आईवियर रिटेलर लेंसकार्ट को SEBI ने अपने IPO के लिए ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस (DRHP) मंजूर करने की हरी झंडी दे दी है। यह कदम कंपनी को अगले हफ्तों में IPO प्रक्रिया को आगे बढ़ाने की अनुमति देता है।
गुरुग्राम स्थित लेंसकार्ट ने जुलाई 2025 में IPO के लिए DRHP फाइल किया था। अब कंपनी अपडेटेड प्रॉस्पेक्टस दाखिल करने की योजना बना रही है और नवंबर के मध्य तक स्टॉक एक्सचेंजों में लिस्टिंग का लक्ष्य रखा गया है। अगर सब योजना के अनुसार हुआ, तो यह 2025 में न्यू-एज इंडियन कंपनियों में सबसे बड़ा IPO होगा। लेंसकार्ट का यह IPO निवेशकों और स्टॉक मार्केट में काफी उत्सुकता पैदा कर रहा है।
$1 बिलियन फंड जुटाने की योजना, वैल्यूएशन $10 बिलियन:
रिपोर्ट के अनुसार, आईवियर रिटेलर लेंसकार्ट इस साल अपने IPO के माध्यम से 1 बिलियन डॉलर (करीब ₹8,876 करोड़) जुटाने की योजना बना रही है, जबकि कंपनी की कुल वैल्यूएशन 10 बिलियन डॉलर (लगभग ₹88,764 करोड़) आंकी गई है। यह इस साल का तीसरा सबसे बड़ा IPO होगा, जो टाटा कैपिटल और एलजी इलेक्ट्रॉनिक्स के बाद आता है।

IPO संरचना:
- यह IPO फ्रेश इश्यू और ऑफर-फॉर-सेल (OFS) का कॉम्बिनेशन है।
- कुल 13.22 करोड़ से अधिक शेयर्स जारी किए जाएंगे।
- कंपनी 2,150 करोड़ रुपए की वैल्यू के नए शेयर्स जारी करेगी।
- इसके अलावा, मौजूदा शेयरहोल्डर्स OFS के जरिए अपनी कुछ हिस्सेदारी बेचेंगे।
प्रमोटर्स अपनी हिस्सेदारी बेच रहे हैं:
लेंसकार्ट के प्रमोटर्स में पीयूष बंसल 2 करोड़ शेयर बेचेंगे, जबकि नेहा बंसल, अमित चौधरी और सुमीत कपाही अपनी छोटी-छोटी हिस्सेदारी बेचेंगे। वर्तमान में प्रमोटरों के पास कंपनी की कुल 19.96% हिस्सेदारी है, जबकि शेष 80.04% हिस्सेदारी संस्थागत और अन्य शेयरधारकों के पास है।
IPO से जुटाई गई राशि का उपयोग:
पिछले दो वर्षों में लेंसकार्ट का राजस्व साल-दर-साल 23% बढ़ा, और 33% की CAGR के साथ मजबूत वृद्धि दर्ज की गई। IPO से जुटाई गई राशि का इस्तेमाल मुख्य रूप से नए स्टोर खोलने के लिए लीज, किराया और लाइसेंस शुल्क के भुगतान, टेक्नोलॉजी और क्लाउड इंफ्रास्ट्रक्चर में निवेश, और ब्रांड प्रमोशन तथा कारोबार के प्रचार में किया जाएगा।
FY25 में लेंसकार्ट का राजस्व 6,652 करोड़ रुपये तक बढ़ा:
वित्त वर्ष 2025 में लेंसकार्ट का राजस्व 23% की साल-दर-साल वृद्धि के साथ 6,652.5 करोड़ रुपये तक पहुंच गया। पिछले दो वर्षों में कंपनी की चक्रवृद्धि वार्षिक वृद्धि दर (CAGR) 33% रही।
कंपनी का ग्रॉस मार्जिन 500 बेसिस प्वाइंट्स से बढ़कर 69% हो गया, जो ऑपरेटिंग एफिशिएंसी और व्यवसाय के बड़े आकार का परिणाम है।
लेंसकार्ट का IPO इस साल का सबसे बड़ा न्यू-एज पब्लिक ऑफरिंग:
लेंसकार्ट का IPO इस साल आने वाले न्यू-एज भारतीय कंपनियों की पब्लिक ऑफरिंग्स में सबसे बड़ा साबित होगा। इसके साथ ही अन्य प्रमुख स्टार्टअप जैसे Groww, Meesho, PhonePe और PhysicsWallah भी अपने-अपने IPO की तैयारी कर रहे हैं। ये कंपनियां आने वाले महीनों में स्टॉक मार्केट में कदम रखने के लिए रणनीति बना रही हैं, जिससे निवेशकों के लिए निवेश के नए अवसर खुलेंगे।
लेंसकार्ट: भारत की अग्रणी ऑप्टिकल आईवियर कंपनी-
लेंसकार्ट भारत की एक प्रमुख ऑप्टिकल आईवियर रिटेल चेन है, जिसकी स्थापना 2008 में हुई थी। कंपनी ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों चैनलों के माध्यम से प्रिस्क्रिप्शन आईवियर, कॉन्टैक्ट लेंस और धूप के चश्मे बेचती है।
