प्रधानमंत्री के “स्वदेशी अपनाओ” आह्वान के बाद आईटी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बड़ा ऐलान किया है। उन्होंने कहा कि अब वे अपने सभी डिजिटल कार्यों के लिए भारतीय कंपनी Zoho के ऐप्स का इस्तेमाल करेंगे। मंत्री ने बताया कि दस्तावेज़, स्प्रेडशीट और प्रेज़ेंटेशन जैसे कार्य अब वे पूरी तरह से जोहो प्लेटफ़ॉर्म पर ही करेंगे। इस घोषणा को उन्होंने अपने X अकाउंट पर साझा किया और देशवासियों से भी स्वदेशी उत्पाद अपनाने की अपील की।

स्वदेशी अपनाओ आह्वान के तहत आईटी मंत्री ने एक्स पर जानकारी दी:
केंद्रीय मंत्री ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा- ‘मैं अब जोहो, हमारे अपने स्वदेशी प्लेटफॉर्म, पर जा रहा हूं, जहां मैं डॉक्यूमेंट्स, स्प्रेडशीट्स और प्रेजेंटेशन्स का काम करूंगा। मैं सभी से आग्रह करता हूं कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के स्वदेशी आह्वान को अपनाते हुए भारतीय उत्पादों और सेवाओं का उपयोग करें।’ उनके इस कदम को सरकार के उस विजन से जोड़ा जा रहा है जिसमें देश में विकसित सॉफ्टवेयर, एप्लिकेशन और हार्डवेयर के इस्तेमाल को बढ़ावा दिया जा रहा है, ताकि डिजिटल आत्मनिर्भर भारत का सपना साकार हो सके।

जोहो के संस्थापक श्रीधर वेम्बू ने जताया आभार:
अश्विनी वैष्णव के इस कदम पर जोहो के संस्थापक श्रीधर वेम्बू ने आभार जताया. उन्होंने एक्स पर लिखा, ‘यह हमारे इंजीनियरों के लिए बड़ा मनोबल बढ़ाने वाला कदम है, जिन्होंने दो दशकों से अधिक समय तक हमारे उत्पादों को विकसित करने के लिए कड़ी मेहनत की है. हम आपको और हमारे देश को गर्व महसूस कराएंगे।

आइए जान लेते है- Zoho के बारे में:

