गोदरेज इंटेरियो ने नई ब्रांड पहचान का किया अनावरण: लोगो और रणनीति में किया बदलाव, युवा उपभोक्ताओं तक पहुंच बनाना लक्ष्य..

गोदरेज इंटरियो, जो संगठित फर्नीचर उद्योग का सबसे बड़ा खिलाड़ी है, ने हाल ही में अपने नाम, लोगो और रंगों में बदलाव किया है। 102 साल पुराने इस ब्रांड का मकसद नई पहचान के साथ युवा उपभोक्ताओं से जुड़ना और बदलते समय के अनुसार खुद को और आधुनिक बनाना है। 15% से ज्यादा बाजार हिस्सेदारी और 1,000 से अधिक स्टोर्स के मजबूत नेटवर्क के साथ, यह कदम ब्रांड को आने वाले समय में और प्रतिस्पर्धी बनाने की रणनीति का हिस्सा है।

Godrej Interio unveils new brand identity

मार्केटिंग कम्युनिकेशंस प्रमुख रेशु सराफ ने क्या कहा?

 

गोदरेज इंटरियो की मार्केटिंग कम्युनिकेशंस प्रमुख रेशु सराफ ने कहा कि कंपनी अब खुद को सिर्फ एक कामचलाऊ फर्नीचर ब्रांड नहीं, बल्कि एक डिज़ाइन-आधारित लाइफस्टाइल ब्रांड के रूप में दिखाना चाहती है। उनके मुताबिक, ब्रांड के पास ऐसे कई प्रोडक्ट्स हैं जो ज्यादा मॉड्यूलर, खूबसूरत और आधुनिक भारतीय घरों के लिए बनाए गए हैं, ताकि लोगों के घर का अनुभव और बेहतर हो सके।

 

गोदरेज इंटेरियो का नाम और लोगो:

  • नाम: अब यह “गोदरेज इंटेरियो” की जगह “इंटेरियो बाय गोदरेज” कहलाएगा।
  • लोगो: इसका नया लोगो मूंगा (कोरल) रंग में है, जो ऊर्जा, रचनात्मकता और गर्मजोशी का प्रतीक माना जाता है। यह रंग ब्रांड को और खास बनाता है और प्रतिस्पर्धी बाज़ार में इसकी पहचान को और मजबूत करता है।

 

पिछले साल घोषित रणनीति पर आधारित कदम:

नई पहचान का ध्यान डिज़ाइन-आधारित नवाचार, बेहतर रिटेल अनुभव और भविष्य के लिए तैयार उत्पादों पर है। यह कदम गोदरेज एंटरप्राइजेज समूह की पिछले साल घोषित रणनीति पर आधारित है, जिसमें विकास के लिए डिज़ाइन, डिजिटल और नवाचार को केंद्र में रखा गया था।

 

राजस्व को दोगुना करना ब्रांड का लक्ष्य:

ब्रांड ने अगले साल अपने नए प्रस्ताव को प्रमोट करने के लिए टीवी, डिजिटल, आउटडोर और स्टोर्स में ब्रांडिंग पर 50 करोड़ रुपये खर्च करने की योजना बनाई है। साथ ही, यह विस्तार और तकनीक में 300 करोड़ रुपये का निवेश करेगा। कंपनी का लक्ष्य है कि वित्त वर्ष 2029 तक अपना राजस्व दोगुने से भी ज्यादा बढ़ाकर 10,000 करोड़ रुपये तक पहुँचाया जाए।

 

ई-कॉमर्स में भी बड़ी छलांग लगाने की तैयारी:

ब्रांड ई-कॉमर्स पर भी जोर दे रहा है। इसका लक्ष्य है कि 2029 तक ऑनलाइन बिक्री से होने वाली हिस्सेदारी को 15% से बढ़ाकर 20-22% किया जाए। इसके लिए कंपनी AI का इस्तेमाल कर रही है ताकि सर्च और पर्सनलाइज़ेशन का अनुभव बेहतर हो सके।

 

डिजिटल और स्टोर इंफ्रास्ट्रक्चर में निवेश:

वित्त वर्ष 2026 में, गोदरेज इंटेरियो डिजिटल विस्तार और ग्राहक अनुभव को बेहतर बनाने के लिए 100 करोड़ रुपये निवेश करेगी। अगले तीन वर्षों में कंपनी और 200 करोड़ रुपये निवेश करने की योजना बना रही है, जिसमें 100 करोड़ रुपये स्टोर्स के सुधार और विस्तार पर और 100 करोड़ रुपये नए उत्पाद लॉन्च पर खर्च होंगे। यह निवेश पिछले पांच-छह वर्षों में विनिर्माण क्षेत्र में किए गए 650-700 करोड़ रुपये के निवेश के अलावा है।

 

खुदरा स्टोरों की संख्या बढ़ने की योजना:

