अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने गुरुवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जमकर तारीफ की और उन्हें “महान व्यक्ति” तथा “मित्र” बताया। ट्रंप ने इशारा किया कि वे अगले साल भारत का दौरा कर सकते हैं ताकि दोनों देशों के बीच व्यापारिक संबंधों को और मजबूत किया जा सके।
व्हाइट हाउस में ट्रंप का बयान
व्हाइट हाउस में वजन घटाने वाली दवाओं की कीमतें कम करने से जुड़ी नई योजना की घोषणा के बाद मीडिया से बात करते हुए ट्रंप ने कहा कि उनकी बातचीत प्रधानमंत्री मोदी से “बहुत अच्छी” चल रही है।
“वह (मोदी) अब रूस से खरीद कम कर रहे हैं। वह मेरे मित्र हैं और हम बात करते रहते हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक महान व्यक्ति हैं। उन्होंने मुझे भारत आने का निमंत्रण दिया है और हम इस पर विचार कर रहे हैं। मैं भारत जाऊंगा,” ट्रंप ने कहा।
जब उनसे सीधे पूछा गया कि क्या वे अगले साल भारत की यात्रा करेंगे, तो उन्होंने जवाब दिया,
“संभव है, हाँ।”
भारत-अमेरिका व्यापार समझौते पर तेजी
- इकोनॉमिक टाइम्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक, दोनों देशों के बीच लंबे समय से चर्चा में चल रहे व्यापार समझौते को लेकर गहन बातचीत जारी है।
23 अक्टूबर को दोनों देशों के वार्ताकारों के बीच वर्चुअल बैठक हुई थी।
मार्च से अब तक पाँच दौर की बातचीत हो चुकी है। - यह समझौता “2025 के अंत तक” हस्ताक्षरित होने की उम्मीद है।
- इस समझौते का उद्देश्य वर्तमान में लगभग 191 अरब डॉलर के व्यापार को बढ़ाकर 2030 तक 500 अरब डॉलर तक पहुंचाना है।
उच्चस्तरीय वार्ता में शामिल रहे पीयूष गोयल
सितंबर में भारत के वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल अमेरिका गए थे, जहाँ उन्होंने उच्चस्तरीय वार्ताओं का नेतृत्व किया। उनके साथ मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी, जिनमें मुख्य वार्ताकार राजेश अग्रवाल भी शामिल थे, मौजूद थे।
सितंबर के मध्य में अमेरिकी व्यापार प्रतिनिधि कार्यालय (USTR) के ब्रेंडन लिंच के नेतृत्व में अमेरिकी प्रतिनिधिमंडल ने नई दिल्ली में भारतीय अधिकारियों से बातचीत की।
दोनों पक्षों ने इसे “सकारात्मक और आगे बढ़ने वाली चर्चा” बताया और सहमति जताई कि समझौते को जल्द से जल्द अंतिम रूप दिया जाएगा।
रूस से तेल खरीद पर ट्रंप की आपत्ति
- ट्रंप प्रशासन ने हाल ही में भारत से आने वाले कुछ निर्यात उत्पादों पर 25% टैरिफ और अतिरिक्त जुर्माना लगाया है।
- उन्होंने यह कदम भारत के रूस से कच्चा तेल खरीदने पर उठाया है।
- भारत इस समय अपनी तेल आवश्यकता का करीब 34% रूस से और लगभग 10% अमेरिका से आयात करता है।
- ट्रंप चाहते हैं कि भारत धीरे-धीरे रूसी तेल पर निर्भरता घटाए और अमेरिका व उसके सहयोगी देशों से खरीद बढ़ाए।
भारत-अमेरिका व्यापार में नई ऊँचाई की उम्मीद
जब पत्रकारों ने वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल से पूछा कि क्या नवंबर तक वार्ता पूरी हो जाएगी, तो उन्होंने कहा — “ऐसी पूरी संभावना है।”
अमेरिका भारत का सबसे बड़ा निर्यात बाजार है।
वित्त वर्ष 2024-25 में भारत ने अमेरिका को 86.5 अरब डॉलर का माल निर्यात किया, जिससे अमेरिका भारत का सबसे बड़ा व्यापारिक साझेदार बना रहा।
भारत का अमेरिका को ₹7.59 लाख करोड़ का निर्यात
भारत हर साल अमेरिका को कुल लगभग ₹7.59 लाख करोड़ मूल्य का सामान निर्यात करता है। इसमें सबसे बड़ा हिस्सा मशीनरी और इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों का है।
श्रेणी | निर्यात मूल्य (₹ लाख करोड़ में) | कुल निर्यात में हिस्सेदारी |
मशीनरी | ₹1.68 | 22.14% |
इलेक्ट्रॉनिक सामान | ₹1.28 | 16.92% |
दवाइयाँ और फार्मा उत्पाद | ₹0.92 | 12.15% |
रत्न और ज्वेलरी | ₹0.87 | 11.49% |
रेडीमेड गारमेंट्स | ₹0.82 | 10.78% |
केमिकल्स | ₹0.37 | 4.85% |
पेट्रोलियम उत्पाद | ₹0.36 | 4.73% |
अन्य वस्तुएँ | ₹1.29 | 16.94% |
स्रोत: NIRYAT (नेशनल इंपोर्ट-एक्सपोर्ट रिकॉर्ड फॉर इंडिया ट्रेड एनालिसिस ऑफ ट्रेड), भारत सरकार
निष्कर्ष:
डोनाल्ड ट्रंप का यह बयान ऐसे समय आया है जब दोनों देश नए व्यापारिक समझौते को अंतिम रूप देने के करीब हैं।
अगर ट्रंप का भारत दौरा तय होता है, तो यह केवल व्यापारिक साझेदारी को नहीं, बल्कि राजनयिक रिश्तों को भी नई दिशा देगा।
“प्रधानमंत्री मोदी एक महान व्यक्ति हैं” — ट्रंप का यह बयान आने वाले महीनों में भारत-अमेरिका संबंधों के भविष्य का संकेत माना जा रहा है।