Zoho एक भारतीय सॉफ्टवेयर-एज़-ए-सर्विस (SaaS) कंपनी है, जिसकी स्थापना 1996 में श्रीधर वेम्बु और टोनी थॉमस ने की थी। इसका मुख्यालय तमिलनाडु के चेन्नई में स्थित है, जबकि इसकी कानूनी पंजीकरण इकाई अमेरिका में मौजूद है।
कंपनी वर्तमान में 55 से अधिक क्लाउड-आधारित टूल्स और सेवाएं उपलब्ध कराती है, जिनमें ईमेल, अकाउंटिंग, एचआर, प्रोजेक्ट मैनेजमेंट और कस्टमर रिलेशनशिप मैनेजमेंट (CRM) जैसे महत्वपूर्ण समाधान शामिल हैं। Zoho का प्लेटफॉर्म न केवल छोटे और मध्यम उद्योगों के लिए, बल्कि बड़े कॉर्पोरेट्स और Fortune 500 कंपनियों के लिए भी भरोसेमंद विकल्प है।
Zoho ke प्रमुख प्रोडक्ट्स:
Zoho CRM, Zoho Mail, Zoho Books और Zoho Projects इसके प्रमुख प्रोडक्ट्स हैं। इनका उपयोग कंपनियां सेल्स, अकाउंटिंग, मार्केटिंग, टीम मैनेजमेंट और ईमेल मैनेजमेंट के लिए करती हैं। Zoho की खासियत यह है कि यह बेहद किफायती दामों पर एक ही प्लेटफॉर्म पर अनेक टूल्स उपलब्ध कराता है।
आज 150 से ज्यादा देशों के 10 करोड़ से अधिक यूजर्स Zoho का इस्तेमाल कर रहे हैं। यह कंपनी क्लाउड-बेस्ड सॉफ्टवेयर और बिज़नेस टूल्स बनाती है, जो खासतौर पर छोटे और बड़े व्यवसायों को ऑनलाइन काम आसान बनाने में मदद करते हैं।
यह भारतीय कंपनी आज ग्लोबल लेवल पर काम कर रही है और माइक्रोसॉफ्ट तथा गूगल जैसे दिग्गजों को कड़ी टक्कर दे रही है।
Zoho का सबसे बड़ा फायदा:
Zoho का सबसे बड़ा फायदा यह है कि यह यूज़र के डेटा की प्राइवेसी का पूरा ध्यान रखता है। कंपनी का बिजनेस मॉडल विज्ञापनों पर आधारित नहीं है, इसलिए आपका डेटा किसी भी विज्ञापनदाता को नहीं बेचा जाता।
इसके डेटा सेंटर कई देशों में फैले हुए हैं, जिससे यह स्थानीय डेटा कानूनों और नियमों का पालन आसानी से कर पाता है।
Zoho की सफलता और खासियत:
आज, Zoho की वार्षिक आय $1 बिलियन से अधिक है और यह कई देशों में संचालन करता है, जिनमें अमेरिका भी शामिल है।
कंपनी ने यह कदम उठाया था ताकि भारतीय कंपनियों द्वारा जारी किए गए सुरक्षा प्रमाणपत्रों पर मेनस्ट्रीम ब्राउज़र का भरोसा बढ़ाया जा सके। हालांकि ब्राउज़र को अभी आधिकारिक तौर पर इस्तेमाल के लिए अनिवार्य नहीं किया गया है, यह सफलता Zoho की घरेलू कंपनी के रूप में विश्वसनीयता को और मजबूत करती है।
एक और बड़ी विशेषता है किफायती मूल्य। माइक्रोसॉफ्ट और गूगल की तुलना में, Zoho के प्राइसिंग प्लान छोटे और मध्यम भारतीय व्यवसायों के लिए खासतौर पर लोकप्रिय हैं।
पीएम मोदी का स्वदेशी उत्पादों के लिए आह्वान:
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लगातार भारतीय नागरिकों से घरेलू उत्पादों (Made in India) को अपनाने की अपील कर रहे हैं। इसे वे आत्मनिर्भर और विकसित भारत 2047 के अपने बड़े विज़न से जोड़ते हैं।
त्योहारी सीज़न के संदेश में उन्होंने नागरिकों से कहा कि हर स्वदेशी उत्पाद की खरीद स्थानीय कारीगरों, श्रमिकों और उद्योगों को सीधे मजबूत करती है।
उन्होंने कहा, “जब भी आप हमारे कारीगरों, श्रमिकों और उद्योगों द्वारा बनाए गए उत्पाद खरीदते हैं, आप परिवारों की आजीविका में मदद कर रहे हैं और हमारे युवाओं के लिए रोजगार के अवसर पैदा कर रहे हैं।” साथ ही, उन्होंने व्यापारियों से भी स्थानीय उत्पादों को बढ़ावा देने का आग्रह किया।
Viksit Bharat @ 2047: भारत का 100वें स्वतंत्रता वर्ष का विज़न:
Viksit Bharat @ 2047 भारत सरकार का लक्ष्य है कि 2047 तक भारत को एक विकसित राष्ट्र में परिवर्तित किया जाए। इस विज़न का मुख्य उद्देश्य समान आर्थिक विकास, नवाचार, स्थिरता, और अच्छे शासन को बढ़ावा देना है। लक्ष्य है कि 2047 तक भारत की अर्थव्यवस्था $30 ट्रिलियन हो।
इस योजना में आत्मनिर्भर भारत, नागरिक सशक्तिकरण, प्रौद्योगिकी और अवसंरचना विकास, और स्वच्छ पर्यावरण पर विशेष ध्यान दिया गया है।
विज़न के प्रमुख स्तंभ:
- आर्थिक विकास: Viksit Bharat @ 2047 का लक्ष्य है भारत को $30 ट्रिलियन की अर्थव्यवस्था बनाना। यह वृद्धि बाजार के आकार, नवाचार और सशक्त मध्यम वर्ग के माध्यम से हासिल की जाएगी।
- प्रौद्योगिकी में उन्नति: इस स्तंभ का फोकस नवाचार, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, स्मार्ट ग्रिड और उन्नत ऊर्जा तकनीकों पर है। इसका उद्देश्य उत्पादकता बढ़ाना, आधुनिक तकनीक अपनाना और ऊर्जा क्षेत्र में नई तकनीकों का विकास करना है, जिससे भारत वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धी बने।
- सतत विकास: Viksit Bharat में स्वच्छ ऊर्जा, ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन में कमी और सतत शहरों का विकास मुख्य हैं। इसका लक्ष्य पर्यावरण की रक्षा करते हुए आर्थिक और सामाजिक विकास को संतुलित करना है।
- समान विकास: इस पहल का उद्देश्य है कि सभी वर्गों और समाज के हर हिस्से को आर्थिक नीतियों और योजनाओं के माध्यम से समृद्धि मिले। इससे गरीबी में कमी आएगी और समाज के कमजोर वर्ग भी विकास की प्रक्रिया में शामिल होंगे।
- अच्छा शासन और नागरिक सशक्तिकरण: इस स्तंभ के तहत प्रशासनिक सुधार, पारदर्शी डेटा और नागरिकों, विशेषकर युवाओं की सक्रिय भागीदारी को बढ़ावा दिया जाता है।
- अवसंरचना विकास: अवसंरचना विकास में सड़कों, रेल, बंदरगाहों और स्वच्छता में निवेश शामिल है। इसका उद्देश्य बेहतर कनेक्टिविटी, दक्षता बढ़ाना और व्यावसायिक एवं सामाजिक गतिविधियों को गति देना है।
निष्कर्ष:
केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने स्वदेशी आत्मनिर्भरता को बढ़ावा देने के लिए Zoho ऐप को अपनाने का आह्वान किया है। उन्होंने कहा कि माइक्रोसॉफ्ट और गूगल जैसे विदेशी प्लेटफ़ॉर्म की बजाय भारतीय प्लेटफ़ॉर्म का उपयोग करना देश की तकनीकी स्वतंत्रता और डिजिटल आत्मनिर्भरता को मजबूत करेगा।