बॉलीवुड के दिग्गज अभिनेता धर्मेंद्र का निधन, 89 वर्ष की उम्र में ली अंतिम सांस

बॉलीवुड के हीमैन धर्मेंद्र अब हमारे बीच नहीं रहे। 89 वर्षीय दिग्गज अभिनेता धर्मेंद्र का सोमवार (24.11.2025) दोपहर उनके निवास पर निधन हो गया। विले पार्ले श्मशान भूमि में उनका अंतिम संस्कार किया गया, जहाँ सलमान खान, संजय दत्त, अमिताभ बच्चन और आमिर खान सहित कई बॉलीवुड सितारे श्रद्धांजलि देने पहुंचे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने धर्मेंद्र के निधन को एक युग के समापन के रूप में भावुक श्रद्धांजलि दी। धर्मेंद्र का जन्म 8 दिसंबर 1935 को पंजाब के नसराली गांव में हुआ था। वे जल्द ही अपना 90वां जन्मदिन मनाने वाले थे।

Bollywood actor Dharmendra passes away

हाल ही में हुई थी तबीयत खराब

धर्मेंद्र पिछले कुछ समय से बढ़ती उम्र से जुड़ी स्वास्थ्य समस्याओं से जूझ रहे थे।
10 नवंबर को सांस लेने में परेशानी होने पर उन्हें मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहाँ कुछ समय के लिए उन्हें वेंटिलेटर सपोर्ट पर रखा गया।


इस दौरान मीडिया में उनके निधन की अफवाहें भी फैल गई थीं, जिन्हें परिवार ने तुरंत खारिज कर दिया। 12 नवंबर को डॉक्टरों ने उनकी स्थिति स्थिर होने पर उन्हें डिस्चार्ज कर घर पर ही आगे का इलाज जारी रखने की सलाह दी थी। इस साल की शुरुआत में उनकी कॉर्निया ट्रांसप्लांट सर्जरी हुई थी। बाईं आंख की पारदर्शी परत (कॉर्निया) डैमेज हो गई थी, जिसके बाद डॉक्टरों ने केराटोप्लास्टी की थी। पिछले कुछ वर्षों में उन्हें पीठ दर्द, मांसपेशियों में खिंचाव और कमजोरी की शिकायत रही। 2015 से 2020 के बीच उन्हें कई बार अस्पताल में भर्ती होना पड़ा।

धर्मेंद्र की आखिरी फिल्म:

धर्मेंद्र जल्द ही फिल्म इक्कीस’ (Ikkis) में नजर आने वाले थे। यह फिल्म भारत-पाकिस्तान युद्ध के शहीद अरुण खेत्रपाल की कहानी पर आधारित है। इसमें अमिताभ बच्चन के नाती अगस्तया नंदा अरुण खेत्रपाल का किरदार निभा रहे हैं, जबकि धर्मेंद्र उनके पिता एम.एल. खेत्रपाल की भूमिका में हैं।

 

संघर्ष भरे शुरुआती दिन

  • धर्मेंद्र का फिल्मी सफर बेहद प्रेरणादायक रहा।
  • 1954 में उन्होंने फिल्मफेयर टैलेंट कॉन्टेस्ट जीता, लेकिन उन्हें वादा की गई फिल्म नहीं मिली। इसके बाद वे पंजाब से मुंबई आए और ड्रिलिंग कंपनी में 200 रुपये महीने की नौकरी की।
  • घर न होने के कारण वे गैरेज में सोया करते थे। कई महीनों तक उन्होंने निर्माताओं के दफ्तरों के चक्कर काटे, तब जाकर उन्हें पहला ब्रेक मिला।
  • संघर्ष के दिनों में धर्मेंद्र की ज़िंदगी बेहद मुश्किल दौर से गुजरी थी। चंद रुपयों में गुज़ारा करने वाले धर्मेंद्र की हालत ऐसी थी कि कई बार उन्हें खाली पेट ही रातें गुजारनी पड़ती थीं।
  • एक बार ऐसा हुआ कि उनके पास खाने के लिए पैसे नहीं बचे, और उन्हें पूरा दिन भूखा रहना पड़ा। जब रात में वे घर लौटे तो भूख इतनी बढ़ गई कि उन्होंने सामने रखा इसबगोल का पूरा पैकेट ही खा लिया।
  • अगले दिन उनकी तबीयत अचानक बिगड़ गई और उन्हें अस्पताल ले जाया गया। डॉक्टर ने जब धर्मेंद्र से पूरी बात सुनी तो मुस्कुराते हुए कहा “इन्हें दवा की नहीं, खाने की जरूरत है।
  • कई महीनों की मेहनत और संघर्ष के बाद आखिरकार धर्मेंद्र को 1960 में अर्जुन हिंगोरानी की फिल्म दिल भी तेरा, हम भी तेरे’ में काम करने का मौका मिला।
  • यह फिल्म उनके करियर की पहली फिल्म थी, और यही से धर्मेंद्र का फिल्मी सफर शुरू हुआ।
  • अर्जुन हिंगोरानी के इस एहसान को धर्मेंद्र ने कभी नहीं भुलाया। उन्होंने आगे चलकर उनकी कई फिल्मों में नाममात्र की फीस लेकर काम किया।

 

