कनाडा: कूटनीति, विविधता और विवादों का संगम

कनाडा, उत्तरी अमेरिका का एक विशाल और अत्यंत समृद्ध राष्ट्र है, जो अपने भौगोलिक विस्तार, प्राकृतिक संसाधनों और सांस्कृतिक विविधता के लिए विश्वभर में प्रसिद्ध है। यह देश न केवल अपनी बर्फीली पर्वतमालाओं, घने वनों और स्वच्छ झीलों के लिए जाना जाता है, बल्कि एक बहुसांस्कृतिक समाज, मानवाधिकारों की रक्षा और वैश्विक शांति में सक्रिय भूमिका के लिए भी अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सम्मानित है।
भारत और कनाडा के ऐतिहासिक रूप से सौहार्दपूर्ण संबंध रहे हैं, किंतु हालिया वर्षों में इन रिश्तों में कुछ कूटनीतिक मतभेद सामने आए हैं। आइए विस्तार से समझते हैं कनाडा के भूगोल, इतिहास, संस्कृति, पर्यावरण और पर्यटन से जुड़े मुख्य पहलुओं को।

भौगोलिक संरचना और स्थिति

  • विश्व में स्थान: कनाडा, विश्व का दूसरा सबसे बड़ा देश है (केवल रूस के बाद)।
  • क्षेत्रफल: 99,84,670 वर्ग किलोमीटर।
  • अक्षांश और देशांतर: लगभग 41° से 83° उत्तर अक्षांश और 52° से 141° पश्चिम देशांतर के बीच स्थित है।
  • पूर्व–पश्चिम विस्तार: लगभग 5514 किलोमीटर, जिसमें 6 समय क्षेत्र आते हैं।
  • जनसंख्या: कुल वैश्विक जनसंख्या का केवल 0.5%
  • स्थलीय सीमाएँ:
    • संयुक्त राज्य अमेरिका – 8,891 किमी (दुनिया की सबसे लंबी द्विपक्षीय सीमा)
    • ग्रीनलैंड (डेनमार्क)
    • फ्रांस के विदेशी क्षेत्र सेंट पियरे और मिकेलॉन
  • समुद्री सीमा: लगभग 2,43,042 किलोमीटर, जो दुनिया में सबसे लंबी है।
  • राजधानी: ओटावा
  • आधिकारिक भाषाएँ: अंग्रेज़ी और फ़्रेंच
  • मुद्रा: कनाडाई डॉलर
  • जनसंख्या (2023): 4.01 करोड़
  • औसत आयु (2023): 81.65 वर्ष

इतिहास:

  • प्राचीन काल: एशिया से पहले इंसान आए, फर्स्ट नेशंस लोगों ने बसावट और व्यापार मार्ग बनाए।
  • 1500–1700: यूरोपीय खोजकर्ता (फ्रेंच और ब्रिटिश) आए, फर व्यापार शुरू हुआ, और उपनिवेश बने।
  • 1763: फ्रांस से कनाडा ब्रिटेन के अधीन आया।
  • 1867: कनाडा एक डोमिनियन बना, संघीय सरकार का गठन हुआ।
  • 1800–1900s: आप्रवासन, रेलवे निर्माण, स्वदेशी लोगों का विस्थापन।
  • प्रथम और द्वितीय विश्व युद्धों में कनाडा की सक्रिय भागीदारी।
  • 1982: संविधान पर कनाडा को पूरा नियंत्रण मिला।
  • 1995: क्यूबेक स्वतंत्रता जनमत संग्रह विफल।
  • 2000s के बाद: अंतरराष्ट्रीय मिशनों में भागीदारी, नई व्यापार संधियाँ, स्वदेशी अधिकारों को मान्यता।
  • 2023: इतिहास की सबसे भीषण वाइल्डफायर।
  • 2023 के बाद कनाडा में मार्क कार्नी प्रधानमंत्री बने, अल्बर्टा ने स्वतंत्रता जनमत संग्रह की योजना बनाई और कनाडा ने G7 शिखर सम्मेलन की मेज़बानी की।

प्रकृति और जैव विविधता: कनाडा विविध पारिस्थितिकी तंत्रों (टुंड्रा, जंगल, घासभूमि, मीठा पानी और समुद्र) से भरपूर है, जिसमें 70,000 से अधिक ज्ञात प्रजातियाँ और विशाल वन व आर्द्रभूमियाँ शामिल हैं।

  • दूरस्थ उत्तरी क्षेत्रों और घने जंगलों में वन्य जीव: भालू, भेड़िए, बीवर, हिरण, माउंटेन लायन, बघनखरी भेड़, रैकून, ऊदबिलाव और खरगोश
  • दक्षिणी प्रेयरी क्षेत्रों में: बाइसन और प्रोंगहॉर्न एंटीलोप
  • सदाबहार जंगलों में: मूस और काले भालू
  • उत्तरी बर्फीले टुंड्रा क्षेत्र में: कैरिबू और मस्क ऑक्स
  • देश की झीलों और नदियों में, जो पृथ्वी के ताजे पानी का लगभग 20% हिस्सा रखती हैं, ट्राउट और सैल्मन जैसी मछलियाँ पाई जाती हैं।

लोग और संस्कृति: कनाडा की संस्कृति पर ऐतिहासिक रूप से ब्रिटिश, फ्रेंच और स्वदेशी परंपराओं का प्रभाव रहा है, जबकि 20वीं सदी में अफ्रीकी, कैरेबियाई और एशियाई प्रवासियों ने इसे और समृद्ध किया।

