मंगलवार (4 नवंबर) शाम अमेरिका के केंटकी में एक बड़ा हादसा हुआ, जब UPS का मालवाहक विमान लुइसविले के मुहम्मद अली अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से उड़ान भरने के कुछ ही देर बाद दुर्घटनाग्रस्त हो गया। विमान में आग लगने से आसपास का इलाका घने काले धुएं से भर गया। हादसे में कम से कम सात लोगों की मौत हो गई और 11 अन्य घायल हो गए। विमान उड़ान के दौरान कई इमारतों से टकराया, जिससे भारी नुकसान हुआ। अधिकारियों को आशंका है कि मृतकों की संख्या और बढ़ सकती है।
यूनाइटेड पार्सल सर्विस (UPS) क्या है?
यूनाइटेड पार्सल सर्विस (UPS) एक अमेरिकी बहुराष्ट्रीय कंपनी है, जिसकी स्थापना 1907 में हुई थी। शुरू में यह अमेरिकन मैसेंजर कंपनी के नाम से जानी जाती थी और आज यह दुनिया की सबसे बड़ी शिपिंग और कूरियर कंपनियों में से एक है। UPS अपनी ग्राउंड और एयर शिपिंग सेवाओं तथा UPS स्टोर के लिए मशहूर है, जो छोटे व्यवसायों को शिपिंग में मदद करता है।
साल 2020 में इसका राजस्व लगभग 85 अरब डॉलर था, जो DHL और फेडेक्स से ज़्यादा है। इसका मुख्य केंद्र लुइसविले (केंटकी) में स्थित यूपीएस वर्ल्डपोर्ट है, जो दुनिया का पाँचवाँ और अमेरिका का तीसरा सबसे व्यस्त कार्गो हवाई अड्डा है। यहीं से यूपीएस रोज़ाना 200 से ज़्यादा देशों के लिए करीब 2,000 उड़ानें संचालित करता है। कंपनी के पास कुल 516 विमानों का बेड़ा है, जिनमें से 294 विमान उसके अपने हैं और बाकी पट्टे या चार्टर पर लिए गए हैं।
दुर्घटना के बारे में:
प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, UPS फ्लाइट 2976 ने लुइसविले के मुहम्मद अली अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से उड़ान भरने के बाद केवल 175 फीट (करीब 53 मीटर) की ऊँचाई तक पहुँचकर अधिकतम 344 किमी प्रति घंटा की गति हासिल की। प्रत्यक्षदर्शियों के वीडियो में विमान का बायाँ इंजन आग की लपटों में घिरा हुआ दिखाई दिया। विमान ने उड़ान जारी रखने की कोशिश की, लेकिन कुछ ही देर में बाईं ओर झुककर नीचे गिर गया। इसके बाद वह UPS चेन सप्लाई गोदाम की छत से टकराया और दाहिने पंख से फिसलते हुए ट्रक पार्किंग क्षेत्र में जा टकराया। टक्कर के दौरान बायाँ इंजन विमान से अलग हो गया, जिसके टुकड़े रनवे के पास घास में बिखरे मिले।
यह मैकडॉनेल डगलस MD-11F विमान था, जो होनोलुलु के लिए रवाना हुआ था, लेकिन उड़ान भरने के कुछ ही मिनटों बाद आग की लपटों में घिरकर दुर्घटनाग्रस्त हो गया। विमान में तीन चालक दल के सदस्य सवार थे। संघीय उड्डयन प्रशासन (FAA) के अनुसार, इस हादसे की जांच का नेतृत्व राष्ट्रीय परिवहन सुरक्षा बोर्ड (NTSB) करेगा।
कार्गो विमान दुर्घटना का मुख्य कारण:
कार्गो विमान दुर्घटना का मुख्य कारण अभी स्पष्ट नहीं है। अधिकारियों ने कहा कि विमान में लगी भीषण आग का कारण ईंधन की अधिक मात्रा हो सकता है। यह तीन इंजनों वाला विमान होनोलुलु तक आठ घंटे की उड़ान के लिए करीब 38,000 गैलन (लगभग 1,44,000 लीटर) ईंधन लेकर जा रहा था। लुइसविले अग्निशमन विभाग के प्रमुख के अनुसार, दुर्घटना स्थल पर इतना ज्यादा ईंधन फैल जाने से वहाँ की स्थिति बहुत खतरनाक हो गई थी।
दुर्घटना में हुए नुकसान:
