अबू धाबी में मंगलवार को IPL 2026 के लिए आयोजित मिनी नीलामी में कई चौंकाने वाले सौदे देखने को मिले। 10 टीमों ने कुल 156 खिलाड़ियों पर बोलियां लगाईं और 215.45 करोड़ रुपये खर्च करके 77 क्रिकेटरों को अपनी टीम में शामिल किया। इनमें 48 भारतीय और 29 विदेशी खिलाड़ी रहे। 26 मार्च से शुरू होने वाले इस मेगा टूर्नामेंट के लिए खिलाड़ियों की खरीददारी ने कई रिकॉर्ड बनाए और कुछ आश्चर्यजनक परिणाम सामने आए।
इस नीलामी में सबसे बड़ा आकर्षण अनकैप्ड भारतीय खिलाड़ियों की रिकॉर्ड कीमतें रहीं। 20 वर्षीय प्रशांत वीर और 19 वर्षीय कार्तिक शर्मा दोनों को 14.20 करोड़ रुपये में चेन्नई सुपर किंग्स ने खरीदा, जो किसी भी अनकैप्ड भारतीय खिलाड़ी के लिए IPL इतिहास का सर्वोच्च मूल्य है। इससे पहले यह रिकॉर्ड 2022 में आवेश खान के नाम था, जो 10 करोड़ रुपये में बिके थे।
नीलामी के प्रमुख आंकड़े
नीलामी में कुल 23 तेज गेंदबाज, 9 स्पिनर, 12 विकेटकीपर, 10 बल्लेबाज और 23 ऑलराउंडर खरीदे गए। कोलकाता नाइट राइडर्स ने सर्वाधिक 13 खिलाड़ी खरीदे, जबकि पंजाब किंग्स ने न्यूनतम 4 खिलाड़ियों की खरीददारी की। मुंबई इंडियंस ने सबसे कम 2.20 करोड़ रुपये खर्च किए।
ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों ने एक बार फिर अपना वर्चस्व स्थापित किया। केवल 6 ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटरों ने 45.70 करोड़ रुपये की कमाई की, जिसका औसत प्रति खिलाड़ी 7.50 करोड़ रुपये से अधिक रहा। कैमरन ग्रीन 25.20 करोड़ रुपये में कोलकाता नाइट राइडर्स द्वारा खरीदे जाकर टूर्नामेंट के इतिहास में सबसे महंगे विदेशी खिलाड़ी बन गए।
ऑलराउंडरों और पेसरों की मांग
मिनी नीलामी में ऑलराउंडरों का साफ दबदबा रहा। कुल 23 ऑलराउंडर खरीदे गए जिनमें से 12 करोड़पति बने, और इनमें से 6 की कीमत 5 करोड़ रुपये से अधिक रही। ऑलराउंडरों पर कुल 63.77 करोड़ रुपये खर्च किए गए, जिसमें प्रशांत वीर 14.20 करोड़ रुपये में सबसे महंगे रहे।
तेज गेंदबाजों की भी जबरदस्त डिमांड देखी गई। 23 पेसर 48.50 करोड़ रुपये में बिके, जिनमें से 13 करोड़पति बने। श्रीलंका के मथीश पथिराना 18 करोड़ रुपये में कोलकाता का हिस्सा बने।
विकेटकीपर बल्लेबाजों ने भी सभी को चौंकाया। 12 विकेटकीपर 38.60 करोड़ रुपये में खरीदे गए, जिनमें से 10 करोड़पति बने। वहीं, केवल 10 शुद्ध बल्लेबाज 36.55 करोड़ रुपये में बिके, जिसमें ग्रीन को छोड़ दें तो बाकी 9 की कीमत मात्र 11.35 करोड़ रुपये रही।
स्पिन गेंदबाजों की मांग सबसे कम रही। केवल 9 स्पिनर 16.20 करोड़ रुपये में बिके, जिनमें सिर्फ 3 की कीमत 1 करोड़ रुपये पार कर पाई। रवि बिश्नोई 7.20 करोड़ रुपये के साथ सबसे महंगे स्पिनर रहे।
स्थानीय अनकैप्ड प्रतिभाओं पर फोकस
IPL की मिनी नीलामी में हमेशा अनकैप्ड खिलाड़ी चर्चा में रहते हैं, लेकिन इस बार यह प्रवृत्ति और मजबूत हुई। 48 भारतीय खिलाड़ियों में से 39 ऐसे थे जिन्होंने अभी तक अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पदार्पण नहीं किया है। इसके बावजूद शीर्ष 5 अनकैप्ड भारतीयों पर 45 करोड़ रुपये खर्च किए गए।
दो अनकैप्ड खिलाड़ियों – प्रशांत वीर और कार्तिक शर्मा – की कीमत 14 करोड़ रुपये से अधिक रही, जो IPL इतिहास में एक रिकॉर्ड है। जम्मू-कश्मीर के आकिब नबी 8.40 करोड़ रुपये में दिल्ली कैपिटल्स का हिस्सा बने, जबकि मध्य प्रदेश के मंगेश यादव को 5.20 करोड़ रुपये में RCB ने खरीदा। दिल्ली के तेजस्वी सिंह को KKR ने 3 करोड़ रुपये में अपनाया।
