भारत में होगी मेहुल चोकसी की वापसी, भारत, हिरासत की शर्तों पर बेल्जियम को दिया आश्वासन:

भारत में 13,000 करोड़ रुपये की पीएनबी धोखाधड़ी मामले के मुख्य आरोपी मेहुल चौकसी को भारत लाने की प्रक्रिया तेज हो गई है। गृह मंत्रालय ने बेल्जियम के न्याय विभाग को पत्र लिखकर चौकसी की हिरासत से जुड़ी शर्तों का औपचारिक आश्वासन दिया है।

आधिकारिक सूत्रों के अनुसार, भारत ने चौकसी को प्रत्यर्पित करने के लिए सभी आवश्यक मानकों को पूरा करने का भरोसा बेल्जियम को दिया है। चौकसी को अप्रैल में बेल्जियम में गिरफ्तार किया गया था। उनकी गिरफ्तारी का संबंध उनके भतीजे नीरव मोदी के साथ जुड़े बड़े धोखाधड़ी लेनदेन से है।

गृह मंत्रालय ने बेल्जियम को हिरासत के संचालन संबंधी विशेष गारंटी भी प्रदान की है, जिसमें हिरासत की सुविधाएँ, अधिभोग पर प्रतिबंध, चिकित्सा देखभाल और निगरानी प्रणाली से जुड़े नियमों का विवरण शामिल है।

Mehul Choksi will be returned to India

चोकसी को आर्थर रोड जेल में रखा जाएगा

 

भारत की ओर से भेजे गए पत्र में बताया गया है कि चोकसी को मुंबई के आर्थर रोड जेल में रखा जाएगा। उन्हें जेल में कैदियों के सभी मानवाधिकार (Human Rights) दिए जाएंगे। चोकसी को बैरक नंबर 12 में रखा जाएगा, जहाँ उन्हें साफ-सुथरी चटाई, तकिया, चादर और कंबल प्रदान किया जाएगा। उनकी मेडिकल परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए उन्हें लोहे या लकड़ी का बिस्तर भी उपलब्ध कराया जाएगा।

 

आइए जानते है, बैरक नंबर 12 की सुविधाओ के बारे में:

 

आवास और फर्नीचर:

  • साफ-सुथरी चटाई, तकिया, चादर और कंबल प्रदान किए जाएंगे।
  • मेडिकल परिस्थितियों के अनुसार लोहे या लकड़ी का बिस्तर उपलब्ध होगा।
  • बैरक CPT मानदंडों के अनुसार है और प्रत्येक कैदी को 3 वर्ग मीटर का निजी स्थान मिलेगा।
  • बैरक दो कोठरी वाली है और इसमें छह लोगों की क्षमता है।

 

साफ-सफाई और मूलभूत सुविधाएँ:

  • कोठरियों में वेंटिलेशन और पंखे
  • नियमित सफाई
  • निरंतर पानी की आपूर्ति
  • फ्लश शौचालय और वॉश बेसिन

 

भोजन और आहार:

  • दिन में तीन बार पर्याप्त भोजन
  • चिकित्सकीय अनुमति पर विशेष आहार संबंधी आवश्यकताएँ
  • जेल कैंटीन में फल और साधारण नाश्ता

 

व्यायाम और मनोरंजन:

  • खुले आंगन में रोजाना बाहरी व्यायाम की सुविधा।
  • इनडोर मनोरंजन के लिए बोर्ड गेम और साधारण बैडमिंटन
  • योग और ध्यान की सुविधा।
  • पुस्तकालय और लिखने-पढ़ने की सामग्री

 

चिकित्सा सुविधा:

  • छह चिकित्सा अधिकारी और सहायक कर्मचारी चौबीसों घंटे उपलब्ध।
  • 20 बिस्तरों वाला जेल अस्पताल ICU सेवाएं प्रदान करता है।
  • आपातकालीन स्थिति में पास के सर जे जे ग्रुप ऑफ हॉस्पिटल्स में रेफर।
  • निजी चिकित्सा देखभाल व्यक्तिगत खर्च पर, पूर्व-मौजूदा स्थितियों के अनुसार।