धर्मेंद्र के बारे में कुछ रोचक बातें

  • गुलजार ने एक बार धर्मेंद्र को लेकर देवदास’ फिल्म शुरू की थी, जो अधूरी रह गई।
  • टाइम मैगजीन ने उन्हें दुनिया के दस सबसे खूबसूरत पुरुषों में शामिल किया था।
  • ‘हाइएस्ट ग्रॉसिंग स्टार ऑफ ऑल टाइम’ की लिस्ट में उनका चौथा स्थान था।
  • दिलीप कुमार ने कहा था — “अगले जन्म में मैं धर्मेंद्र जैसा बनना चाहता हूं।”
  • गोविंदा की पत्नी ने प्रेग्नेंसी के दौरान अपने कमरे में धर्मेंद्र की तस्वीर रखी थी ताकि बच्चा उन्हीं जैसा खूबसूरत हो।
  • कई लोगों ने उन्हें एक्टिंग छोड़ पहलवानी करने की सलाह दी थी।
  • फिल्म फूल और पत्थर’ से धर्मेंद्र को पहली बड़ी सफलता मिली।
  • इसी फिल्म की शूटिंग के दौरान उनकी और मीना कुमारी की नजदीकियां चर्चा में रहीं।
  • सलमान खान धर्मेंद्र को अपना पसंदीदा हीरो मानते हैं। उन्होंने फिल्म प्यार किया तो डरना क्या’ में काम करने के लिए एक पैसा नहीं लिया था।

 

धर्मेंद्र के मशहूर डायलॉग

  • बसंती, इन कुत्तों के आगे मत नाचना!” — शोले
  • कभी जमीन से बात की है ठाकुर, ये जमीन हमारी मां है।” — गुलामी
  • ओए, इलाका कुत्तों का होता है, शेर का नहीं।” — यमला पगला दीवाना
  • एक हिंदुस्तानी को समझ लो, हिंदी अपने आप आ जाएगी।” — अपने

 

धर्मेंद्र की टॉप 10 फिल्में

  1. हकीकत (1964)
  2. अनुपमा (1966)
  3. फूल और पत्थर (1966)
  4. सत्यकाम (1969)
  5. मेरा गांव मेरा देश (1971)
  6. सीता और गीता (1972)
  7. चुपके चुपके (1975)
  8. शोले (1975)
  9. धरम वीर (1977)
  10. गुलामी (1985)

 

धर्मेंद्र के प्रमुख अवॉर्ड्स और सम्मान

अपने छह दशक लंबे फिल्मी करियर में धर्मेंद्र ने न केवल दर्शकों का दिल जीता, बल्कि उन्हें सिनेमा जगत के कई प्रतिष्ठित पुरस्कारों और सम्मानों से भी नवाज़ा गया। नीचे उनके प्रमुख अवॉर्ड्स की सूची दी गई है —

  • 1999 में उन्हें एनुअल कलाकर अवॉर्ड से लाइफटाइम अचीवमेंट सम्मान मिला।
  • 1991 में उनकी फिल्म घायल’ को नेशनल फिल्म अवॉर्ड और फिल्मफेयर अवॉर्ड में बेस्ट फिल्म का पुरस्कार मिला।
  • 1997 में उन्हें फिल्मफेयर लाइफटाइम अचीवमेंट अवॉर्ड दिया गया।
  • 2007 में आईफा अवॉर्ड्स, और 2008 में बॉम्बे इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल ने उन्हें विशेष सम्मान दिया।
  • 2011 में अपसरा गिल्ड अवॉर्ड्स में फिर से लाइफटाइम अचीवमेंट अवॉर्ड मिला।
  • 2012 में इंडियन टेली अवॉर्ड्स में वे इंडियाज गॉट टैलेंट’ के सर्वश्रेष्ठ जज बने।
  • 2012 में, उन्हें भारत सरकार की ओर से पद्म भूषण, देश का तीसरा सर्वोच्च नागरिक सम्मान, प्रदान किया गया।
  • 2016 में उन्हें एचटी इंडिया’स मोस्ट स्टाइलिश लाइफटाइम अचीवमेंट अवॉर्ड मिला।
  • और 2021 में दादासाहेब फाल्के इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल ने उन्हें फिल्म इंडस्ट्री में उत्कृष्ट योगदान के लिए सम्मानित किया।

 

अवॉर्ड का नाम

वर्ष

श्रेणी / सम्मान

एनुअल कलाकर अवॉर्ड्स

1999

लाइफटाइम अचीवमेंट अवॉर्ड

अपसरा फिल्म प्रोड्यूसर्स गिल्ड अवॉर्ड्स

2011

लाइफटाइम अचीवमेंट अवॉर्ड

इंटरनेशनल इंडियन फिल्म एकेडमी (IIFA) अवॉर्ड्स

2007

विशेष सम्मान

बॉम्बे इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल

2008

विशेष उपलब्धि सम्मान

दादासाहेब फाल्के इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल (DPIFF)

2021

फिल्म इंडस्ट्री में उत्कृष्ट योगदान

फिल्मफेयर अवॉर्ड्स

1997

लाइफटाइम अचीवमेंट अवॉर्ड

 

1991

सर्वश्रेष्ठ फिल्म (‘घायल’) – बतौर निर्माता

एचटी इंडिया’स मोस्ट स्टाइलिश अवॉर्ड्स

2016

स्टाइलिश लाइफटाइम अचीवमेंट अवॉर्ड

इंडियन टेली अवॉर्ड्स

2012

बेस्ट जज – इंडियाज गॉट टैलेंट

नेशनल फिल्म अवॉर्ड्स (भारत)

1991

सर्वश्रेष्ठ लोकप्रिय फिल्म प्रदान करने वाला मनोरंजन – घायल