इज़राइल और हमास के बीच लंबे समय से जारी संघर्ष के बीच एक बड़ी कूटनीतिक सफलता सामने आई है। अमेरिका की मध्यस्थता के बाद दोनों पक्ष शांति योजना के पहले चरण पर सहमत हो गए हैं। इसकी घोषणा अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने खुद की।

ट्रम्प ने सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म ट्रुथ सोशल पर लिखा, “जल्द ही सभी बंधकों को रिहा किया जाएगा और इज़राइल अपनी सेना को एक तय सीमा तक वापस बुलाएगा। यह मजबूत और स्थायी शांति की दिशा में पहला कदम है।”
न्यूज चैनल से बातचीत में उन्होंने कहा कि पहले चरण के तहत गाजा में इज़राइल द्वारा बनाए गए बंधकों को सोमवार तक रिहा किए जाने की उम्मीद है। ट्रंप ने यह भी कहा, “हमें लगता है कि वे सभी सोमवार तक वापस आ जाएंगे।”

ट्रंप मध्यस्थता से हुए इज़राइल-हमास समझौते का पहला चरण:
ट्रंप की मध्यस्थता से हुए इस समझौते के पहले चरण में निम्नलिखित प्रमुख बातें शामिल हैं:
- संघर्ष विराम और बमबारी पर रोक:
- समझौते के तहत युद्धविराम लागू होगा, जिससे गाजा में बमबारी पर अस्थायी रूप से रोक लगेगी।
- इज़राइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने इसे मंज़ूरी देने के लिए सरकार की बैठक भी बुलाई है।
- इज़राइली सेना की वापसी: इज़राइली सेना गाजा के अधिकतर हिस्सों से पीछे हटना शुरू करेगी। यह वापसी एक तय सीमा तक होगी।
- बंधकों और कैदियों की रिहाई: मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, समझौते के लागू होने के 72 घंटे के भीतर लगभग 2,000 फिलिस्तीनी कैदियों के बदले सभी जीवित इजराइली बंधकों को रिहा किया जाएगा।
- मानवीय सहायता: गाजा में मानवीय सहायता पहुंचाने के लिए पाँच क्रॉसिंग को तुरंत खोला जाएगा।
- समझौते की गारंटी: अमेरिका, मिस्र, कतर और तुर्की ने इस समझौते के लागू होने की गारंटी दी है और मध्यस्थता में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
ट्रम्प ने मध्यस्थ देशों को धन्यवाद दिया:
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कतर, मिस्र और तुर्की को इज़राइल-हमास शांति समझौते में मध्यस्थता के प्रयासों के लिए धन्यवाद दिया। उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा, “यह अरब, इज़राइल, अमेरिका और आसपास के सभी देशों के लिए एक महान दिन है।”
ट्रम्प ने 5 अक्टूबर को इज़राइल की गाजा से वापसी को दर्शाता हुआ एक मैप भी साझा किया। इसमें पीली रेखा के जरिए दिखाया गया कि इज़राइली सेना समझौते के पहले चरण में किन हिस्सों तक पीछे हटेगी।
प्रधानमंत्री मोदी ने ट्रंप की शांति योजना के पहले चरण पर समझौते का स्वागत किया:
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की शांति योजना के पहले चरण पर हुए इज़राइल-हमास समझौते का स्वागत किया। पीएम मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म एक्स पर लिखा, “हम राष्ट्रपति ट्रंप की शांति योजना के पहले चरण पर हुए समझौते का स्वागत करते हैं। यह प्रधानमंत्री नेतन्याहू के मजबूत नेतृत्व का भी प्रतिबिंब है।”
उन्होंने आशा जताई कि बंधकों की रिहाई और गाजा के लोगों तक बढ़ी हुई मानवीय सहायता पहुंचने से उन्हें राहत मिलेगी और यह स्थायी शांति का मार्ग प्रशस्त करेगा।

