शीर्ष 10 सबसे ताकतवर पासपोर्ट की लिस्ट से अमेरिका बाहर

हाल ही में जारी हेनली पासपोर्ट इंडेक्स 2025 की रिपोर्ट के अनुसार संयुक्त राज्य अमेरिका का पासपोर्ट पहली बार दुनिया के शीर्ष दस सबसे शक्तिशाली पासपोर्ट से बाहर हो गया है। पिछले वर्षों में अमेरिका का पासपोर्ट हमेशा शीर्ष रैंकिंग में था, लेकिन इस बार के परिणाम ने यह संकेत दिया कि वैश्विक गतिशीलताओं, ट्रंप शासन के बदलावों और अन्य देशों की कूटनीतिक प्रगति के कारण अमेरिकी पासपोर्ट की स्थिति प्रभावित हुई है।

America out of the list of top 10 most powerful passports

2025 में अमेरिकी पासपोर्ट की वैश्विक स्थिति में गिरावट: कारण और प्रभाव

 

  • अक्टूबर 2025 में प्रकाशित हेनली पासपोर्ट इंडेक्स के अनुसार, संयुक्त राज्य अमेरिका (U.S.) का पासपोर्ट 12वें स्थान पर आ गया हैं, जो मलेशिया के बराबर है। अमेरिकी पासपोर्ट धारक अब 180 देशों और क्षेत्रों में वीज़ा-मुक्त यात्रा कर सकते हैं। 
  • यह घटना लगभग बीस वर्षों में पहली बार हुई है जब U.S. पासपोर्ट शीर्ष दस देशों की सूची से बाहर हो गया। U.S. पासपोर्ट ने 2014 में सर्वोच्च स्थान प्राप्त किया था। इसके बाद के दशक में धीरे-धीरे इसकी रैंकिंग में गिरावट आई। वर्ष 2024 में भी अमेरिकी पासपोर्ट शीर्ष दस में शामिल था, लेकिन अब कई यूरोपीय और एशियाई देशों ने इसे पीछे छोड़ना शुरू कर दिया था।
  • इस गिरावट के पीछे कई प्रमुख कारण वीज़ा-मुक्त पहुँच का बाधित होना है। अप्रैल 2025 में ब्राज़ील ने वीज़ा-मुक्त यात्रा पर पुनर्विचार और reciprocity चिंताओं के कारण इस पर रोक लगा दी थी। इसके अलावा, पापुआ न्यू गिनी और म्यांमार ने अमेरिकी नागरिकों के लिए पहले से मौजूद वीज़ा सुविधाओं को हटा दिया या सीमित कर दिया था।
  • वर्तमान में अमेरिकी पासपोर्ट धारक 180 देशों में वीज़ा-मुक्त यात्रा कर सकते हैं, लेकिन U.S. केवल 46 राष्ट्रीयताओं को बिना वीज़ा प्रवेश की अनुमति देता है। इस असंतुलन ने भी हेनली पासपोर्ट इंडेक्स में अमेरिकी रैंकिंग को नकारात्मक रूप से प्रभावित किया।
  • सिंगापुर, दक्षिण कोरिया और जापान जैसे देशों ने अपने वीज़ा-मुक्त और वीज़ा-ऑन-एराइवल समझौतों को मजबूत किया। जिससे उनकी रैंकिंग में सुधार हुआ और उन्होंने अमेरिकी पासपोर्ट को पीछे छोड़ दिया। वैश्विक स्तर पर इन देशों की आसानी से यात्रा की सुविधा अमेरिकी पासपोर्ट की तुलना में अधिक आकर्षक साबित हुई।
  • पिछले कुछ वर्षों में U.S. की इमिग्रेशन और वीज़ा नीतियाँ सख्त हुई हैं। विदेशी नीति में अधिक अंदरमुखी रुख और सुरक्षा-उन्मुख दृष्टिकोण ने नए वीज़ा-छूट समझौतों को बढ़ावा देने में बाधा डाली। इन नीतिगत बदलावों ने अमेरिकी पासपोर्ट की वैश्विक ताकत को सीमित और सुरक्षा केंद्रित बना दिया, जिससे इसका उपयोग अंतरराष्ट्रीय यात्रा में अपेक्षाकृत कम प्रभावशाली हुआ।