ऑस्ट्रेलिया के भी एक अनकैप्ड खिलाड़ी – पेस बॉलिंग ऑलराउंडर जैक एडवर्ड्स – को 3 करोड़ रुपये में सनराइजर्स हैदराबाद ने खरीदा। कुल मिलाकर 10 अनकैप्ड क्रिकेटर करोड़पति बने, जबकि 30 की कीमत 30 से 95 लाख रुपये के बीच रही।
पावर हिटिंग – अनिवार्य कौशल
नीलामी में पावर हिटिंग क्षमता वाले खिलाड़ियों की सर्वाधिक मांग देखी गई। ऑलराउंडरों पर सबसे ज्यादा खर्च होने का मुख्य कारण उनकी विस्फोटक बल्लेबाजी थी। विकेटकीपरों और बल्लेबाजों में भी केवल वे खिलाड़ी करोड़पति बने जिनकी पावर हिटिंग क्षमता असाधारण थी।
10 करोड़ रुपये से अधिक कीमत पाने वाले केवल 4 बल्लेबाज – कैमरन ग्रीन, कार्तिक शर्मा, प्रशांत वीर और लियम लिविंगस्टन – सभी का टी-20 स्ट्राइक रेट 150 से अधिक है।
एक चौंकाने वाला निर्णय जोश इंग्लिस के साथ भी देखा गया। लखनऊ सुपरजायंट्स ने उन्हें 8.60 करोड़ रुपये में खरीदा, जबकि खुद इंग्लिस ने पुष्टि की है कि वे पूरा सीजन नहीं खेल पाएंगे। फिर भी LSG ने उन्हें केवल इसलिए खरीदा क्योंकि उनका IPL स्ट्राइक रेट 160 से अधिक है।
दिग्गजों की उपेक्षा
इस नीलामी में कुछ बड़े नामों को खरीदार नहीं मिले, जो काफी आश्चर्यजनक था। 2023 IPL में प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट रहे न्यूजीलैंड के डेवोन कॉन्वे अनसोल्ड रह गए। दक्षिण अफ्रीका के तेज गेंदबाज जेराल्ड कूट्जी, जो लगातार 145 किमी प्रति घंटे से अधिक की रफ्तार से गेंदबाजी करते हैं, उन्हें भी कोई टीम नहीं मिली।
श्रीलंका के मिस्ट्री स्पिनर महीश तीक्षणा और अफगानिस्तान के मुजीब उर रहमान, जो IPL में अपनी स्पिन गेंदबाजी साबित कर चुके हैं, भी अनबिके रहे। राजस्थान रॉयल्स और राइजिंग पुणे सुपरजायंट्स की कप्तानी कर चुके ऑस्ट्रेलिया के स्टीव स्मिथ का नाम तक नीलामी में नहीं लिया गया। 2017 में स्मिथ पुणे को फाइनल तक ले गए थे।
ऑस्ट्रेलिया के जैक फ्रेजर मैगर्क, जिनका IPL स्ट्राइक रेट 199.48 है और केवल 385 रन में यह प्रदर्शन किया है, उन्हें भी खरीदार नहीं मिला।
ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों का वर्चस्व
हर बार की तरह इस नीलामी में भी ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटर सबसे महंगे साबित हुए। 6 खिलाड़ियों को 45.70 करोड़ रुपये की संयुक्त कीमत मिली। कैमरन ग्रीन 25.20 करोड़ रुपये में KKR द्वारा खरीदे गए, जोश इंग्लिस 8.60 करोड़ रुपये में LSG का हिस्सा बने।
अन्य देशों में, श्रीलंका के 3 खिलाड़ियों को 24 करोड़ रुपये मिले, जिसमें मथीश पथिराना 18 करोड़ रुपये के साथ सबसे महंगे रहे। इंग्लैंड के 5 खिलाड़ी 18.50 करोड़ रुपये में बिके। न्यूजीलैंड के 8 क्रिकेटरों ने 14.65 करोड़ रुपये की कमाई की।
वेस्टइंडीज के 2 खिलाड़ी 9 करोड़ रुपये में, बांग्लादेश का 1 खिलाड़ी 9.20 करोड़ रुपये में बिका। दक्षिण अफ्रीका के खिलाड़ियों की कीमत सबसे कम रही – 4 क्रिकेटरों को केवल 7 करोड़ रुपये मिले, किसी की भी कीमत 2 करोड़ रुपये से अधिक नहीं रही।
नीलामी के चौंकाने वाले सौदे
प्रशांत वीर: अमेठी का उभरता सितारा
अमेठी के 20 वर्षीय बाएं हाथ के स्पिनर प्रशांत वीर निचले क्रम में तीव्र गति से रन बनाने की क्षमता रखते हैं। जब उनका नाम आया तो ऐसा लग रहा था कि वे शायद अनबिके रह जाएंगे, क्योंकि छठे सेट के सभी पूर्व खिलाड़ी बिना खरीदे लौट चुके थे।
