जब बात मैसेजिंग की हो, तो सबसे पहले WhatsApp का नाम आता है। लेकिन अब भारत का अपना ऐप Arattai Messenger सामने आया है। ज़ोहो ने इसे खासतौर पर लोकल ऐप्स को बढ़ावा देने के लिए बनाया है। कंपनी का कहना है कि ऐप को 3 दिन में 100 गुना ये ज्यादा यूजर्स ट्रैफिक मिला है. तीन दिनों में इसके डेली साइन-अप्स 3,000 से बढ़कर 3.5 लाख हो गए हैं। ऐप ने Apple App Store पर टॉप रैंकिंग हासिल कर ली है। यह जल्द ही Google Play पर भी टॉप 100 में शामिल होने की राह पर है, फिलहाल लोग इसे WhatsApp का नया विकल्प मान रहे हैं।

तेजी से बढ़ती यूजर्स के कारण चुनौतियाँ:
इतनी तेजी से बढ़ते यूजर्स की वजह से Arattai के सर्वर पर दबाव बढ़ गया है। कुछ यूजर्स को OTP डिले, कॉन्टैक्ट सिंकिंग और कॉल फेल जैसी दिक्कतें आई हैं। Zoho ने कहा है कि आने वाले दिनों में सर्वर स्थिर हो जाएंगे। कंपनी ने नवंबर में बड़े अपडेट और लॉन्च की योजना बनाई थी, लेकिन अचानक बढ़े इस बूम ने उन्हें पहले ही पूरी रफ्तार से काम करने पर मजबूर कर दिया।
जोहो के को-फाउंडर श्रीधर वेम्बू ने कहा,
जोहो के को-फाउंडर श्रीधर वेम्बू ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म X पर बताया कि Arattai ऐप पर सिर्फ 3 दिनों में 100 गुना ट्रैफिक बढ़ गया है। नए साइन-अप्स रोज़ाना 3,000 से बढ़कर 3.5 लाख हो गए हैं। इतनी तेजी से बढ़ती लोकप्रियता को संभालने के लिए कंपनी तुरंत अधिक सर्वर और इंफ्रास्ट्रक्चर जोड़ रही है। साथ ही कोड को फाइन-ट्यून और अपडेट किया जा रहा है ताकि आने वाली दिक्कतों को तुरंत ठीक किया जा सके। उन्होंने कहा कि टीम पूरी ताकत से लगातार काम कर रही है।

Arattai ऐप क्या है?
Arattai एक मैसेजिंग ऐप है, जो WhatsApp को टक्कर देने के लिए बनाया गया है। इसका मतलब तमिल भाषा में “कैज़ुअल चैट” होता है। इसे Zoho Corporation ने 2021 में लॉन्च किया था। शुरुआत में यह छोटा प्रोजेक्ट था, लेकिन अब यह मेनस्ट्रीम में आ चुका है।
इसमें आप चैटिंग, वॉइस नोट्स, फोटो-वीडियो शेयरिंग, ग्रुप चैट और ब्रॉडकास्ट चैनल जैसी सुविधाएँ इस्तेमाल कर सकते हैं। खास बात यह है कि यह स्पायवेयर-फ्री और मेड-इन-इंडिया एप है।
2021 में लॉन्च हुआ था Arattai:
Zoho ने Arattai ऐप 2021 में लॉन्च किया था, जब WhatsApp की नई प्राइवेसी पॉलिसी को लेकर विवाद हो रहा था। Zoho के मुताबिक, Arattai की सबसे बड़ी ताकत प्राइवेसी है। सभी डेटा भारत में स्टोर होता है। वॉइस और वीडियो कॉल्स एंड-टू-एंड एन्क्रिप्टेड हैं। मैसेज अभी पूरी तरह से एन्क्रिप्टेड नहीं हैं, लेकिन कंपनी जल्द यह फीचर लाने की तैयारी कर रही है।
Arattai को कहाँ इस्तेमाल किया जा सकता है?
Arattai ऐप एंड्रॉइड और iOS दोनों पर उपलब्ध है और इसे गूगल प्ले स्टोर और ऐप्पल ऐप स्टोर से मुफ्त डाउनलोड किया जा सकता है।
इसके अलावा, यह डेस्कटॉप (विंडोज़, मैक, लिनक्स) और एंड्रॉइड टीवी पर भी इस्तेमाल किया जा सकता है, और यूजर्स अपने अकाउंट को अधिकतम पाँच डिवाइसों पर सिंक कर सकते हैं।
क्या Arattai मैसेंजर मुफ्त है?