पाकिस्तान ने इज़राइल-हमास शांति समझौते का स्वागत किया
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज़ शरीफ़ ने इस समझौते का स्वागत करते हुए कहा कि “गाजा में हिंसा और नरसंहार को खत्म करने का यह समझौता मध्य पूर्व में स्थायी शांति लाने का ऐतिहासिक अवसर है। राष्ट्रपति ट्रंप का नेतृत्व और कतर, मिस्र तथा तुर्की के नेताओं के प्रयास सराहनीय हैं।”
शरीफ़ ने साथ ही मस्जिद अल-अक्सा में हुई हालिया घटनाओं पर चिंता जताई और कहा कि “दुनिया को अवैध कार्रवाइयों को रोकना चाहिए ताकि ट्रंप के नेतृत्व में चल रही शांति की कोशिशें कमजोर न पड़ें।”
ट्रम्प ने गाजा में इज़राइली सेना की शुरुआती वापसी का मैप साझा किया:
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने 5 अक्टूबर को गाजा में इज़राइली सेना की पहले चरण की वापसी को दर्शाता हुआ एक विस्तृत मैप साझा किया। ट्रुथ सोशल पर पोस्ट किए गए इस मैप में पीली रेखा के माध्यम से दिखाया गया है कि इज़राइली सेनाएँ समझौते के तहत किस सीमा तक पीछे हटेंगी। ट्रम्प ने बताया कि जब हमास इसे पुष्टि कर देगा, तब युद्धविराम तुरंत लागू होगा और बंधकों व कैदियों के आदान-प्रदान की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी, जिससे वापसी के अगले चरण के लिए परिस्थितियाँ तैयार होंगी।

ट्रम्प द्वारा साझा किए गए मैप में निम्नलिखित बातें दिखायी गई हैं:
- दक्षिण गाजा: राफाह और फिलाडेल्फिया कॉरिडोर जैसे इलाके इज़राइल के नियंत्रण में बने रहेंगे, जहां सुरक्षा बल तैनात रहेंगे।
- उत्तरी गाजा: बेइत हनून के आसपास का इलाका भी इज़राइली सुरक्षा ज़ोन के रूप में दिखाया गया है।
- गाजा सिटी और शरणार्थी शिविर: गाजा सिटी और उसके आसपास के शरणार्थी शिविरों में फिलहाल पूरी तरह वापसी नहीं होगी।
गाजा और तेल अवीव में शांति समझौते की खुशी में जश्न का माहौल:
गाजा के खान यूनिस शहर की सड़कों पर समझौते की खबर मिलते ही जश्न का माहौल देखा गया। वहां के लोगों के एक छोटे समूह ने गाना गाकर और नाचकर खुशी जताई। वही तेल अवीव के ‘होस्टेज स्क्वेयर’ में लगभग 200 लोग समझौते की खुशी मनाने के लिए इकट्ठा हुए। हमास की ओर से पहले रिहा किए गए पूर्व बंधक, जैसे ओमर शेम टोव और रोमी गोनन, भी इस उत्सव में शामिल हुए। बंधक बने लोगों के परिवारों ने भी इस जश्न में हिस्सा लिया। लोग अमेरिकी झंडे लहरा रहे थे और एक दूसरे को गले लगाकर अपनी खुशी व्यक्त कर रहे थे।
ट्रंप का 20 सूत्री प्लान क्या है?
ट्रंप की योजना के तहत एक अस्थायी शासी बोर्ड की स्थापना की जाएगी। इसके अध्यक्ष ट्रंप होंगे और इसमें पूर्व ब्रिटिश प्रधानमंत्री टोनी ब्लेयर भी शामिल होंगे।
- गाजा कट्टरपंथ और आतंक से मुक्त होगा।
- गाजा के लोगों के लाभ के लिए पुनर्विकास किया जाएगा।
- दोनों पक्ष सहमत होने पर युद्ध तुरंत समाप्त होगा और सेना पीछे हटेगी।
- समझौते की सार्वजनिक स्वीकृति के 72 घंटे में सभी बंधक लौटाए जाएंगे।
- सभी बंधकों के बाद इजरायल 250 कैदियों और 1700 गाजावासियों को रिहा करेगा।
- शांति की कसम खाने वाले हमास सदस्य माफ किए जाएंगे या सुरक्षित बाहर जाएंगे।
- समझौते के तुरंत बाद गाजा में आवश्यक मदद भेजी जाएगी।
- मदद संयुक्त राष्ट्र और अन्य स्वतंत्र संस्थाओं के जरिए पहुंचेगी, राफा क्रॉसिंग खोला जाएगा।