 

मेहुल चौकसी की बेल्जियम में गिरफ्तारी, प्रत्यर्पण सुनवाई सितंबर में:

13,500 करोड़ रुपये के पंजाब नेशनल बैंक (PNB) घोटाले के मुख्य आरोपी मेहुल चौकसी को अप्रैल 2025 में बेल्जियम के एंटवर्प शहर से गिरफ्तार किया गया। यह कार्रवाई भारतीय जांच एजेंसियों, विशेषकर केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) और प्रवर्तन निदेशालय (ED) की अनुशंसा पर हुई। चौकसी 2018 में भारत से भागकर एंटीगुआ और फिर बेल्जियम पहुंचे, जहां वह अपनी पत्नी प्रीति चोकसी के साथ रह रहे थे।

वर्तमान में, चौकसी एंटवर्प की जेल में बंद हैं। प्रत्यर्पण की सुनवाई सितंबर 2025 के दूसरे सप्ताह में होने की संभावना है। भारतीय एजेंसियां इसे आर्थिक अपराधियों को विदेश से वापस लाने में एक महत्वपूर्ण सफलता मान रही हैं, खासकर तब, जब हाल ही में तहव्वुर राणा जैसे अन्य आरोपी सफलतापूर्वक प्रत्यर्पित किए गए हैं।

 

क्या है, प्रत्यर्पण संधि: अंतरराष्ट्रीय अपराधियों को न्याय के कटघरे में लाने का कानूनी माध्यम

प्रत्यर्पण संधि एक कानूनी व्यवस्था है जो दो देशों के बीच भगोड़े अपराधियों को पकड़कर मुकदमे के लिए एक देश से दूसरे देश भेजने के लिए बनाई जाती है। इस संधि के तहत कुछ शर्तें पूरी होना अनिवार्य है, जैसे अपराध की गंभीरता, दोनों देशों में अपराध को कानून के तहत मान्यता देना, और प्रत्यर्पित व्यक्ति पर पर्याप्त साक्ष्य होना। यह आतंकवाद और अन्य अंतरराष्ट्रीय अपराधों से निपटने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।

 

प्रत्यर्पण संधि के मुख्य पहलू:

  1. आपसी सहयोग: संधि देशों को मिलकर अपराधों से निपटने और जांच को प्रभावी बनाने में मदद करती है।
  2. न्याय सुनिश्चित करना: जब कोई अपराधी विदेश भाग जाता है, तो प्रत्यर्पण संधि उसे न्याय के कटघरे में लाने में सहायता करती है।
  3. भारतीय प्रत्यर्पण अधिनियम, 1962: भारत में प्रत्यर्पण प्रक्रिया भारतीय प्रत्यर्पण अधिनियम, 1962 के तहत होती है, जो भारत और विदेश दोनों के प्रत्यर्पण के लिए लागू है।
  4. दोहरी आपराधिकता: संधि में यह सुनिश्चित किया जाता है कि जिस अपराध के लिए प्रत्यर्पण किया जा रहा है, वह दोनों देशों में अपराध माना जाता हो।

प्रत्यर्पण में चुनौतियाँ:

  1. विदेशी अदालतों में कानूनी अड़चनें प्रक्रिया में देरी का कारण बनती हैं।
  2. निर्णयों को प्रभावित करने वाले राजनीतिक और कूटनीतिक विचार।
  3. मानवाधिकार संबंधी चिंताएँ, जैसे यातना या अनुचित मुकदमों का जोखिम।

प्रत्यर्पण के कुछ उदाहरण:

  • अबू सलेम: भारत ने अंडरवर्ल्ड डॉन अबू सलेम को पुर्तगाल से प्रत्यर्पित किया, लेकिन मृत्युदंड न देने की शर्त के साथ।
  • तहव्वुर राणा: मुंबई हमलों की योजना में शामिल होने के आरोप में भारत ने उसे अमेरिका से प्रत्यर्पित किया।

 