 

2025 में दुनिया के सबसे शक्तिशाली पासपोर्ट

 

हेनली पासपोर्ट इंडेक्स 2025 के अनुसार, पासपोर्ट की ताकत को इस आधार पर मापा जाता है कि धारक कितने देशों और क्षेत्रों में बिना वीज़ा के प्रवेश कर सकते हैं। इस सूचकांक में 199 राष्ट्रीय पासपोर्ट और 227 यात्रा गंतव्यों का विश्लेषण शामिल है, जिससे वैश्विक गतिशीलता और यात्रा स्वतंत्रता का व्यापक मूल्यांकन होता है। नीचे 2025 के शीर्ष 12 शक्तिशाली पासपोर्टों की सूची दी गई है:

 

रैंक

देश / देश समूह

वीज़ा-मुक्त गंतव्य संख्या

1

सिंगापुर

193

2

दक्षिण कोरिया

190

3

जापान

189

4

जर्मनी, इटली, लक्समबर्ग, स्पेन, स्विट्जरलैंड

188

5

ऑस्ट्रिया, बेल्जियम, डेनमार्क, फ़िनलैंड, फ्रांस, आयरलैंड, नीदरलैंड

187

6

ग्रीस, हंगरी, न्यूज़ीलैंड, नॉर्वे, पुर्तगाल, स्वीडन

186

7

ऑस्ट्रेलिया, चेक गणराज्य, माल्टा, पोलैंड

185

8

क्रोएशिया, एस्टोनिया, स्लोवाकिया, स्लोवेनिया, UAE, यूनाइटेड किंगडम

184

9

कनाडा

183

10

लातविया, लिकटेंस्टीन

182

11

आइसलैंड, लिथुआनिया

181

12

संयुक्त राज्य अमेरिका, मलेशिया

180

 

2025 में दुनिया के सबसे कमजोर पासपोर्ट

 

वैश्विक गतिशीलता के निचले स्तर पर, अफ़ग़ानिस्तान, सीरिया और इराक के पासपोर्ट 2025 में सबसे कमजोर माने गए हैं। इन देशों की रैंकिंग मुख्य रूप से राजनीतिक अस्थिरता, सीमित कूटनीतिक संबंध और कठोर वीज़ा आवश्यकताओं पर आधारित है। इन परिस्थितियों के कारण इनके नागरिकों के लिए अंतरराष्ट्रीय यात्रा करना कठिन हो गया है और वीज़ा-मुक्त गंतव्यों की संख्या बहुत कम है। नीचे 2025 के सबसे कमजोर पासपोर्टों की सूची दी गई है:

 

रैंक

देश

वीज़ा-मुक्त गंतव्य संख्या

106

अफ़ग़ानिस्तान

24

105

सीरिया

26

104

इराक

29

 

हेनली पासपोर्ट इंडेक्स 2025 में भारत और इसके पड़ोसी देशों की रैंकिंग

 

