प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 20 सितंबर को मुंबई के इंदिरा डॉक, बैलार्ड पियर पर बने देश के सबसे बड़े और आधुनिक मुंबई इंटरनेशनल क्रूज टर्मिनल (MICT) का उद्घाटन किया। ‘क्रूज़ भारत मिशन’ के तहत विकसित यह टर्मिनल भारतीय क्रूज टूरिज्म का नया गेटवे बनेगा। इसकी छत समुद्र की लहरों जैसी डिजाइन की गई है, जो इसे और खास बनाती है। यह सुविधा न सिर्फ मुंबई को वैश्विक क्रूज पर्यटन का केंद्र बनाएगी, बल्कि दुनिया के बड़े-बड़े क्रूज टर्मिनलों को भी चुनौती देगी।

MICT का आधुनिक और आकर्षक डिजाइन:
मुंबई इंटरनेशनल क्रूज टर्मिनल (MICT) का डिजाइन बेहद खास है। इसकी लहरदार छत, गुलाबी-सोने की फिनिशिंग और आधुनिक आंतरिक सज्जा इसे अलग पहचान देती है। भव्य प्रवेश द्वार मुंबई की विरासत से प्रेरित है, जबकि अंदर घुमावदार बैठने की व्यवस्था, सेल्फी प्वाइंट और समुद्री थीम वाले आकर्षक इंटीरियर यात्रियों को अनोखा अनुभव कराते हैं।
लोकेशन क्यों है खास?
मुंबई इंटरनेशनल क्रूज टर्मिनल (MICT) की लोकेशन बहुत खास है क्योंकि यह कोलाबा और गेटवे ऑफ इंडिया जैसे ऐतिहासिक और पर्यटन स्थलों के पास बना है। यहां से निकलने वाले पर्यटक न सिर्फ समुद्र यात्रा का मज़ा ले पाएंगे, बल्कि मुंबई की खूबसूरती और मशहूर जगहों को भी पास से देख सकेंगे।
बनाने में खर्च कितना हुआ?
मुंबई इंटरनेशनल क्रूज टर्मिनल (MICT) को बनाने में लगभग 556 करोड़ रुपये खर्च हुए हैं। इसका काम साल 2018 में शुरू हुआ था, लेकिन कोविड-19 महामारी, फंडिंग और दूसरी चुनौतियों की वजह से निर्माण में देरी हुई। पहले इसे जुलाई 2022 में खोलने की योजना थी, लेकिन देरी की वजह से आखिरकार यह अप्रैल 2025 में चालू हो पाया।
इसकी क्षमता कितनी है?
मुंबई इंटरनेशनल क्रूज टर्मिनल (MICT) बेहद विशाल और आधुनिक है। इस टर्मिनल में हर साल करीब 10 लाख यात्रियों को संभालने की क्षमता है। यहां एक साथ पांच क्रूज जहाज ठहर सकते हैं। यह लगभग 4,15,000 वर्ग फुट में बना है और इसमें कुल चार फ्लोर हैं। इसकी प्रथम दो मंजिलें (G+1) लगभग 2,07,000 वर्ग फीट क्षेत्र में फैली हैं और यहां 72 चेक-इन और इमिग्रेशन काउंटर बनाए गए हैं, जिससे यात्रियों को तेज और आसान सेवा मिलती है। जबकि अन्य दो मंजिलें (2+3) कॉमर्शियल फ्लोर के रूप में विकसित की गई हैं, जहां रिटेल शॉप्स, रेस्तरां और अन्य सुविधाएं मौजूद हैं।
यात्रियों की सुविधा के लिए खास व्यवस्था:
- एयर-कंडीशंड वेटिंग एरिया
- रिटेल शॉप्स और रेस्तरां
- ड्यूटी-फ्री स्टोर
- VIP लाउंज
- बच्चों के खेल क्षेत्र
- मेडिकल सेंटर
- Wi-Fi सुविधा
इसके साथ ही यह टर्मिनल पर्यावरण अनुकूल भी है। यहां लगाया गया SSEPP सिस्टम जहाजों को डीज़ल की बजाय सौर पावर से चलने की सुविधा देता है, जिससे 20–30% तक CO2 उत्सर्जन कम होता है।
टर्मिनल के साथ शुरू हुए अन्य इनिशिएटिव:
- विक्टोरिया डॉक पर नवीनीकृत फायर मेमोरियल
- पोर्ट हाउस और इवेलिन हाउस पर हेरिटेज लाइटिंग
- सागर उपवन गार्डन का विकास
इन परियोजनाओं का मकसद क्या है?