आइए जान लेते है, मेहुल चोकसी के बारे में-

मेहुल चोकसी, जन्म 5 मई 1959, मुंबई में हुआ, एक भारतीय व्यवसायी और ज्वेलरी समूह गितांजली ग्रुप के पूर्व अध्यक्ष हैं। 1985 में मात्र 26 वर्ष की आयु में उन्होंने पारिवारिक व्यवसाय संभाला और इसे विस्तार दिया। उनके नेतृत्व में गितांजली ग्रुप भारत में 4,000 से अधिक स्टोरों वाला एक बड़ा ज्वेलरी रिटेलर बन गया।

PNB घोटाले में मुख्य आरोपी:

मेहुल चोकसी और उनके भतीजे नीरव मोदी ने मिलकर पंजाब नेशनल बैंक (PNB) घोटाले को अंजाम दिया। यह भारत के इतिहास के सबसे बड़े बैंकिंग घोटालों में से एक माना जाता है। दोनों ने मिलकर लगभग ₹13,578 करोड़ के घोटाले को अंजाम दिया। यह स्कैम 2011 से चल रहा था, लेकिन इसका खुलासा 2018 में हुआ। नीरव मोदी भी हीरा कारोबारी रहे और घोटाले के खुलासे से पहले देश छोड़कर भाग गए थे।

 

फर्जी लेटर ऑफ अंडरटेकिंग के माध्यम से लोन

मेहुल चोकसी और नीरव मोदी ने पंजाब नेशनल बैंक के कुछ अधिकारियों की मिलीभगत से फर्जी गारंटियां (LoUs) जारी कीं। इन गारंटियों के आधार पर विदेश में बैंकों से बिना किसी सिक्योरिटी के लोन लिया गया। इस लोन से प्राप्त रकम विभिन्न शेल कंपनियों (bogus कंपनियों) में ट्रांसफर की गई और इसका इस्तेमाल मनी लॉन्ड्रिंग और नकली व्यापारिक लेन-देन में किया गया।

 

घोटाले के खुलासे से पहले भारत छोड़ भागा:

घोटाले का खुलासा होने से पहले ही मेहुल चोकसी 2017 में भारत छोड़कर भाग गए। इसके बाद उन्होंने 2018 में एंटीगुआ और बारबुडा की नागरिकता प्राप्त की।

CBI और ED ने चोकसी के खिलाफ आपराधिक साजिश, मनी लॉन्ड्रिंग और गबन के तीन आरोपपत्र दायर किए।

चोकसी ने बेल्जियम में निवास कार्ड प्राप्त किया और अपनी पत्नी प्रीति चोकसी के साथ एंटवर्प में रह रहे थे। इससे पहले उन्होंने एंटीगुआ और बारबुडा की नागरिकता विशेष निवेश कार्यक्रम के तहत प्राप्त की थी। चिकित्सा उपचार के लिए वह स्विट्जरलैंड जाने की योजना बना रहा था। 2021 में उसे एंटीगुआ से लापता होने के बाद डोमिनिका में पाया गया। अप्रैल 2025 में उसे बेल्जियम पुलिस ने गिरफ्तार किया और वर्तमान में जेल में हैं।

घोटाले से बैंक को हुए नुकसान की भरपाई के लिए मेहुल चोकसी की संपत्तियां ₹2,500 करोड़ से अधिक मूल्य की जब्त की जा चुकी हैं।

 

निष्कर्ष:

पंजाब नेशनल बैंक के बड़े घोटाले के मुख्य आरोपी और भगोड़ा व्यवसायी मेहुल चोकसी को भारत लाने की प्रक्रिया जारी है। केंद्र सरकार ने बेल्जियम को औपचारिक आश्वासन दिया है कि प्रत्यर्पित चोकसी को मुंबई के आर्थर रोड जेल में सुरक्षित और निर्धारित हिरासत में रखा जाएगा। यह कदम यह दर्शाता है कि भारत आर्थिक अपराधियों को न्याय के कटघरे में लाने के प्रति गंभीर और सतर्क है।