- युद्ध के बाद गाजा में अस्थायी शांति बोर्ड का गठन होगा, हमास की कोई भूमिका नहीं होगी।
- गाजा के पुनर्विकास के लिए ट्रंप की आर्थिक योजना विशेषज्ञों की टीम बनाएगी।
- विशेष आर्थिक क्षेत्र स्थापित होगा और देशों के साथ वरीयता प्राप्त टैरिफ तय होंगे।
- गाजा में कोई भी रहने या जाने के लिए मजबूर नहीं होगा।
- हमास गाजा शासन में कोई भूमिका नहीं निभाएगा, सुरंग और हथियार नष्ट होंगे।
- साझेदार देश सुनिश्चित करेंगे कि गाजा सुरक्षित और शांतिपूर्ण रहे।
- अमेरिका और साझेदार आईएसएफ बनाएंगे जो फिलिस्तीनी पुलिस को ट्रेनिंग देंगे।
- इजरायल गाजा पर कब्जा या विलय नहीं करेगा, आईएसएफ नियंत्रण स्थापित करेगा।
- हमास द्वारा देरी या अस्वीकार पर योजनाएं IDF से ISF क्षेत्र में लागू होंगी।
- अंतरधार्मिक संवाद से सहिष्णुता और शांतिपूर्ण सह-अस्तित्व को बढ़ावा मिलेगा।
- गाजा का विकास और पीए सुधार कार्यक्रम फिलिस्तीन राज्य की स्थिति के लिए मार्ग तैयार करेगा।
- अमेरिका इजरायल और फिलिस्तीन के बीच शांति और तरक्की की बातचीत शुरू करेगा।
गाजा संघर्ष बंधक:
7 अक्टूबर 2023 को हमास के इज़राइल पर किए गए आतंकवादी हमले से हुई थी, जिसमें लगभग 1,200 लोग मारे गए और 251 लोग बंधक बनाए गए।
इज़राइल की प्रतिक्रिया:
अमेरिका और इज़राइल द्वारा आतंकवादी संगठन घोषित हमास के खिलाफ इज़राइल की सैन्य कार्रवाई के परिणामस्वरूप, गाजा की हमास-प्रशासित स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, 67,000 से अधिक लोग मारे गए, जिसमें नागरिक और लड़ाके का कोई अंतर नहीं रखा गया है।
बंधक स्थिति:
- 251 बंधकों में से, 148 बंधक पहले हुए युद्धविराम समझौते या इज़राइली बलों द्वारा बचाए गए।
- 57 बंधकों के शव वापस किए गए या बरामद हुए।
- बचे हुए बंधक: 48 बंधक अभी भी गाजा में हैं, जिनमें से इज़राइल का मानना है कि 20 जीवित हैं।
ट्रंप की शांति योजना:
इस योजना के तहत, हमास को शेष बंधकों को रिहा करना है। इसके बदले में, इज़राइल 250 फ़िलिस्तीनी कैदियों को रिहा करेगा, जो आजीवन सजा काट रहे हैं, साथ ही युद्ध की शुरुआत से गिरफ्तार किए गए लगभग 1,700 अन्य गाज़ावासियों को भी छोड़ा जाएगा।
हमास के बारे में:
हमास एक वैचारिक और धार्मिक रूप से प्रेरित हिंसक चरमपंथी संगठन है, जो फ़िलिस्तीनी राष्ट्रवादी और सुन्नी इस्लामवादी उद्देश्यों को जोड़ता है। इसकी स्थापना 1987 में पहले इंतिफ़ादा (फ़िलिस्तीनी विद्रोह) के दौरान हुई थी। हमास की शुरुआत मुस्लिम ब्रदरहुड की एक शाखा के रूप में हुई थी और आज भी यह वैचारिक रूप से उससे जुड़ा हुआ है।
इसका सैन्य विभाग “अल-क़ास्सम ब्रिगेड्स” के नाम से जाना जाता है। समूह 2007 से गाजा पट्टी पर शासन कर रहा है।
विचारधारा और लक्ष्य:
- फ़िलिस्तीनी राज्य की स्थापना: हमास का लक्ष्य एक स्वतंत्र फ़िलिस्तीनी राज्य स्थापित करना है, जो यॉर्डन नदी और भूमध्यसागर के बीच के क्षेत्र को कवर करे।
- 2017 का चार्टर: 1988 के चार्टर के विपरीत, जिसने इज़राइल के विनाश की मांग की थी, 2017 का चार्टर 1967 की सीमाओं के भीतर फ़िलिस्तीनी राज्य को “राष्ट्रीय सहमति का सूत्र” मानता है, बिना आधिकारिक रूप से इज़राइल को मान्यता दिए। यह संघर्ष यहूदी धर्म के आधार पर नहीं बल्कि “ज़ायोनिस्ट परियोजना” के खिलाफ है।