इन परियोजनाओं का मुख्य मकसद सांस्कृतिक पर्यटन को बढ़ावा देना और क्षेत्र में पर्यावरणीय स्थिरता को मजबूत करना है। मुंबई इंटरनेशनल क्रूज टर्मिनल (MICT) से भारत के क्रूज़ पर्यटन क्षेत्र को नया प्रोत्साहन मिलने की उम्मीद है। यह टर्मिनल न सिर्फ घरेलू, बल्कि अंतरराष्ट्रीय पर्यटकों को भी आकर्षित करेगा और देश की आर्थिक वृद्धि में योगदान देगा।
PM मोदी के विज़न से जुड़ा है यह टर्मिनल:
केंद्रीय बंदरगाह, जहाजरानी और जलमार्ग मंत्री सर्बानंद सोनोवाल के अनुसार, मुंबई का समुद्री इतिहास बहुत समृद्ध है और यह हमारी सभ्यता का अहम हिस्सा रहा है। यह टर्मिनल प्रधानमंत्री मोदी के “क्रूज़ भारत मिशन” विज़न से जुड़ा है, जिसमें भारत को आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर के जरिए एक वैश्विक क्रूज़ हब बनाना है।
PM ने 6 बंदरगाहों और जलमार्ग प्रोजेक्ट्स की नींव भी रखी:
- कोलकाता (श्यामा प्रसाद मुखर्जी पोर्ट): नया कंटेनर टर्मिनल।
- पारादीप पोर्ट, ओडिशा: नया कार्गो बर्थ और कंटेनर हैंडलिंग सुविधा।
- गुजरात (टुना टेकड़ा): मल्टी-कार्गो टर्मिनल।
- तमिलनाडु (कामराजार पोर्ट और चेन्नई पोर्ट): आधुनिक सुविधाओं का विकास।
- कार निकोबार और कांडला (दीनदयाल पोर्ट): नई परियोजनाएं।
- पटना और वाराणसी: अंतर्देशीय जलमार्ग सुविधाओं का विकास।
भारत के सबसे बड़े क्रूज़ टर्मिनल्स:
- मुंबई इंटरनेशनल क्रूज़ टर्मिनल (MICT)
- कोचीन पोर्ट ट्रस्ट (केरल)
- चेन्नई पोर्ट ट्रस्ट (तमिलनाडु)
- न्यू मैंगलोर पोर्ट ट्रस्ट (कर्नाटक)
- मोरमुगाओ पोर्ट ट्रस्ट (गोवा)
आइये जानते है क्रूज़ भारत मिशन के बारे में :
क्रूज़ भारत मिशन का मुख्य लक्ष्य 2029 तक भारत में क्रूज़ पर्यटकों की संख्या 10 लाख तक बढ़ाना और 4 लाख रोजगार सृजित करना है। इसका उद्देश्य भारत को वैश्विक क्रूज़ पर्यटन केंद्र बनाना, विश्व स्तरीय बुनियादी ढांचा विकसित करना, पर्यटकों के अनुभव को बेहतर बनाना और समुद्री व्यापार को बढ़ावा देना है। यह मिशन भारत की ब्लू इकोनॉमी को मजबूत करने और रोजगार सृजन के लिहाज से भी अत्यंत महत्वपूर्ण है।
- केंद्रीय मंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने 30 सितंबर, 2024 को मुंबई बंदरगाह से “क्रूज़ भारत मिशन” का शुभारंभ किया।
प्रमुख चरण: मिशन को तीन चरणों में लागू किया जाएगा, जो 1 अक्टूबर, 2024 से शुरू होकर 31 मार्च, 2029 तक चलेगा।
- चरण 1: पड़ोसी देशों के साथ अध्ययन, मास्टर प्लानिंग और क्रूज़ गठबंधन बनाना; मौजूदा क्रूज़ टर्मिनलों का आधुनिकीकरण।
- चरण 2: नए उच्च क्षमता वाले क्रूज़ टर्मिनल और गंतव्य विकसित करना।
- चरण 3: भारतीय उपमहाद्वीप में सभी क्रूज़ सर्किटों को एकीकृत करना।
प्रमुख क्रूज़ सेगमेंट:
- महासागर एवं हार्बर क्रूज़
- नदी और अंतर्देशीय क्रूज़
- आइलैंड और बुटीक क्रूज़
निष्कर्ष:
मुंबई इंटरनेशनल क्रूज़ टर्मिनल (MICT) भारत के क्रूज़ पर्यटन और समुद्री बुनियादी ढांचे में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है। आधुनिक सुविधाओं और डिज़ाइन के साथ यह टर्मिनल मुंबई को वैश्विक क्रूज़ हब बनाने और देश की आर्थिक वृद्धि में योगदान देने में अहम भूमिका निभाएगा।