Arattai का इस्तेमाल पूरी तरह से मुफ्त है। ज़ोहो ने इसे फ्रीवेयर और क्रॉस-प्लेटफ़ॉर्म ऐप के रूप में बनाया है और इसे विज्ञापन-मुक्त रखने का वादा किया है। कंपनी यह भी कहती है कि ऐप यूजर्स का डेटा विज्ञापनों के लिए इस्तेमाल नहीं करेगा, जबकि मेटा अपने प्लेटफ़ॉर्म पर विज्ञापन दिखाती है।
लोकप्रियता बढ़ने के पीछे का कारण:
Arattai की मांग प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘स्वदेशी’ अभियान के चलते बढ़ी है। शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान और IT मंत्री अश्विनी वैष्णव ने भी Arattai और Zoho के प्रोडक्ट्स को सोशल मीडिया पर समर्थन दिया। 22 सितंबर को वैष्णव ने कहा कि वे अब डॉक्यूमेंट्स, स्प्रेडशीट्स और प्रेजेंटेशन के लिए Zoho टूल्स का इस्तेमाल करेंगे और हाल ही में कैबिनेट ब्रीफिंग Zoho Show पर की। इसके बाद सोशल मीडिया पर चर्चा तेज़ हो गई और यूजर्स ने Arattai को “WhatsApp Killer” कहना शुरू कर दिया।
शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट में टिप्पणी की, जिसमें अराटाई को “मुफ्त, उपयोग में आसान, सुरक्षित और निरापद” बताया गया।

रेलमंत्री ने जोहो को लेकर एक्स पर अपनी पोस्ट में कहा,
मैं ज़ोहो पर जा रहा हूँ – दस्तावेज़ों, स्प्रेडशीट और प्रस्तुतियों के लिए हमारा अपना स्वदेशी प्लेटफ़ॉर्म। मैं सभी से आग्रह करता हूँ कि स्वदेशी उत्पादों और सेवाओं को अपनाकर प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के स्वदेशी आह्वान में शामिल हों।

यूजर्स क्यों हो रहे आकर्षित?
Arattai में WhatsApp जैसे सभी बेसिक फीचर्स हैं जैसे: टेक्स्ट, फोटो-वीडियो और फाइल शेयरिंग, ऑडियो और वीडियो कॉलिंग, मल्टी-डिवाइस सपोर्ट और Android TV इंटीग्रेशन। साथ ही, 24 घंटे के लिए दिखने वाली स्टोरीज पोस्ट करने की सुविधा मिलती है। और 250 लोगों तक की ऑनलाइन मीटिंग होस्ट की जा सकती है।
सबसे खास बात यह है कि Zoho यूजर्स का डेटा मॉनेटाइजेशन के लिए इस्तेमाल नहीं करेगा। यही प्राइवेसी-फर्स्ट अप्रोच यूजर्स को सबसे ज्यादा आकर्षित कर रही है।
Arattai के यूजर्स का अनुभव:
कई यूजर्स का कहना है कि ऐप का भविष्य इस पर निर्भर करेगा कि यह WhatsApp जितना सहज और भरोसेमंद लगता है या नहीं। बेंगलुरु की एक यूजर को इसका भारतीय होना और बेहतर प्राइवेसी पसंद आई, लेकिन उनके कॉण्टैक्ट्स अभी इसमें नहीं हैं। कुछ यूजर्स ने इंटरफेस को साफ-सुथरा बताया, जबकि चेन्नई के एक शुरुआती यूजर ने कहा कि वीडियो कॉल का अनुभव अच्छा रहा।
Hike ने भी दिया था वॉट्सऐप को टक्कर:
Arattai से काफी पहले एक और स्वदेशी ऐप Hike ने वॉट्सऐप के दबदबे को चुनौती देने की कोशिश की थी। इसके फाउंडर बिजनेस टाइकून सुनील मित्तल के बेटे और भारती ग्रुप के वारिस कविन मित्तल थे। यह ऐप काफी लोकप्रिय भी हुआ था। लेकिन, वॉट्सऐप के सामने Hike टिक नहीं पाया और आखिर में बंद हो गया। ऐसे में Arattai की राह भी आसान नहीं होने वाली है।
क्या WhatsApp को रिप्लेस कर पाएगा?
भारत में WhatsApp के करीब 500 मिलियन यूजर्स हैं, जो रोजमर्रा की जिंदगी और बिजनेस का अहम हिस्सा है. ऐसे में Arattai के लिए WhatsApp को पीछे छोड़ना आसान नहीं होगा. फिलहाल Arattai की कॉल्स एन्क्रिप्टेड हैं, लेकिन चैट्स में एंड-टू-एंड एन्क्रिप्शन अभी उपलब्ध नहीं है. जब तक यह फीचर नहीं आता, तब तक यह सिर्फ एक मजबूत चैलेंजर रहेगा, पूरी तरह रिप्लेसमेंट नहीं.
