दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता की सुरक्षा व्यवस्था में एक बार फिर बड़ा बदलाव किया गया है। हाल ही में उन पर हुए हमले के मद्देनज़र केंद्र सरकार द्वारा उन्हें प्रदान की गई Z प्लस श्रेणी की सुरक्षा अब वापस ले ली गई है। यह सुरक्षा उन्हें चार दिन पहले ही अस्थायी रूप से प्रदान की गई थी। हालांकि, Z प्लस सुरक्षा वापस लेने के पीछे के कारणों के बारे में अब तक कोई आधिकारिक जानकारी साझा नहीं की गई है। केंद्र सरकार के इस फैसले ने राजनीतिक हलकों में चर्चा को जन्म दे दिया है।
वर्तमान में मुख्यमंत्री की सुरक्षा की जिम्मेदारी एक बार फिर से दिल्ली पुलिस को सौंप दी गई है। हमले की गंभीरता और सुरक्षा में इस प्रकार के उतार-चढ़ाव को देखते हुए प्रशासन की भूमिका और निर्णयों पर सवाल उठाए जा रहे हैं।
क्या था मामला, क्यों दी गई थी “Z प्लस सुरक्षा”
मुख्यमंत्री गुप्ता अपने सिविल लाइंस स्थित कैंप कार्यालय में जन सुनवाई कार्यक्रम कर रही थीं। इसी दौरान राजेश साकरिया नाम का शख्स वहां पहुंचा। सूत्रों के मुताबिक, उसने पहले मुख्यमंत्री को कुछ कागज थमाए और फिर अचानक उन पर हमला कर दिया। मौके पर मौजूद पुलिस ने तुरंत उसे पकड़ लिया और हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी, हमले में मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता के हाथ, कंधे और सिर पर चोटें आईं। घटना के बाद तुरंत मुख्यमंत्री कार्यालय की ओर से एक प्रेस विज्ञप्ति जारी कर इस हमले को “हत्या की साजिश” करार दिया गया। बयान में कहा गया कि यह हमला पूर्व नियोजित था और मुख्यमंत्री की जान लेने का प्रयास किया गया।
हमले की गंभीरता को देखते हुए केंद्र सरकार ने रेखा गुप्ता को चार दिन पहले अस्थायी रूप से Z प्लस श्रेणी की सुरक्षा प्रदान की थी। लेकिन अब यह सुरक्षा वापस ले ली गई है।
कौन है आरोपी राजेश?
- आरोपी का नामराजेश साकरिया है।
- उम्र41 वर्ष।
- राजकोट शहर केकोठारिया रोड स्थित गोकुल पार्क में माता-पिता, पत्नी और बेटे के साथ रहता है।
- पेशे सेऑटो-रिक्शा चालक है।
- घटना की जानकारी मिलते ही राजकोट पुलिस उसके घर पहुंची और परिजनों से पूछताछ की।
सीएम आवास की रेकी करने का आरोप
इस मामले में सीसीटीवी फुटेज सामने आया है, जिसमें कथित रूप से राजेश खिमजी को 19 अगस्त को दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता के शालीमार बाग स्थित आवास की रेकी करते हुए देखा गया।
पुलिस की कार्रवाई
- दिल्ली पुलिस आरोपी से पूछताछ कर रही है ताकि यह स्पष्ट किया जा सके किहमला पूर्व-योजना के तहत किया गया था या अचानक हुआ।
- राजेश की मां का कहना है कि उनके बेटे का उद्देश्य किसी को नुकसान पहुंचाना नहीं था।
- उनका दावा है कि राजेशसुप्रीम कोर्ट के आदेश से प्रभावित होकर प्रदर्शन में शामिल हुआ था।
कई धाराओं में दर्ज हुआ मुकदमा
सिविल लाइंस थाने में BNS की धारा 109(1) हत्या के प्रयास के तहत राजेश खिमजी के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। इसके अतिरिक्त उस पर लोक सेवक के कर्तव्य निर्वहन में बाधा डालने का भी आरोप लगाया गया है। दिल्ली पुलिस के उपायुक्त (उत्तर) राजा बंठिया ने बताया कि हमलावर के पास कोई हथियार नहीं था, लेकिन उसके बैग में कपड़े और कुछ कागज पाए गए।
जांच के दौरान यह भी सामने आया कि आरोपी के खिलाफ पहले से 5 आपराधिक मामले दर्ज हैं, जिनमें शामिल हैं- 2 मामले चाकू से हमला और 3 मामले आबकारी अधिनियम से संबंधित है।
भारत में सुरक्षा की श्रेणियाँ और प्रोटेक्शन सिस्टम:
भारत में उच्च जोखिम वाले व्यक्तियों (High-Risk Individuals) को सुरक्षा प्रदान करना पुलिस और स्थानीय प्रशासन की जिम्मेदारी होती है।
- मंत्रियों की सुरक्षा:केंद्रीय सुरक्षा कवर (Central Security Cover) उनके सरकारी पद के आधार पर मिलता है।
- निजी व्यक्तियों की सुरक्षा:किसी निजी व्यक्ति को सुरक्षा प्रदान करने का निर्णय गृह मंत्रालय (Home Ministry) द्वारा खुफिया एजेंसियों (Intelligence Agencies) से प्राप्त इनपुट के आधार पर लिया जाता है।
- ध्यान देने योग्य है कि ये खुफिया एजेंसियां किसीसांविधिक निकाय को रिपोर्ट नहीं करतीं, इसलिए कभी-कभी VIP सुरक्षा को राजनीतिक निर्णय मानने की आलोचना भी हुई है।