30 लाख रुपये की बेस कीमत से शुरुआत करके LSG और MI ने पहले पैडल उठाया। जल्द ही CSK भी शामिल हो गई। जब बोली 4 करोड़ रुपये तक पहुंची तो MI बाहर हो गई। RR ने भी प्रयास किया, लेकिन चेन्नई पीछे नहीं हटी। 6.60 करोड़ रुपये पर SRH ने भी प्रवेश किया। दोनों दक्षिणी फ्रेंचाइजियों के बीच कड़ी बोली ने अंततः प्रशांत की कीमत 14.20 करोड़ रुपये तक पहुंचा दी।
प्रशांत यूपी टी-20 लीग में उभरते खिलाड़ी रहे, जहां उन्होंने 10 मैचों में 155.34 के स्ट्राइक रेट से 320 रन बनाए और 8 विकेट लिए। अंडर-23 टूर्नामेंट में उन्होंने यूपी को फाइनल तक पहुंचाया, 94 की औसत से 376 रन बनाए और 18 विकेट लेकर प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट का पुरस्कार जीता।
कार्तिक शर्मा: राजस्थान की सिक्स मशीन
19 वर्षीय विकेटकीपर बल्लेबाज कार्तिक शर्मा लंबे छक्के लगाने के लिए प्रसिद्ध हैं। उन्हें राजस्थान की ‘सिक्स हिटिंग मशीन’ का उपनाम मिला है। केविन पीटरसन और आर. अश्विन उनकी प्रशंसा कर चुके हैं।
30 लाख रुपये से शुरू होकर MI ने पहले बोली लगाई, फिर LSG शामिल हुई। MI के बाहर होने पर KKR ने 2.8 करोड़ रुपये तक बोली बढ़ाई। तब CSK ने प्रवेश किया और दोनों के बीच प्रतिस्पर्धा ने कीमत 6 करोड़ रुपये पार करा दी। 13 करोड़ रुपये पर कोलकाता हट गई, फिर SRH ने 14.20 करोड़ रुपये की बोली लगाई। अंत में CSK ने उन्हें उसी कीमत पर खरीदा।
मुश्ताक अली ट्रॉफी के वर्तमान सीजन में कार्तिक ने 5 मैचों में 160.24 के स्ट्राइक रेट से 133 रन बनाए, जिसमें 11 छक्के शामिल थे। कुल मिलाकर उन्होंने 12 टी-20 मैचों में 164 के स्ट्राइक रेट से 334 रन बनाए हैं, जिसमें 28 छक्के शामिल हैं।
आकिब नबी डार: बारामूला की स्टेन गन
जम्मू-कश्मीर के 29 वर्षीय पेस बॉलिंग ऑलराउंडर आकिब नबी डार गेंद को दोनों दिशाओं में स्विंग कराने में माहिर हैं। उन्हें ‘बारामूला की स्टेन गन’ कहा जाता है। 30 लाख रुपये से शुरू होकर DC ने पहले पैडल उठाया, RR भी शामिल हुई। 1 करोड़ रुपये पर राजस्थान हट गई। RCB और SRH ने भी कोशिश की, लेकिन अंततः दिल्ली ने उन्हें 8.40 करोड़ रुपये में खरीदा।
मुश्ताक अली ट्रॉफी में आकिब ने 7 मैचों में 15 विकेट लिए, जिसमें बिहार के खिलाफ 16 रन देकर 4 विकेट का शानदार प्रदर्शन शामिल है। रणजी ट्रॉफी में वे आधे सीजन के बाद दूसरे सर्वाधिक विकेट लेने वाले गेंदबाज हैं, जिन्होंने 5 पारियों में 29 विकेट लिए, जिसमें 3 पंच-विकेट हॉल शामिल हैं।
मध्य प्रदेश के लेफ्ट आर्म पेसर मंगेश यादव को RCB ने 5.20 करोड़ रुपये में खरीदा। वेस्टइंडीज के ऑलराउंडर जेसन होल्डर, जो पिछले दो सीजन में अनबिके रहे थे, उन्हें गुजरात टाइटंस ने 7 करोड़ रुपये में लिया।
एक आश्चर्यजनक सौदा क्विंटन डी कॉक का रहा। भारत के खिलाफ दूसरे टी-20 में 90 रन की पारी खेलने के बावजूद, मुंबई इंडियंस ने उन्हें उनकी बेस कीमत 1 करोड़ रुपये में ही खरीदा, जो कई लोगों के लिए अप्रत्याशित था।
निष्कर्ष:
IPL 2026 की मिनी नीलामी ने साबित किया कि युवा भारतीय प्रतिभाओं का भविष्य उज्ज्वल है। फ्रेंचाइजियों ने अनकैप्ड खिलाड़ियों में विश्वास दिखाया और उन्हें रिकॉर्ड कीमतें दीं। पावर हिटिंग और ऑलराउंड क्षमता की मांग स्पष्ट रही, जबकि कुछ दिग्गजों की उपेक्षा भी देखी गई। 26 मार्च से शुरू होने वाला यह सीजन दिलचस्प होने का वादा करता है।
