अमेरिकी विश्वविद्यालयों में नामांकित हुए, जो पिछले साल की तुलना में 10% अधिक है। यह वृद्धि पिछले वर्ष दर्ज 23% की तेज छलांग से भले ही धीमी है, लेकिन वीज़ा जांच, लंबी इंटरव्यू कतारों और वर्क-वीज़ा को लेकर अनिश्चितताओं के बावजूद भारतीय छात्रों की संख्या लगातार बढ़ रही है।
वहीं, अमेरिका में लंबे समय तक सबसे बड़ा विदेशी छात्र समूह रहने वाला चीन लगातार पांचवें वर्ष पिछड़ गया। इस वर्ष चीन से आने वाले छात्रों की संख्या 4% गिरकर 2,65,919 रह गई। वैश्विक स्तर पर, अमेरिकी कैंपसों में कुल अंतरराष्ट्रीय नामांकन 7% घट गया, जबकि Fall 2025 Snapshot के मुताबिक नए छात्रों के नामांकन में 17% की भारी गिरावट दर्ज हुई है।
भारतीय छात्रों का खर्च 14 बिलियन डॉलर, चीन के बराबर पहुँचने को तैयार
अमेरिकी शिक्षा विभाग के आंकड़ों के अनुसार, 2024-25 में भारतीय छात्रों ने ट्यूशन, रहने और अन्य खर्चों पर 14 अरब डॉलर खर्च किए। चीन की ओर से यह आंकड़ा 14.6 अरब डॉलर रहा। 2023-24 में भारतीय छात्रों का खर्च 11.8 अरब डॉलर था, जो इस साल उल्लेखनीय रूप से बढ़ा है।
UG छात्रों में वृद्धि, PG में गिरावट; OPT में भारी उछाल
रिपोर्ट के अनुसार:
- अंडरग्रेजुएट भारतीय छात्रों में 11% वृद्धि
- ग्रेजुएट छात्रों में 9.5% गिरावट
- OPT (Optional Practical Training) में 47% की बड़ी बढ़त
OPT, वह कार्यक्रम है जिसमें छात्र पढ़ाई पूरी करने के बाद अमेरिका में व्यावहारिक काम का अनुभव हासिल कर सकते हैं।
कुल अंतरराष्ट्रीय रुझान
Fall 2024 में:
- नए अंतरराष्ट्रीय छात्रों में 7% गिरावट,
- नए UG छात्रों में 5% वृद्धि,
- नए PG छात्रों में 15% की गिरावट दर्ज की गई।
सबसे पसंदीदा राज्य
भारतीय छात्रों में टेक्सास, न्यूयॉर्क, मैसाच्युसेट्स, कैलिफोर्निया और इलिनॉय सबसे लोकप्रिय रहे। 63% भारतीय छात्रों ने पब्लिक यूनिवर्सिटीज, जबकि 37% ने प्राइवेट संस्थानों को चुना।
अमेरिकी अर्थव्यवस्था को 55 अरब डॉलर का योगदान
अमेरिकी वाणिज्य विभाग के अनुसार, अंतरराष्ट्रीय छात्रों ने साल 2024 में अमेरिकी अर्थव्यवस्था में 55 अरब डॉलर का योगदान दिया और 3.5 लाख से अधिक नौकरियों को समर्थन दिया।
Institute of International Education (IIE) के अध्यक्ष जेसन सिज़ ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय छात्र अमेरिकी कैंपसों में नवाचार, शोध और सांस्कृतिक विविधता को मजबूती देते हैं।
रिकॉर्ड संख्या वाले देश
इस वर्ष 25 शीर्ष देशों में से 12 देशों – भारत, बांग्लादेश, नेपाल, नाइजीरिया, पाकिस्तान, वियतनाम, स्पेन, पेरू, इटली, घाना, कनाडा और कोलंबिया – ने अब तक के सबसे ज्यादा छात्र भेजे हैं।
अगले वर्ष किन देशों पर फोकस?
US संस्थान 2026 प्रवेश सत्र के लिए:
- UG के लिए: वियतनाम (55%), भारत (49%), ब्राज़ील (39%) और दक्षिण कोरिया (39%) पर ध्यान दे रहे हैं।
PG के लिए: भारत (57%), वियतनाम (32%), चीन (28%), बांग्लादेश (28%) प्रमुख लक्ष्य देश हैं।