VIP/VVIP सुरक्षा के लिए जिम्मेदार बल
भारत में VVIP/VIP और उच्च-प्रोफ़ाइल हस्तियों की सुरक्षा के लिए निम्नलिखित एजेंसियां जिम्मेदार होती हैं:
- स्पेशल प्रोटेक्शन ग्रुप (SPG)– केवल प्रधानमंत्री की सुरक्षा के लिए।
- नेशनल सिक्योरिटी गार्ड्स (NSG)
- इंडो-तिब्बती बॉर्डर पुलिस (ITBP)
- सेंट्रल रिजर्व पुलिस फोर्स (CRPF)
- सेंट्रल इंडस्ट्रियल सिक्योरिटी फोर्स (CISF)
सुरक्षा कवर की विभिन्न श्रेणियाँ:
- X श्रेणी: सुरक्षा कवर में 2 सशस्त्र पुलिस कर्मी होते हैं, कमांडो शामिल नहीं होते।
- Y श्रेणी: सुरक्षा कवर में 11 कर्मी (1 या 2 कमांडो सहित) और पुलिस कर्मी होते हैं, मोबाइल सुरक्षा के लिए केवल 1 कर्मी होता है।
- Y Plus श्रेणी: सुरक्षा कवर में 11 से अधिक कर्मी (1 या 2 कमांडो सहित) और पुलिस कर्मी होते हैं, मोबाइल सुरक्षा के लिए 2 कर्मी होते हैं।
- Z श्रेणी: सुरक्षा कवर में 22 कर्मी (4 या 5 NSG कमांडो सहित) और पुलिस कर्मी होते हैं।
- Z Plus श्रेणी: सुरक्षा कवर में 55 कर्मी (10 या उससे अधिक NSG कमांडो सहित) और पुलिस कर्मी होते हैं, बुलेट प्रूफ कार, तीन शिफ्ट में एस्कॉर्ट और आवश्यकता पड़ने पर अतिरिक्त सुरक्षा प्रदान की जाती है।
- SPG (स्पेशल प्रोटेक्शन ग्रुप): केवल प्रधानमंत्री की सुरक्षा के लिए विशेष।
राष्ट्रपति की सुरक्षा: भारत के राष्ट्रपति को President’s Bodyguard (PBG) द्वारा सुरक्षा प्रदान की जाती है। PBG भारतीय सशस्त्र बल की सबसे वरिष्ठ और सबसे पुरानी इकाई है।
- शांति काल में:PBG एक सांस्कृतिक और समारोहिक इकाई के रूप में कार्य करती है।
- युद्ध की स्थिति में:PBG को तैनात किया जा सकता है, क्योंकि यह प्रशिक्षित पैराट्रूपर भी हैं।
कुछ सुरक्षा व्यवस्थाओं में असफलताएँ
- पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की हत्या उनके ही सुरक्षा कर्मियों द्वारा की गई थी।
- प्रसिद्ध एनकाउंटर स्पेशलिस्ट राजबीर सिंह मार्च 2008 में Z-लेवल सुरक्षा के बावजूद मारे गए।
- पूर्व केंद्रीय मंत्री प्रमोद महाजन की हत्या उनके भाई ने उनकी सुरक्षा में रहते हुए की।
रेखा गुप्ता के बारे में जानकारी
रेखा गुप्ता का जन्म 19 जुलाई 1974 को जुलाना, हरियाणा में हुआ। उन्होंने B.Com. और LLB की शिक्षा प्राप्त की। उनकी शादी मनीष गुप्ता से हुई है।
राजनीतिक जीवन:
- 1994-95: दिल्ली के दौलत राम कॉलेज में स्टूडेंट विंग की सचिव
- 1995-96: दिल्ली यूनिवर्सिटी स्टूडेंट यूनियन (DUSU) की सचिव
- 1996-97: दिल्ली यूनिवर्सिटी स्टूडेंट यूनियन (DUSU) की अध्यक्ष
- 2003-04: भारतीय जनता पार्टी युवा मोर्चा दिल्ली की सचिव
- 2004-06: भाजपा युवा मोर्चा की राष्ट्रीय सचिव
- 2007: दिल्ली के उत्तरी पीतमपुरा वार्ड से पार्षद, भाजपा महिला मोर्चा की राज्य महासचिव
- 2007-09: महिला कल्याण एवं बाल विकास समिति MCD अध्यक्ष का पद संभाला
- 2009: दिल्ली में राज्य महिला मोर्चा भाजपा की महासचिव
- 2010: भाजपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की सदस्य
- 2012: उत्तरी पीतमपुरा वार्ड से दूसरी बार पार्षद चुनी गईं
- 2015: शालीमार बाग विधानसभा से 11 हजार वोटों से हारीं
- 2020: शालीमार बाग विधानसभा से साढ़े चार हजार वोटों से हारीं
- 2022: शालीमार बाग-बी वार्ड से पार्षद चुनी गईं
- 2025: शालीमार बाग विधानसभा से चुनाव लड़ी और जीत हासिल की
मुख्यमंत्री के रूप में रेखा गुप्ता:
20 फरवरी 2025 को रेखा गुप्ता ने दिल्ली की मुख्यमंत्री के रूप में पदभार संभाला। उन्होंने दिल्ली विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी (AAP) की उम्मीदवार वंदना कुमारी को 29,595 मतों के बड़े अंतर से पराजित किया। रेखा गुप्ता राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) से लंबे समय से जुड़ी रही हैं। वे भारतीय जनता पार्टी (BJP) की वरिष्ठ नेता हैं और पूर्व में भाजपा महिला मोर्चा की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष के रूप में कार्य कर चुकी हैं। साथ ही, वे दिल्ली भाजपा में भी विभिन्न नेतृत्वकारी भूमिकाएं निभा चुकी हैं।