अधिकारियों के अनुसार, UPS विमान दुर्घटना में कम से कम सात लोगों की मौत हुई है, जिनमें विमान में सवार सभी तीन चालक दल के सदस्य शामिल हैं। जमीन पर चार लोगों की मौत की पुष्टि हुई है, जबकि 11 लोग घायल हैं और उनका इलाज अस्पताल में चल रहा है। केंटकी के गवर्नर एंडी बेशियर ने बताया कि मरने वालों की संख्या बढ़ सकती है और राहत-बचाव टीमें मौके पर लगातार काम कर रही हैं।
दुर्घटनास्थल पर कई उद्योगों को भारी नुकसान:
दुर्घटनास्थल पर कई उद्योगों को नुकसान हुआ। केंटकी के गवर्नर एंडी बेशियर ने बताया कि जलते हुए विमान ने पास की दो फैक्ट्रियों—केंटकी पेट्रोलियम रीसाइक्लिंग और ग्रेड ए ऑटो पार्ट्स—को भारी नुकसान पहुँचाया। लुइसविले के अग्निशमन प्रमुख के अनुसार, हादसे के दौरान पेट्रोलियम रीसाइक्लिंग प्लांट में दूसरा धमाका हुआ, क्योंकि वहाँ प्रोपेन और तेल से भरे टैंक रखे थे, जो फट गए। इन विस्फोटों से आसपास के औद्योगिक इलाके में आग फैल गई। सुरक्षा के लिए अधिकारियों ने लुइसविले मुहम्मद अली अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से उड़ानें अस्थायी रूप से रोक दीं, और FAA ने हवाई अड्डे के आसपास के हवाई क्षेत्र को कुछ समय के लिए प्रतिबंधित कर दिया।
मामले पर UPS ने क्या कहा?
कंपनी ने अपने बयान में कहा, “हमारी संवेदनाएँ इस हादसे से प्रभावित सभी लोगों के साथ हैं। UPS अपने कर्मचारियों, ग्राहकों और जिन समुदायों की हम सेवा करते हैं, उनकी सुरक्षा के लिए प्रतिबद्ध है। यह बात लुइसविले के लिए खास तौर पर सही है, जहाँ हमारी एयरलाइन और हज़ारों कर्मचारी काम करते हैं।”
कंपनी ने आगे बताया कि वह राष्ट्रीय परिवहन सुरक्षा बोर्ड (NTSB) की जांच में सहयोग कर रही है और संघीय उड्डयन प्रशासन (FAA) के साथ लगातार संपर्क में है। साथ ही, UPS ने कहा कि वह राज्य और स्थानीय अधिकारियों के साथ मिलकर राहत और बचाव कार्यों में पूरी तरह मदद करेगी।
राष्ट्रीय परिवहन सुरक्षा बोर्ड (NTSB) करेगा जाँच:
राष्ट्रीय परिवहन सुरक्षा बोर्ड (NTSB) यूपीएस कार्गो विमान दुर्घटना की जांच करेगा। बोर्ड के प्रवक्ता ने बताया कि जांच के लिए एक टीम घटनास्थल पर भेजी जा रही है। आम तौर पर NTSB को जांच पूरी करने, कारणों का पता लगाने और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए सिफारिशें जारी करने में 12 से 24 महीने लगते हैं। शुरुआती जांच में यह देखा जा रहा है कि दुर्घटना से पहले विमान का एक इंजन क्यों अलग हो गया।
अमेरिकी वायु सुरक्षा विशेषज्ञ और पायलट जॉन कॉक्स ने बताया कि जांचकर्ता यह समझने की कोशिश करेंगे कि तीन इंजनों वाले इस विमान ने एक इंजन में आग लगने के बाद भी उड़ान क्यों नहीं जारी रखी। कॉक्स ने आगे कहा, “ऐसे विमान दो इंजनों से भी उड़ सकते हैं, इसलिए अब यह पता लगाना ज़रूरी है कि इस बार ऐसा क्यों नहीं हो सका।”
निष्कर्ष:
इस हादसे में कई लोगों की जान गई और आसपास के क्षेत्र में भारी नुकसान हुआ। जांच एजेंसियाँ अब दुर्घटना के कारणों का पता लगाने में जुटी हैं। प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, विमान में तकनीकी खराबी की आशंका है। यह घटना हवाई सुरक्षा और आपात प्रबंधन की मजबूती पर फिर से सवाल खड़े करती है।
