया। मौसम विभाग के मुताबिक, सोमवार रात से मंगलवार सुबह तक सिर्फ 6 घंटों में इतनी बारिश हुई, जितनी पहले कभी नहीं देखी गई। 24 घंटों में औसतन 247.4 मिमी बारिश दर्ज की गई, जबकि कुछ जगहों पर यह 300 मिमी से भी ज्यादा रही। यह शहर का छठा सबसे बड़ा बारिश का रिकॉर्ड है। विशेषज्ञों का कहना है कि अगर सिर्फ 2 मिमी और बारिश होती, तो इसे बादल फटना माना जाता।

 

कलकत्ता हाईकोर्ट में कर्मचारी और वकील पहुंचने में असमर्थ:

भारी बारिश और जलभराव के कारण मंगलवार को कलकत्ता हाईकोर्ट में न तो कर्मचारी पहुँच पाए और न ही वकील। सुबह 10:30 बजे अदालत शुरू हुई, लेकिन ज्यादातर कर्मचारी और वकील नदारद रहे। कुछ ही मामलों की सुनवाई कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश सौमेन सेन ने की, लेकिन बाकी जज बिना सुनवाई लौट गए। दोपहर में भी जब सुनवाई फिर शुरू करने की कोशिश हुई तो अदालत में वकील मौजूद नहीं थे। तीन वकील संघों ने मुख्य न्यायाधीश को पत्र लिखकर कहा कि बारिश की वजह से वकील अदालत नहीं आ पा रहे हैं और सुनवाई स्थगित की जाए। उन्होंने यह भी आग्रह किया कि जिन मामलों की सुनवाई नहीं हो पाई, उन्हें सूची से हटाया न जाए। उच्च न्यायालय के सूत्रों के अनुसार, न्यायाधीशों ने वकील संघों के प्रस्ताव को स्वीकार कर लिया।

 

यातायात सेवाए हुई बाधित:

कोलकाता में इतनी भारी बारिश के बाद कई सड़कों पर पानी भर गया, जिन पर पहले कभी जलभराव नहीं होता था। शहर के कई मेडिकल कॉलेजों और अस्पतालों में पानी घुस गया, लेकिन अधिकारियों का कहना है कि चिकित्सा सेवाओं पर असर नहीं पड़ा। वहीं, पूर्वी रेलवे के सियालदह खंड पर भी पानी जमा होने से कई ट्रेनें देर से चलीं और कुछ रद्द कर दी गईं।

 

60 से अधिक उड़ानें रद्द, 42 अन्य उड़ानें विलंबित:

कोलकाता में रात भर हुई भारी बारिश के कारण शहर के हवाई अड्डे पर 60 से अधिक उड़ानें रद्द कर दी गईं और 42 उड़ानें देरी से चलीं। इसमें 30 आगमन और 32 प्रस्थान उड़ानें रद्द हुईं, जबकि लगभग 11 आगमन और 31 प्रस्थान उड़ानें विलंबित रहीं।

 

पूजा पंडाल अचानक आई बाढ़ से प्रभावित:

इस रविवार से शुरू होने वाली दुर्गा पूजा की तैयारियाँ भारी बारिश और बाढ़ के कारण प्रभावित हो गईं। शहर में आई बाढ़ ने 3,000 से ज्यादा पंडालों को नुकसान पहुँचाया। अंतिम समय में की गई सजावट और कलाकृतियाँ बिखर गईं, जिससे त्योहार का उत्साह निराशा में बदल गया। फोरम फॉर दुर्गोत्सव के महासचिव शाश्वत बसु ने कहा कि जब पानी कम हुआ, तो देखा कि पंडालों की बारीकी से तैयार की गई कलाकृतियाँ बर्बाद हो गई थीं।

 

BJP और TMC के बीच राजनीतिक घमासान:

भारी बारिश और बाढ़ को लेकर बंगाल में भाजपा और तृणमूल कांग्रेस के बीच राजनीतिक झड़प शुरू हो गई है। भाजपा ने सोशल मीडिया पर कोलकाता की जलमग्न सड़कों की तस्वीरें और वीडियो पोस्ट करते हुए टीएमसी पर नगर निगम में भ्रष्टाचार का आरोप लगाया। इसके जवाब में तृणमूल कांग्रेस ने भाजपा की आलोचना करते हुए कहा कि वह लोगों के दर्द को राजनीति के लिए इस्तेमाल कर रही है।

 

राजनीतिक दलों ने रद्द किये कार्यक्रम:

रात भर हुई भारी बारिश और जलभराव के कारण कोलकाता में मंगलवार को सभी राजनीतिक कार्यक्रम रद्द कर दिए गए। सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस ने अपने कार्यक्रम नहीं किए, और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भी दुर्गा पूजा मंडपों के उद्घाटन को स्थगित कर बुधवार से शुरू करने की घोषणा की।

 

कोलकाता में अभी भी भारी बारिश की संभावना:

मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि आने वाले दिनों में कोलकाता और दक्षिण बंगाल के कई जिलों में भारी बारिश हो सकती है। इसका कारण बंगाल की खाड़ी के उत्तर-पूर्व में बना कम दबाव का क्षेत्र है, जो उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ रहा है। इसके असर से हल्की से मध्यम बारिश के साथ कई जगहों पर भारी से बहुत भारी बारिश होने की संभावना है।

 

ओडिशा में भी अलर्ट:

ओडिशा समेत महाराष्ट्र, तेलंगाना और पश्चिम बंगाल के कई हिस्सों में अगले 24 से 48 घंटों तक तेज बारिश की संभावना जताई गई है। मौसम विभाग ने ओडिशा के कई जिलों में ऑरेंज और येलो अलर्ट जारी किया है। यहां भारी से बहुत भारी बारिश हो सकती है। लोगों को सतर्क रहने, सुरक्षित जगह पर रहने और अनावश्यक रूप से घर से बाहर न निकलने की सलाह दी गई है।

 

निष्कर्ष:

कोलकाता और आसपास के जिलों में भारी बारिश और जलभराव ने शहर की सामान्य जीवन-यात्रा को पूरी तरह प्रभावित कर दिया है। इस आपदा ने न केवल जनहानि और संपत्ति को नुकसान पहुँचाया है, बल्कि शहर के प्रशासन और नागरिकों के लिए चुनौतीपूर्ण परिस्थितियाँ पैदा की हैं। मौसम विभाग की चेतावनियों और सतर्कता के बावजूद, लोगों की सुरक्षा और अव्यवस्था से निपटना अभी भी प्राथमिकता बनी हुई है।