  • भारत इस सूचकांक में 85वें स्थान पर है। भारतीय पासपोर्ट धारक अब 57 देशों और क्षेत्रों में वीज़ा-मुक्त यात्रा कर सकते हैं। भारत की यात्रा स्वतंत्रता सीमित है, लेकिन हाल के वर्षों में कुछ द्विपक्षीय समझौतों और कूटनीतिक प्रयासों से इस स्थिति में सुधार हुआ है।
  • चीन इस सूचकांक में 64वें स्थान पर है। चीन का पासपोर्ट 76 देशों में वीज़ा-मुक्त यात्रा की सुविधा प्रदान करता है। रूस, खाड़ी देशों और यूरोप के साथ परस्पर वीज़ा समझौते और यात्रा कूटनीति ने चीन की वैश्विक यात्रा स्वतंत्रता को मजबूत किया है।
  • पाकिस्तान 2025 में 103वें स्थान पर है। इसके पासपोर्ट धारक केवल 31 देशों में वीज़ा-मुक्त यात्रा कर सकते हैं। यह रैंक पाकिस्तान की सीमित अंतरराष्ट्रीय गतिशीलता और कूटनीतिक चुनौतियों को दर्शाती है।
  • नेपाल 101वें स्थान पर है। नेपाली नागरिक अब 36 देशों में बिना वीज़ा यात्रा कर सकते हैं। हालांकि, नेपाल की पासपोर्ट ताकत बहुत अधिक नहीं है, लेकिन यह पाकिस्तान के स्तर से थोड़ा बेहतर स्थिति में है।
  • बांग्लादेश 100वें स्थान पर है। इसके नागरिक 38 देशों में वीज़ा-मुक्त यात्रा कर सकते हैं। बांग्लादेश की पासपोर्ट शक्ति नेपाल और पाकिस्तान से कुछ बेहतर हैं।
  • श्रीलंका 98वें स्थान पर है। इसके पासपोर्ट धारक अब 41 देशों में बिना वीज़ा प्रवेश कर सकते हैं। श्रीलंका की यह स्थिति इसके ऐतिहासिक कूटनीतिक संबंधों और द्विपक्षीय समझौतों पर आधारित है, हालांकि यह वैश्विक औसत से नीचे है।
  • भूटान ने इस रैंकिंग में मध्यम स्थिति बनाए रखी है। भूटान 92वें स्थान पर है और इसके नागरिक 50 देशों में वीज़ा-मुक्त यात्रा कर सकते हैं।
  • मालदीव इस रैंकिंग में सबसे आगे है। मालदीव का पासपोर्ट 56वें स्थान पर है और इसके नागरिक 94 देशों में बिना वीज़ा यात्रा कर सकते हैं। इसके पीछे मुख्य कारण मालदीव की बढ़ती पर्यटन गतिविधियाँ और अंतरराष्ट्रीय सहयोग हैं। 

 

आइए जानते हैं कि हेनली पासपोर्ट इंडेक्स क्या हैं?

 

  • हेनली पासपोर्ट इंडेक्स (Henley Passport Index – HPI) एक विश्वव्यापी मान्यता प्राप्त रैंकिंग प्रणाली है, जो यह मूल्यांकन करती है कि किसी देश के पासपोर्ट धारक कितने देशों और क्षेत्रों में बिना वीज़ा के यात्रा कर सकते हैं।
  • इस इंडेक्स की शुरुआत 2006 में हेनली एंड पार्टनर्स द्वारा की गई थी। जिसका मुख्य उद्देश्य वैश्विक गतिशीलता और देशों की कूटनीतिक स्थिति का आकलन करना है।
  • इस इंडेक्स को तैयार करने में इंटरनेशनल एयर ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन (IATA) के डेटा का उपयोग किया जाता है। IATA अंतरराष्ट्रीय यात्रियों के लिए वीज़ा आवश्यकताओं का विस्तृत डेटाबेस प्रदान करती है। इस डेटा को हेनली एंड पार्टनर्स की इन-हाउस रिसर्च टीम द्वारा सत्यापित और अपडेट किया जाता है।
  • हेनली पासपोर्ट इंडेक्स में पासपोर्ट की ताकत को 227 यात्रा गंतव्यों के आधार पर मापा जाता है, जिनमें देश, क्षेत्र और छोटे स्वतंत्र राज्य शामिल हैं। इसमें यह देखा जाता है कि इन गंतव्यों में पासपोर्ट धारक कितने स्थानों में बिना वीज़ा प्रवेश कर सकते हैं। 
  • इस इंडेक्स को रीयल-टाइम में अपडेट किया जाता है। जब किसी देश की वीज़ा नीति में बदलाव होता है, अंतरराष्ट्रीय संबंध बदलते हैं या नए कूटनीतिक समझौते होते हैं, तो हेनली पासपोर्ट इंडेक्स में तत्क्षण सुधार किया जाता है।
  • पासपोर्ट की रैंकिंग न केवल नागरिकों की यात्रा क्षमता को प्रभावित करती है, बल्कि यह पर्यटन, व्यापार और अंतरराष्ट्रीय संबंधों पर भी प्रत्यक्ष प्रभाव डालती है। उच्च रैंक वाले देश, जैसे सिंगापुर, जापान और जर्मनी, अपने नागरिकों को अधिक वैश्विक गतिशीलता और अवसर प्रदान करते हैं, इसके परिणामस्वरूप ये देश अंतरराष्ट्रीय सहयोग और आर्थिक गतिविधियों में बेहतर स्थिति बने में रहते हैं।

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