- अंतरराष्ट्रीय वर्गीकरण: अमेरिका, ब्रिटेन और यूरोपीय संघ सहित कई देशों ने हमास को आतंकवादी संगठन के रूप में घोषित किया है।
7 अक्टूबर 2023 के हमले और परिणाम:
- आकस्मिक हमला: हमास ने इज़राइल पर बड़ा हमला किया, जिसमें लगभग 1,200 लोग मारे गए (ज्यादातर नागरिक) और लगभग 250 लोग बंधक बनाए गए।
- इज़राइली सैन्य प्रतिक्रिया: इज़राइल ने युद्ध की घोषणा की और गाजा में सैन्य अभियान शुरू किया, जिसके कारण अक्टूबर 2025 तक 67,000 से अधिक फ़िलिस्तीनी मारे गए (गाजा स्वास्थ्य मंत्रालय)। इस हमले से व्यापक विनाश और गंभीर मानवीय संकट उत्पन्न हुआ।
- मानवीय संकट: 2025 के मध्य तक गाजा सिटी में अकाल की पुष्टि हुई, और इज़राइल की कार्रवाई और मानवीय सहायता अवरोध के लिए अंतरराष्ट्रीय आलोचना हुई।
गाजा में अकाल और व्यापक भुखमरी:
अक्टूबर 2023 से शुरू हुई इजरायल-हमास जंग ने गाजा को बुरी तरह तबाह कर दिया है। यहां रहने वाले करीब 21 लाख लोगों को अपना घर छोड़ने पर मजबूर होना पड़ा। युद्ध में अब तक 40 हजार से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। लगातार हो रहे इजरायली हवाई हमले, बमबारी और ज़मीनी स्तर पर इजरायल-हमास के बीच जारी संघर्ष में 62,000 से अधिक फिलिस्तीनी अपनी जान गंवा चुके हैं। यह आंकड़ा संयुक्त राष्ट्र की मानवीय मामलों के समन्वय कार्यालय (OCHA) ने जारी किया है।
बर्बादी की तस्वीर:
- इस संघर्ष ने गाज़ा के बुनियादी ढांचे को लगभग पूरी तरह तबाह कर दिया है।
- घर, अस्पताल, स्कूल, शरण स्थल और धार्मिक स्थल तक मलबे में तब्दील हो गए हैं।
- इतना ही नहीं, ज़रूरी सेवाएं जैसे कि रोटी बनाने वाली बेकरी भी नष्ट हो चुकी हैं, जिससे मानवीय संकट और गहराता जा रहा है।
मानवीय संकट की चरम स्थिति:
पूरे गाज़ा में अब कोई जगह सुरक्षित नहीं बची है। लाखों फिलिस्तीनी अपनी ज़िंदगी बचाने की जद्दोजहद कर रहे हैं। परिवारों को खाने का सामान, साफ़ पीने का पानी और जीवनरक्षक चिकित्सा सेवाएं तक मुश्किल से मिल रही हैं। बुनियादी ढांचे के ढह जाने से लोग पूरी तरह बेबस और असुरक्षित हो गए हैं।
मिस्र में गाजा समझौते की वार्ता जारी, ट्रम्प की संभावित यात्रा
अमेरिकी अधिकारियों ने मीडिया को बताया कि गाजा समझौते के अनसुलझे मामलों को सुलझाने के लिए मिस्र में वार्ता जारी है, जिससे समझौते के अगले चरणों को आकार मिलने की उम्मीद है।
समझौते से कुछ घंटे पहले, राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा कि वह इस सप्ताह के अंत में मिस्र की यात्रा कर सकते हैं। उन्होंने बताया कि गाजा युद्ध समाप्त करने का समझौता अब बहुत करीब है।
बुधवार को व्हाइट हाउस में बोलते हुए ट्रंप ने कहा, “वार्ता बहुत अच्छी तरह मिस्र में आगे बढ़ रही है। हमारी एक बेहतरीन टीम है, बेहतरीन वार्ताकार हैं। मैं सप्ताह के अंत में किसी समय वहां जा सकता हूं, शायद रविवार को। इस समय सभी लोग वहीं एकत्र हैं।”
निष्कर्ष:
ट्रम्प के इस प्रयास से गाजा में शांति आने की संभावना बढ़ गई है और बंधकों की रिहाई, मानवीय सहायता की पहुँच और इज़राइल-हमास के बीच स्थायी संघर्ष विराम की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाए जा सकते हैं। यह मध्य पूर्व में स्थायी शांति और सुरक्षा स्थापित करने की दिशा में भी एक महत्वपूर्ण पहल है।