लेंसकार्ट अपने मजबूत टेक्नोलॉजी-आधारित ओमनीचैनल दृष्टिकोण के लिए जानी जाती है, जिसमें रोबोटिक निर्माण और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) का व्यापक उपयोग शामिल है, जिससे यह आईवियर उद्योग में बाजार अग्रणी बन गई है।
सह-संस्थापक और CEO:
लेंसकार्ट की स्थापना पीयूष बंसल, नेहा बंसल और सुमीत कपाही ने की थी। विशेष रूप से पीयूष बंसल को “शार्क टैंक इंडिया” में एक प्रसिद्ध शार्क के रूप में भी जाना जाता है।
लेंसकार्ट के बारे मे मुख्य बिंदु:
- ऑनलाइन और ऑफलाइन उपस्थिति: लेंसकार्ट अपनी वेबसाइट, मोबाइल ऐप और 2,000 से अधिक स्टोर्स के माध्यम से ग्राहकों को सेवाएं प्रदान करती है, जिससे उपभोक्ताओं को सुविधाजनक खरीदारी का अनुभव मिलता है।
- उत्पाद रेंज: कंपनी विभिन्न प्रकार के चश्मे, लेंस (प्रिस्क्रिप्शन और कॉन्टैक्ट लेंस) और धूप के चश्मे बेचती है, जो ग्राहकों की हर जरूरत को पूरा करने के लिए डिज़ाइन किए गए हैं।
- तकनीकी नवाचार: लेंसकार्ट अपनी निर्माण प्रक्रिया में “मेकऑप्टिक्स” नामक रोबोटिक तकनीक का उपयोग करती है, जिससे मानवीय त्रुटि की संभावना कम होती है और उत्पादन की गुणवत्ता और दक्षता में सुधार होता है।
- ऑनलाइन और ऑफलाइन मॉडल: कंपनी का ओमनीचैनल दृष्टिकोण ग्राहकों को ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों तरह के फायदे प्रदान करता है। इसमें ग्राहक अपने घर पर चश्मा आज़मा सकते हैं और जरूरत पड़ने पर स्टोर पर जाकर आंखों की जांच और फिटिंग करवा सकते हैं।
- निवेश और IPO: लेंसकार्ट को सॉफ्टबैंक, ADIA और टेमासेक जैसे प्रमुख वैश्विक निवेशकों का समर्थन प्राप्त है।
IPO क्या है?
IPO (Initial Public Offering) वह प्रक्रिया है जिसमें कोई निजी कंपनी अपनी शेयरों को पहली बार जनता के लिए जारी करती है।
- उद्देश्य: IPO के जरिए कंपनी स्टॉक एक्सचेंज पर पब्लिकली लिस्टेड कंपनी बनती है।
- अंतिम लक्ष्य: IPO के माध्यम से कंपनी निवेशकों से पूंजी जुटाती है, और आम जनता को कंपनी की हिस्सेदारी में भाग लेने का मौका मिलता है।
भारत में IPO कैसे लिस्ट होता है?
- नियामक फाइलिंग: कंपनी को SEBI (Securities and Exchange Board of India) के पास ऑफर डॉक्यूमेंट फाइल करना होता है।
ऑफर डॉक्यूमेंट में शामिल जानकारी:
- कंपनी और प्रमोटर्स का विवरण
- वित्तीय इतिहास और व्यापारिक लक्ष्य
- पूंजी जुटाने का कारण और IPO संरचना
- SEBI की मंजूरी: SEBI दस्तावेज़ों की समीक्षा के बाद लिस्टिंग प्रक्रिया शुरू करने की अनुमति देती है।
IPO के लिए पात्रता और मूल्य निर्धारण:
- SEBI नियमों के अनुसार पात्रता:
- पिछले 3 वर्षों में न्यूनतम ₹3 करोड़ की मूर्त संपत्ति।
- पिछले 3 वर्षों में हर वर्ष न्यूनतम ₹1 करोड़ की नेट वर्थ।
- पिछले 5 वर्षों में कम से कम 3 वर्षों में ₹15 करोड़ का औसत प्री-टैक्स प्रॉफिट।
- मूल्य निर्धारण कौन तय करता है: कंपनी और उसके मर्चेंट बैंकर मूल्य तय करते हैं, जिसमें संपत्ति, लाभ और भविष्य की वृद्धि जैसे कारक शामिल होते
निष्कर्ष:
लेंसकार्ट का IPO इस साल आने वाले न्यू-एज भारतीय कंपनियों में सबसे बड़ा होगा। इस IPO के जरिए कंपनी नई स्टोर्स, टेक्नोलॉजी अपग्रेड और ब्रांड प्रमोशन के लिए फंड जुटाएगी।