India-AI Impact Summit 2026: भारत सरकार ने लोगो और प्रमुख पहलों का किया अनावरण, लोगो का डिज़ाइन अशोक चक्र से प्रेरित..

AI Impact Summit 19-20 फरवरी 2026 को नई दिल्ली के भारत मंडपम में आयोजित किया जाएगा। इस शिखर सम्मेलन में दुनिया भर के नेता, नीति निर्माता, शोधकर्ता और नवप्रवर्तक हिस्सा लेंगे। यह पहला अवसर है जब कोई वैश्विक दक्षिण देश ऐसा सम्मेलन आयोजित कर रहा है। कार्यक्रम का ध्यान “लोग, पर्यावरण और प्रगति” पर होगा, जिसे तीन सूत्र कहा गया है । खास बात यह है कि इसमें AI की बदलती भूमिका और इसके अवसर व चुनौतियों पर सात विषयगत चक्रों पर भी चर्चा की जाएगी।

India-AI Impact Summit 2026

तीन मुख्य सूत्रों के बारे में:

  • लोग: AI को मानवता की सेवा करनी चाहिए, सभी संस्कृतियों का सम्मान करना चाहिए, गरिमा की रक्षा करनी चाहिए और किसी को पीछे न छोड़ने को सुनिश्चित करना चाहिए। इसमें मानव विकास, बहुभाषी और सुलभ प्रणालियाँ, और सुरक्षित व भरोसेमंद AI लागू करना शामिल है।
  • ग्रह: AI का विकास संसाधन-कुशल होना चाहिए, साथ ही जलवायु सुरक्षा, पर्यावरण संरक्षण और वैज्ञानिक खोजों में मदद करनी चाहिए। इसे ग्रह की देखभाल और वैश्विक स्थिरता लक्ष्यों के अनुसार लागू किया जाना चाहिए।
  • प्रगति: AI के लाभ सभी तक समान रूप से पहुँचें, डेटासेट, कंप्यूटिंग और मॉडल तक पहुँच सबको मिले, और स्वास्थ्य, शिक्षा, शासन और कृषि जैसे क्षेत्रों में इसका उपयोग बढ़ाया जाए।

 

सात विषयगत चक्र कौन से है?

  • मानव पूंजी: कौशल विकास, रोजगार और भविष्य के कौशलों तक समान पहुँच।
  • समावेशन: भाषाओं, संस्कृतियों और विकलांगों के लिए समान अवसर; लिंग और डेटा पूर्वाग्रहों को रोकना।
  • सुरक्षित AI: पारदर्शी, भरोसेमंद और सुरक्षित एआई लागू करना।
  • लचीलापन और दक्षता: संसाधन-कुशल और स्थानीय जरूरतों के अनुसार AI ।
  • विज्ञान: अनुसंधान और खोज में एआई का जिम्मेदार उपयोग।
  • संसाधनों का लोकतंत्रीकरण: डेटा, मॉडल और बुनियादी ढाँचे तक समान पहुँच।
  • आर्थिक विकास और भलाई: जनहित क्षेत्रों में AI का उपयोग और सीमापार सहयोग।

 

आधिकारिक लोगो और प्रमुख प्रतीक:

  • लोगो का डिज़ाइन अशोक चक्र से लिया गया है, जो भारत के नैतिक शासन और संवैधानिक मूल्यों का प्रतीक है।
  • केंद्र से तंत्रिका नेटवर्क की लकीरें बाहर फैलती हैं, जो उद्योगों, भाषाओं और क्षेत्रों में AI के परिवर्तन और प्रभाव को दर्शाती हैं।
  • यह लोगो AI के व्यापक लाभों और समावेशी प्रगति को बढ़ावा देने की क्षमता का प्रतीक है।

 

शुरू की गई प्रमुख पहलें:

  • AI पिच फेस्ट (उड़ान): यह एक वैश्विक मंच है जहाँ नए AI स्टार्टअप्स को दिखाया जाएगा, खासकर भारत के टियर 2 और 3 शहरों के उद्यमों को। इसमें महिलाओं और दिव्यांग लोगों द्वारा चलाए जाने वाले स्टार्टअप्स भी शामिल होंगे।
  • IndiaAI डेटा और AI लैब्स: अब तक 30 लैब्स लॉन्च की जा चुकी हैं, जो 570-लैब नेटवर्क का पहला चरण हैं। ये लैब्स टियर 2 और 3 शहरों में AI और डेटा प्रशिक्षण व कौशल विकास पर केंद्रित हैं।
  • IndiaAI फेलोशिप कार्यक्रम: इस कार्यक्रम का विस्तार 13,500 छात्रों को समर्थन देने के लिए किया गया है, जिसमें इंजीनियरिंग, चिकित्सा, कानून, वाणिज्य और उदार कला के विद्यार्थी शामिल हैं।

 

आठ परियोजनाएँ फाउंडेशन मॉडल के तहत:

  • Avatar AI: भारतीय भाषाओं और क्षेत्रों के लिए AI अवतार।
  • Bharat Gen (IIT बॉम्बे): बहुभाषी और मल्टीमॉडल मॉडल।
  • Fractal Analytics: STEM और चिकित्सा के लिए बड़ा रीज़निंग मॉडल।
  • Tech Mahindra: हिंदी भाषाओं के लिए दक्ष मॉडल और सरकारी अनुप्रयोग।
  • Zenteiq – BrahmAI: इंजीनियरिंग और औद्योगिक नवाचार के लिए मॉडल।
  • GenLoop: सभी 22 भारतीय भाषाओं के लिए छोटे भाषा मॉडल।
  • Intellihealth: न्यूरोलॉजिकल रोगों की प्रारंभिक जांच के लिए EEG मॉडल।
  • Shodh AI: सामग्री विज्ञान में नवाचार के लिए मॉडल।

 

इसका मकसद क्या है?

इसका मकसद है कि AI तकनीक इंसान और समाज के हित में इस्तेमाल हो। यह केवल बड़े उद्योगों तक सीमित न रहे, बल्कि शिक्षा, स्वास्थ्य, खेती, रोजगार और समाज के अन्य क्षेत्रों तक पहुँचे। साथ ही, इस समिट में ऐसा गवर्नेंस फ्रेमवर्क बनाने पर जोर है, जो पूरी दुनिया के लिए कारगर हो और AI के फायदे सभी देशों और लोगों तक न्यायपूर्ण तरीके से पहुँच सकें।

 

भारत-AI प्रभाव शिखर सम्मेलन 2026:

यह शिखर सम्मेलन एक वैश्विक मंच है, जिसका उद्देश्य समावेशी विकास, स्थिरता और सामाजिक भलाई में एआई की परिवर्तनकारी भूमिका को प्रदर्शित करना है। इसकी विशेषता यह है कि इसे किसी वैश्विक दक्षिण राष्ट्र द्वारा पहली बार आयोजित किया जा रहा है। इससे पहले इसे फ़्रांस में आयोजित किया गया था । यह पहल भारत को जिम्मेदार AI अपनाने में एक विचार नेता के रूप में स्थापित करती है। इस आयोजन का नेतृत्व भारत सरकार के इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय (MeitY) द्वारा किया जा रहा है।

 

उद्देश्य:

  • AI के लिए एक साझा वैश्विक दृष्टिकोण का निर्माण करें जो नैतिक, समावेशी और न्यायसंगत हो।
  • डेटा, कंप्यूट, मॉडल तक पहुंच को लोकतांत्रिक बनाना और सुरक्षित, विश्वसनीय एआई पारिस्थितिकी तंत्र को बढ़ावा देना ।
  • आर्थिक विकास, शासन, स्वास्थ्य, शिक्षा और जलवायु लचीलेपन के लिए एआई को बढ़ावा देना।

 

निष्कर्ष:

AI Impact Summit 2026 एक महत्वपूर्ण मंच है जो AI के प्रभाव, अवसर और चुनौतियों पर वैश्विक चर्चा को बढ़ावा देगा। तीन सूत्र “लोग, पर्यावरण और प्रगति” के माध्यम से यह सम्मेलन समावेशी और सतत विकास को प्रोत्साहित करेगा और AI के जिम्मेदार उपयोग की दिशा में सहयोग को मजबूत करेगा।