विश्व की सबसे बड़ी परिसंपत्ति प्रबंधन कंपनियों में से एक ब्लैकरॉक ने आदित्य बिड़ला समूह के नवीकरणीय ऊर्जा व्यवसाय में अल्पसंख्यक हिस्सेदारी के लिए 3,000 करोड़ रुपये का निवेश करने का निर्णय लिया है। ग्रासिम के अंतर्गत संचालित इस व्यवसाय का मूल्यांकन 14,600 करोड़ रुपये किया गया है, जो भारत के स्वच्छ ऊर्जा सेक्टर में बढ़ती निवेशक रुचि को दर्शाता है।
उद्योग जगत में नई रणनीति
यह कदम उस रणनीति के समान है जिसे टाटा समूह और अडानी समूह जैसे अन्य बड़े औद्योगिक घरानों ने अपनाया है। इन समूहों ने भी अपने नवीकरणीय ऊर्जा उपक्रमों में बाहरी निवेशकों को शामिल किया है। इससे पहले, कतर की नेब्रास पावर ने आदित्य बिड़ला रिन्यूएबल्स में 49 प्रतिशत हिस्सेदारी खरीदने की संभावना तलाशी थी, लेकिन वह सौदा अंतिम रूप नहीं ले सका। उस समय अल्बर्टा इन्वेस्टमेंट मैनेजमेंट कॉर्पोरेशन और ब्लैकरॉक ग्लोबल इंफ्रास्ट्रक्चर पार्टनर्स (जीआईपी) सहित कई अंतरराष्ट्रीय निवेशकों ने कंपनी में दिलचस्पी दिखाई थी।
सौदा हुआ पक्का
मंगलवार की घोषणा से पुष्टि हुई है कि आदित्य बिड़ला समूह और जीआईपी के बीच चर्चाएं औपचारिक समझौते में बदल गई हैं। यह समूह के नवीकरणीय ऊर्जा कारोबार में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है। पिछले वर्ष, न्यूयॉर्क स्टॉक एक्सचेंज में सूचीबद्ध ब्लैकरॉक ने ग्लोबल इंफ्रास्ट्रक्चर पार्टनर्स का अधिग्रहण किया था, जिससे 180 बिलियन डॉलर से अधिक मूल्य की संपत्तियों का प्रबंधन करने वाला एक बुनियादी ढांचा मंच तैयार हुआ।
विशाल नवीकरणीय ऊर्जा पोर्टफोलियो
वर्तमान में आदित्य बिड़ला रिन्यूएबल्स के पास 10 राज्यों में 4.3 गीगावाट का पोर्टफोलियो है। इसमें सौर, पवन, हाइब्रिड और फ्लोटिंग सोलर परियोजनाएं शामिल हैं, जो इसे भारत के प्रमुख नवीकरणीय ऊर्जा खिलाड़ियों में से एक बनाती हैं। भारतीय रिन्यूएबल्स प्लेटफॉर्म में किसी प्राइवेट इक्विटी निवेशक द्वारा यह अब तक की सबसे बड़ी प्राथमिक प्रतिबद्धताओं में से एक है।
निवेशकों की पसंद
आदित्य बिड़ला समूह अपने विभिन्न व्यवसायों में शीर्ष प्राइवेट इक्विटी निवेशकों को आकर्षित कर रहा है:
आदित्य बिड़ला कैपिटल में एडवेंट इंटरनेशनल और प्रेमजी इन्वेस्ट ने निवेश किया था, जिसमें एडवेंट ने अक्टूबर 2025 में एग्जिट कर लिया।
आदित्य बिड़ला फैशन एंड रिटेल में सिंगापुर की जीआईसी ने हिस्सेदारी ली है।
आदित्य बिड़ला हेल्थ इंश्योरेंस में अबू धाबी इन्वेस्टमेंट अथॉरिटी (एडीआईए) ने निवेश किया है।
ये निवेश समूह की उस रणनीति को प्रदर्शित करते हैं जिसके तहत वह अपने व्यवसायों पर परिचालन और रणनीतिक नियंत्रण बनाए रखते हुए विकास को गति देने के लिए निजी पूंजी का लाभ उठा रहा है।
अध्यक्ष का विजन
इस डील पर टिप्पणी करते हुए आदित्य बिड़ला समूह के अध्यक्ष कुमार मंगलम बिड़ला ने कहा, “जीआईपी का निवेश हमारी विकास यात्रा में एक निर्णायक क्षण है। यह हमारे रिन्यूएबल्स प्लेटफॉर्म के तेज विस्तार के लिए मजबूत आधार तैयार करता है। आने वाले वर्षों में हम 10 गीगावाट से अधिक की क्षमता का लक्ष्य रखते हैं। दुनिया की कुछ सबसे उन्नत ऊर्जा परिसंपत्तियों के स्वामित्व और संचालन में उनकी वैश्विक नेतृत्व क्षमता हमारी महत्वाकांक्षा में कठोरता और पहुंच दोनों लाती है। हम अपने नवीकरणीय ऊर्जा व्यवसाय को एक शक्तिशाली विकास इंजन के रूप में उभरते हुए देख रहे हैं।”
भारत में स्वच्छ ऊर्जा का उज्ज्वल भविष्य
यह सौदा भारत के नवीकरणीय ऊर्जा क्षेत्र में बढ़ते अंतरराष्ट्रीय विश्वास को रेखांकित करता है। देश अपनी जलवायु प्रतिबद्धताओं को पूरा करने और ऊर्जा सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए स्वच्छ ऊर्जा की ओर तेजी से बढ़ रहा है। ऐसे में बड़े औद्योगिक समूहों और वैश्विक निवेशकों के बीच साझेदारी इस क्षेत्र के विकास को और गति प्रदान करेगी।
आदित्य बिड़ला समूह का यह कदम न केवल उसके व्यवसाय विस्तार की दिशा में महत्वपूर्ण है, बल्कि भारत के हरित ऊर्जा लक्ष्यों की प्राप्ति में भी सहायक होगा। विशेषज्ञों का मानना है कि आने वाले समय में ऐसे और भी सौदे देखने को मिल सकते हैं जो देश की ऊर्जा परिदृश्य को बदल सकते हैं।