  • इनुइट लोग मुख्यतः नॉर्थवेस्ट टेरिटोरीज़ और नूनावुत में रहते हैं।
  • कुछ स्वदेशी लोग अपने पारंपरिक क्षेत्रों में रहते हैं, जबकि कई शहरों में बस चुके हैं।
  • फर्स्ट नेशंस की कला कनाडाई संस्कृति का एक प्रमुख और प्रसिद्ध प्रतीक मानी जाती है।
  • कनाडा में आइस हॉकी और लाक्रॉस राष्ट्रीय खेल हैं, जबकी कुछ लोग तैराकी, साइक्लिंग, सॉकर और बास्केटबॉल जैसे कई खेलों में भाग लेते हैं

पर्यटन उद्योग: कनाडा का पर्यटन उद्योग बड़ा और विविध है, जिसमें देश की भौगोलिक विविधता प्रमुख आकर्षण का केंद्र है। टोरंटो, मॉन्ट्रियल, वैंकूवर, नियाग्रा फॉल्स और रॉकी पर्वत जैसे क्षेत्र प्रमुख पर्यटन स्थल हैं।

  • कनाडा में कुल 22 विश्व धरोहर स्थल (World Heritage Sites) हैं।
  • 2023 में 2.72 करोड़ विदेशी पर्यटक कनाडा आए, जिनमें से अधिकांश अमेरिका से थे।
  • पर्यटन से कुल $25.5 बिलियन की आय हुई और यह क्षेत्र कनाडा की GDP में लगभग 1% योगदान देता है तथा 3 लाख से अधिक नौकरियाँ प्रदान करता है।

भारत-कनाडा संबंध:

भारत और कनाडा के संबंध लोकतांत्रिक मूल्यों, बहुजातीय व बहुसांस्कृतिक समाज और मज़बूत जन-जन संपर्क पर आधारित हैं। स्वतंत्रता संग्राम के दौरान कई भारतीय कनाडा में बसे, जहाँ वैंकूवर स्थित “स्वदेश सेवक होम” ने ब्रिटिश शासन के विरोध में भूमिका निभाई। 1947 में राजनयिक संबंध स्थापित हुए और भारतीय संविधान में कई संघीय विशेषताएँ कनाडा से प्रेरित थीं। प्रारंभिक वर्षों में दोनों देशों ने विकास सहायता और शिक्षा में सहयोग किया। शीत युद्ध काल में भारत, कनाडा की विदेशी सहायता का सबसे बड़ा प्राप्तकर्ता था।

रणनीतिक साझेदारी की ओर बढ़ते संबंध

1990 के दशक में भारत की आर्थिक उदारीकरण नीति के बाद व्यापार और निवेश में संबंध गहरे हुए। अप्रैल 2015 में भारतीय प्रधानमंत्री की कनाडा यात्रा से रिश्तों को “रणनीतिक साझेदारी” का दर्जा मिला। हाल के वर्षों में दोनों देशों ने शिक्षा, रक्षा, जलवायु परिवर्तन, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और आप्रवासन जैसे क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाया।

संबंधों में चुनौतियाँ

व्यापारिक अड़चनें: भारत और कनाडा के बीच व्यापार कई बाधाओं से घिरा रहा है। एफटीए (Free Trade Agreement) पर बातचीत बार-बार स्थगित हुई है। कनाडा ने भारत के कृषि उत्पादों (विशेषकर दालों) पर प्रतिबंधों पर चिंता जताई है।

मानवाधिकार मुद्दे: कनाडा ने भारत में धार्मिक अल्पसंख्यकों (सिख और मुस्लिम) की स्थिति पर सवाल उठाए हैं, वहीं भारत ने कनाडा में हिंदू धार्मिक स्थलों पर हमलों को लेकर चिंता जताई है।

भूराजनीतिक मतभेद: अफगानिस्तान, ईरान, पाकिस्तान और चीन जैसे मुद्दों पर भारत और कनाडा की नीतियाँ एक-दूसरे से भिन्न हैं। कश्मीर और खालिस्तान जैसे विषयों पर मतभेद ने कूटनीतिक दूरी बढ़ाई है।

कनाडा में बढ़ता खालिस्तानी प्रभाव: कनाडा में सक्रिय सिख प्रवासी समुदाय के कुछ वर्गों में खालिस्तान के समर्थन ने भारत को लगातार चिंतित किया है। सोशल मीडिया और प्रचार ने इस विचारधारा को बढ़ावा दिया है, जिस पर भारत ने सख्त कार्रवाई की माँग की है।

  • सितम्बर 2023 में तनाव चरम पर: कनाडाई प्रधानमंत्री द्वारा एक सिख अलगाववादी की हत्या में भारत पर आरोप लगाने से मामला और बिगड़ गया, जिसे भारत ने बेबुनियाद बताया। G20 शिखर सम्मेलन में भारत ने कनाडा से द्विपक्षीय बैठक नहीं की।

अन्य विवादास्पद घटनाएँ

  • भारत-कनाडा एफटीए वार्ता पुनः स्थगित
  • दोनों देशों ने वरिष्ठ राजनयिकों को निष्कासित किया
  • भारत ने कनाडा से राजनयिकों की संख्या घटाने का आदेश दिया
  • भारत ने कनाडाई नागरिकों के लिए वीज़ा सेवा रोक दी