क्विक कॉमर्स कंपनी जेप्टो फाइल करेगी 11,680 करोड़ रुपए के IPO के दस्तावेज

क्विक कॉमर्स प्लेटफॉर्म जेप्टो शुक्रवार यानी 26 दिसंबर को 1.3 बिलियन डॉलर (लगभग 11,680 करोड़ रुपए) के प्रारंभिक सार्वजनिक निर्गम (IPO) के लिए प्रारूप दस्तावेज दाखिल करने वाली है। सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार, कंपनी का यह महत्वपूर्ण कदम भारतीय क्विक कॉमर्स उद्योग में प्रतिस्पर्धा को और तीव्र करेगा।

Zepto file documents for Rs 11680 crore IPO

ताजा पूंजी और OFS का विवरण

कंपनी नए शेयरों के निर्गम के माध्यम से लगभग 11,000 करोड़ रुपए की ताजा पूंजी जुटाने की योजना बना रही है। शेष राशि प्रारंभिक निवेशकों द्वारा अपने हिस्से बेचने (ऑफर फॉर सेल) से प्राप्त होगी।

 

रजिस्ट्रार ऑफ कंपनीज (RoC) के साथ जेप्टो की नियामक फाइलिंग के अनुसार, 23 दिसंबर को आयोजित असाधारण आम बैठक में शेयरधारकों ने नए शेयरों के निर्गम के माध्यम से 11,000 करोड़ रुपए तक जुटाने की योजना को अनुमोदन प्रदान किया।

 

गोपनीय मार्ग से फाइलिंग

कंपनी से अपेक्षा है कि वह भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (SEBI) की गोपनीय सुविधा के अंतर्गत ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस (DRHP) दाखिल करेगी। इस विशेष प्रावधान का लाभ यह है कि कंपनी बाद के चरण में अपने IPO के आकार में परिवर्तन कर सकती है।

 

गोपनीय तरीके से फाइलिंग करने का एक अन्य फायदा यह है कि कंपनी पहले SEBI के साथ दस्तावेज साझा करती है, किंतु सार्वजनिक रूप से अधिक विवरण सामने नहीं आते। इससे कंपनी को प्रतिक्रिया प्राप्त होती है और आवश्यक संशोधन करने का अवसर मिलता है।

 

वित्तीय प्रदर्शन

RoC फाइलिंग के अनुसार, जेप्टो ने वित्त वर्ष 2025 में 9,669 करोड़ रुपए का राजस्व दर्ज किया, जो पिछले वर्ष की तुलना में 129 प्रतिशत की वृद्धि दर्शाता है। हालांकि, कंपनी का शुद्ध घाटा लगभग तीन गुना बढ़कर 1,214 करोड़ रुपए से 3,367 करोड़ रुपए हो गया।

 

बैंकर्स और लिस्टिंग समयरेखा

जेप्टो ने इस निर्गम के प्रबंधन के लिए मॉर्गन स्टेनली, एक्सिस कैपिटल, HSBC, गोल्डमैन सैक्स, JM फाइनेंशियल, IIFL सिक्योरिटीज और मोतीलाल ओसवाल को नियुक्त किया है। मॉर्गन स्टेनली मुख्य बैंकर की भूमिका निभा रहा है।

 

सूत्रों के अनुसार, चार वर्ष पुरानी यह कंपनी अगले वर्ष जुलाई-सितंबर तिमाही में सूचीबद्ध होने की योजना बना रही है।

 

IPO पूर्व लागत नियंत्रण उपाय

अपने IPO दाखिल करने की तैयारी में, जेप्टो ने अनेक लागत-कटौती उपाय अपनाए हैं। कंपनी ने कर्मचारियों की छंटनी और रिक्त पदों को न भरकर 800-900 नौकरी भूमिकाएं कम की हैं। साथ ही, ग्राहक अधिग्रहण लागत और कॉर्पोरेट खर्चों में भी कटौती की है।

 

नकद भंडार और प्रतिस्पर्धा

नवंबर के अंत तक, जेप्टो के पास लगभग 7,000 करोड़ रुपए की नकदी थी। यह युद्ध कोष कंपनी नकदी-गहन क्विक कॉमर्स दौड़ में प्रतिद्वंद्वियों के साथ सीधी प्रतिस्पर्धा में उपयोग कर रही है।

 

प्रतिस्पर्धियों को भी पर्याप्त वित्तपोषण प्राप्त हुआ है। इटरनल (ब्लिंकिट की मूल कंपनी) ने नवंबर 2024 में 8,500 करोड़ रुपए जुटाए, जबकि स्विगी ने अपने 2024 के IPO के माध्यम से 4,500 करोड़ रुपए जुटाने के बाद 10,000 करोड़ रुपए का क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल प्लेसमेंट (QIP) पूर्ण किया। वर्तमान में, इटरनल और स्विगी दोनों के पास लगभग 17,000-18,000 करोड़ रुपए की नकदी है।

 

अक्टूबर में, जेप्टो ने अमेरिकी पेंशन फंड कैलपर्स के नेतृत्व में 450 मिलियन डॉलर का फंडिंग राउंड पूर्ण किया था, जिसमें लगभग 300 मिलियन डॉलर प्राथमिक पूंजी थी।

 

बाजार स्थिति और विस्तार योजनाएं

BofA सिक्योरिटीज की सितंबर रिपोर्ट के अनुसार, ब्लिंकिट के पास क्विक कॉमर्स बाजार का 50 प्रतिशत से अधिक हिस्सा है, जबकि शेष बाजार में जेप्टो, इंस्टामार्ट, बिगबास्केट, फ्लिपकार्ट मिनट्स और अमेज़न नाउ शामिल हैं।

 

शीर्ष तीन खिलाड़ियों के अतिरिक्त, क्षैतिज ई-कॉमर्स मार्केटप्लेस फ्लिपकार्ट और अमेज़न भी अपनी क्विक कॉमर्स उपस्थिति को मजबूत कर रहे हैं, जो प्रतिस्पर्धात्मक तीव्रता को और बढ़ा रहा है। वॉलमार्ट के स्वामित्व वाली फ्लिपकार्ट मिनट्स अपने नेटवर्क पर 800 डार्क स्टोर्स के करीब पहुंच रही है, जबकि अमेज़न नाउ दिल्ली-NCR, मुंबई और बेंगलुरु में प्रतिदिन दो सूक्ष्म गोदाम जोड़ रहा है।

 

सितंबर के अंत तक, ब्लिंकिट के पास 1,800 से अधिक डार्क स्टोर थे, जबकि इंस्टामार्ट और जेप्टो प्रत्येक लगभग 1,000-1,100 संचालित कर रहे थे।

 

कंपनी का इतिहास

जेप्टो बेंगलुरु स्थित कंपनी है, जिसकी स्थापना 2020 में आदित्य पालीचा और कैवल्य वोहरा द्वारा की गई थी। मात्र 5-6 वर्षों में कंपनी की वृद्धि अत्यंत उल्लेखनीय रही है। कंपनी की वर्तमान मूल्यांकन 7 बिलियन डॉलर (लगभग 63,000 करोड़ रुपए) है।

 

यह IPO भारतीय क्विक कॉमर्स उद्योग के लिए एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर होगा और निवेशकों को तेजी से विकसित हो रहे इस क्षेत्र में भागीदारी का अवसर प्रदान करेगा।