इंटेरियो, जो गोदरेज के तहत सबसे तेज़ी से बढ़ने वाला व्यवसाय है, अगले तीन वर्षों में अपने ऑफलाइन कारोबार को मजबूत करने की योजना बना रहा है। कंपनी 50-60 नए मध्यम आकार के स्टोर्स और 4-5 बड़े फॉर्मेट वाले प्रमुख स्टोर्स खोलेगी, ताकि भारत में कुल स्टोर्स की संख्या वर्तमान 1,000 से बढ़कर लगभग 1,500 हो जाए। बड़े एक्सपीरियंस सेंटर ग्राहकों को यह दिखाने में मदद करेंगे कि उनका कमरा फर्नीचर और डिज़ाइन के साथ कैसा दिखेगा। साथ ही, मध्यम और छोटे स्टोर्स भी खोले जाएंगे ताकि ज्यादा से ज्यादा लोग ब्रांड तक पहुँच सकें और उन्हें बेहतर अनुभव मिले।

 

इंटेरियो के सामने चुनौती:

इंटेरियो के सामने मुख्य चुनौती यह है कि फर्नीचर के बाज़ार में IKEA जैसी अंतरराष्ट्रीय कंपनियों और पेपरफ्राई जैसे डिजिटल ब्रांडों से मुकाबला करते हुए, अपने उत्पादों और ग्राहक अनुभव में डिज़ाइन को खास बनाकर पेश करना और ग्राहकों के लिए एक अलग और यादगार अनुभव सुनिश्चित करना।

 

‘मेड इन इंडिया’ टैग विश्वास का प्रतीक:

गोदरेज ब्रांड का ‘मेड इन इंडिया’ टैग गुणवत्ता, भरोसा, विश्वसनीयता और टिकाऊपन का प्रतीक है। हालांकि, ब्रांड अब तक आधुनिक डिज़ाइन और नवाचार की छवि बनाने में उतना सफल नहीं रहा है। ये नए मूल्य ब्रांड को और अधिक समकालीन और आकर्षक बना सकते हैं।

 

भारतीय फर्नीचर बाजार:

भारतीय फर्नीचर बाजार 2025 में 30.6 बिलियन डॉलर का है और यह 2032 तक 64.1 बिलियन डॉलर तक पहुँचने की उम्मीद है, यानी सालाना करीब 11% की दर से बढ़ रहा है। इंटरियो इस तेजी से बढ़ते बाजार का लाभ उठाने की योजना बना रहा है।

 

तेज़ी से बढ़ते शहरी प्रवास से बढ़ा है फ़र्नीचर का मांग:

2030 तक भारत की शहरी आबादी 40% से अधिक हो जाएगी, जिससे छोटे अपार्टमेंट्स में परिवारों की संख्या बढ़ेगी। छोटे घरों के कारण लोग जगह बचाने वाले सोफा-बेड, मॉड्यूलर वार्डरोब और फोल्ड-एवे डाइनिंग सेट जैसी बहु-कार्यात्मक फर्नीचर की ओर बढ़ रहे हैं। इससे फर्नीचर की मांग तेजी से बढ़ रही है और बाज़ार दोनों, प्रीमियम और मूल्य स्तर पर, बढ़ रहा है।

 

आइये जानते है इंटेरियो बाय गोदरेज (Interio by Godrej) के बारे में:

इंटेरियो बाय गोदरेज गोदरेज एंटरप्राइजेज समूह का भारत में घरों और कार्यस्थलों के लिए फर्नीचर और डिज़ाइन ब्रांड है। यह ब्रांड आवासीय इंटीरियर्स के लिए फर्नीचर, रसोई, सॉफ्ट फर्निशिंग और सेवाएँ प्रदान करता है। साथ ही, कार्यालय, स्कूल, अस्पताल, प्रयोगशाला और टर्नकी एवी समाधान जैसे वाणिज्यिक और संस्थागत स्थानों के लिए भी डिज़ाइन और समाधान देता है। इसे 75 से अधिक डिजाइन पुरस्कार मिल चुके हैं और 900 से अधिक पंजीकृत डिज़ाइन हैं। इसकी पाँच विनिर्माण इकाइयाँ है:

  1. मुंबई
  2. खालापुर
  3. शिरवाल
  4. हरिद्वार
  5. भगवानपुर

 

इतिहास:

गोदरेज ने 1923 में स्टोरवेल अलमारी के साथ फर्नीचर बनाना शुरू किया। वर्ष 2006 में इंटरियो को गोदरेज एंटरप्राइजेज समूह की एक व्यावसायिक इकाई के रूप में स्थापित किया गया। जबकि ब्रांड ने अब सितंबर 2025 में अपनी नई ब्रांड पहचान पेश की है।

 

निष्कर्ष:

गोदरेज इंटरियो ने अपने नाम, लोगो और रंगों में बदलाव कर न केवल अपनी पारंपरिक ताकत को बनाए रखा है, बल्कि युवा उपभोक्ताओं से जुड़कर और आधुनिक पहचान स्थापित कर प्रतिस्पर्धी बाज़ार में अपनी स्थिति को और मजबूत किया है। यह रणनीति ब्रांड की दीर्घकालिक विकास योजना और भविष्य की प्रतिस्पर्धा में बढ़त बनाए रखने के उद्देश्य को दर्शाती है।

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