एंड्रॉइड और आईफोन पर अरट्टाई (Arattai) कैसे इंस्टॉल करें:
एंड्रॉइड के लिए: गूगल प्ले स्टोर पर जाएं और “Arattai Messenger” (Zoho Corporation) सर्च करें। ऐप पर क्लिक करके इंस्टॉल करें। आप चाहें तो इसे आधिकारिक वेबसाइट से भी डाउनलोड कर सकते हैं। सुरक्षा के लिए किसी भी थर्ड पार्टी APK साइट से ऐप डाउनलोड करने से बचें।
आईफोन के लिए:
App Store खोलें, Arattai Messenger सर्च करें और यह सुनिश्चित करें कि डेवलपर Zoho ही है। इसके बाद Get पर टैप करें। ऐप को आप इसकी आधिकारिक वेबसाइट से भी एक्सेस कर सकते हैं।
सेटअप प्रक्रिया:
- ऐप इंस्टॉल होने के बाद खोलें।
- अपना देश चुनें और फोन नंबर दर्ज करें।
- आए हुए OTP से नंबर वेरिफाई करें।
- जरूरी परमिशन दें (कॉंटैक्ट, माइक्रोफोन, कैमरा, नोटिफिकेशन)।
- अपनी प्रोफाइल फोटो और नाम सेट करें ताकि आपके संपर्क आपको आसानी से पहचान सकें।
अरट्टाई ऐप की 5 खास विशेषताएँ:
- मीटिंग्स की सुविधा:
अरट्टाई की मीटिंग्स सुविधा Zoom और Google Meet जैसी वीडियो कॉलिंग क्वालिटी प्रदान करती है, जो व्हाट्सऐप से बेहतर मानी जा रही है। नीचे दिए गए “Meetings” सेक्शन से आप तुरंत वीडियो कॉल शुरू कर सकते हैं, किसी मौजूदा मीटिंग में जुड़ सकते हैं या भविष्य की मीटिंग शेड्यूल कर सकते हैं। साथ ही सभी शेड्यूल्ड और पिछली मीटिंग्स को देखना भी आसान है।
- पॉकेट फीचर:
Pocket एक प्राइवेट, एन्क्रिप्टेड स्पेस है जहां यूज़र नोट्स, इमेज, वीडियो और रिमाइंडर सेव कर सकते हैं। यह फीचर व्हाट्सऐप के “Chat with Yourself” जैसा है लेकिन ज्यादा सुरक्षित और व्यवस्थित है।
- कोई एआई इंटीग्रेशन नहीं:
Meta (WhatsApp, Instagram) के विपरीत, अरट्टाई में कोई AI टूल्स नहीं हैं। इससे ऐप का अनुभव सरल और साफ़ रहता है, जिसमें कोई ऑटोमैटिक सुझाव या बॉट हस्तक्षेप नहीं होता।
- 4. मेंशन्स फीचर:
अरट्टाई में Mentions फीचर Slack की तरह काम करता है। यह सभी ऐसे मैसेज एक जगह दिखाता है जिनमें आपका ज़िक्र या टैग किया गया हो। इससे बातचीत और नोटिफिकेशन ट्रैक करना आसान हो जाता है, जो व्हाट्सऐप पर कई बार चुनौतीपूर्ण होता है।
Arattai के लिए आगे की राह:
Arattai की असली परीक्षा यह होगी कि क्या यह यूजर्स की रोज़मर्रा की आदत बन पाए। फीचर्स में WhatsApp जैसी बराबरी जरूरी है, लेकिन सबसे बड़ा चैलेंज है नेटवर्क इफेक्ट को पार करना। भारत में WhatsApp स्कूल, सोसायटी और ऑफिस ग्रुप्स के जरिए करोड़ों लोगों को जोड़ चुका है। Arattai को वही जगह बनाने के लिए लगातार सुधार और भरोसेमंद अनुभव देना होगा।
अराटाई के पीछे मूल कंपनी कौन है?
अराटाई के पीछे की कंपनी ज़ोहो कॉर्पोरेशन है, जो तकनीकी दुनिया में नई नहीं है। इसे 1996 में श्रीधर वेम्बू और टोनी थॉमस ने बनाया था। चेन्नई स्थित इस कंपनी के पास 55 से ज्यादा ऐप्स हैं, जो ईमेल, ग्राहक सेवा, अकाउंटिंग और प्रोजेक्ट मैनेजमेंट जैसी सुविधाएँ देती हैं। ज़ोहो 150 देशों में 13 करोड़ से ज्यादा यूजर्स को सेवाएं देती है।
श्रीधर वेम्बु के बारे में:
श्रीधर वेम्बु (जन्म 1968) एक भारतीय अरबपति बिजनेस मैग्नेट है, और जोहो कॉरपोरेशन के संस्थापक और सीईओ हैं। फोर्ब्स के अनुसार, वह 2020 तक 2.5 बिलियन अमेरिकी डॉलर के साथ दुनिया के 59वें सबसे अमीर भारतीय व्यक्ति है। उन्हें 2021 में भारत के चौथे सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार, पद्म श्री से सम्मानित किया गया था।
निष्कर्ष:
Arattai ने दिखाया कि देसी ऐप्स भी ग्लोबल दिग्गजों को टक्कर दे सकते हैं, लेकिन इसकी सफलता इस बात पर निर्भर करेगी कि Zoho तकनीक और फीचर्स मजबूत रखे और यूजर्स को प्राइवेसी और भरोसा दे पाए।