महिला विश्व कप में भारत बना चैंपियन, साउथ अफ्रीका को 52 रन से हराकर जीता फाइनल मैच:

भारत की महिला क्रिकेट टीम ने 47 वर्षों के लंबे इंतज़ार को समाप्त करते हुए अपना पहला ICC महिला क्रिकेट विश्व कप खिताब जीतकर नया इतिहास रच दिया। 2 नवंबर 2025 को नवी मुंबई स्थित डॉ. डी.वाई. पाटिल स्पोर्ट्स अकादमी में खेले गए फाइनल मुकाबले में भारत ने दक्षिण अफ्रीका को 52 रनों से पराजित किया।

 

यह जीत भारतीय महिला क्रिकेट के इतिहास में एक ऐतिहासिक मील का पत्थर साबित हुई है। भारत ने वर्ष 1978 में अपना पहला महिला विश्व कप खेला था, किंतु उस समय टीम खिताब जीतने में सफल नहीं हो पाई थी। 47 वर्षों बाद यह उपलब्धि न केवल भारतीय खिलाड़ियों की मेहनत और दृढ़ संकल्प का परिणाम है, बल्कि देशभर के करोड़ों प्रशंसकों के लिए गौरव और प्रेरणा का क्षण भी है। 

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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दी बधाई:

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आईसीसी महिला क्रिकेट विश्व कप 2025 के फाइनल में भारतीय टीम की शानदार जीत पर बधाई दी। उन्होंने कहा —

“भारतीय टीम की आईसीसी महिला क्रिकेट विश्व कप 2025 फाइनल में शानदार जीत काबिले तारीफ है। फाइनल में उनका प्रदर्शन बेहतरीन कौशल और आत्मविश्वास से भरा रहा। पूरे टूर्नामेंट में टीम ने अद्भुत टीमवर्क और दृढ़ संकल्प का परिचय दिया। हमारे सभी खिलाड़ियों को हार्दिक बधाई। यह ऐतिहासिक जीत आने वाली पीढ़ियों को खेल अपनाने और नई ऊंचाइयों को छूने के लिए प्रेरित करेगी।”

भारत का वर्ल्ड कप सफर:

इस वर्ल्ड कप में भारत का सफर उतार-चढ़ाव से भरा रहा। टीम ने कुल 9 मैच खेले और फाइनल तक पहुंचने का रास्ता आसान नहीं था। टूर्नामेंट की शुरुआत में भारत को उम्मीद के मुताबिक लय नहीं मिल पाई और शुरुआती तीन मुकाबलों में टीम को लगातार हार का सामना करना पड़ा।  इसके बाद टीम ने 4 मुकाबलों में जीत दर्ज की, जबकि एक मैच बेनतीजा रहा। सेमीफाइनल में भारत ने ऑस्ट्रेलिया को हराकर फाइनल में जगह बनाई। कुल मिलाकर भारत का प्रदर्शन 4 जीत, 4 हार और 1 बेनतीजा मैच के साथ संतुलित रहा।

 

फाइनल मैच कुछ इस तरह रहा :

भारत की पारी: साउथ अफ्रीका ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी का फैसला किया, लेकिन भारतीय टीम ने शानदार बल्लेबाजी से इस निर्णय को गलत साबित कर दिया। पारी की शुरुआत शेफाली वर्मा और स्मृति मंधाना ने की, और दोनों ने धमाकेदार खेल दिखाया। शुरू से ही भारतीय बल्लेबाजों ने साउथ अफ्रीकी गेंदबाजों पर दबाव बनाए रखा। सातवें ओवर में ही स्कोर 50 के पार चला गया और 17.2 ओवरों में टीम ने 100 रन पूरे कर लिए। स्मृति मंधाना ने बेहतरीन 45 रन की पारी खेली, जिसके बाद भारत को पहला झटका लगा।

इसके बाद शेफाली वर्मा और जेमिमा रोड्रिग्स ने पारी को संभाला और 25वें ओवर तक भारत को 150 रन के पार पहुंचा दिया। शेफाली शानदार लय में दिखीं और 87 रनों की शानदार पारी खेलकर 28वें ओवर में आउट हुईं। जेमिमा 24 रन बनाकर 30वें ओवर में पवेलियन लौट गईं। 35वें ओवर तक भारत ने 200 रन पूरे कर लिए थे, लेकिन कप्तान हरमनप्रीत कौर (20 रन) के आउट होने से टीम को चौथा झटका लगा। 44वें ओवर में अमनजोत कौर (12 रन) भी आउट हो गईं। इसके बाद दीप्ति शर्मा और ऋचा घोष ने जिम्मेदारी से बल्लेबाजी की और स्कोर को मजबूत किया। दीप्ति ने शानदार अर्धशतक जमाया, जबकि ऋचा घोष ने 34 रन की तेज पारी खेली। अंततः भारत ने निर्धारित 50 ओवर में 299 रन का मजबूत लक्ष्य खड़ा किया। दीप्ति शर्मा 58 रन बनाकर नाबाद रहीं।

 

दक्षिण अफ्रीका द्वारा लक्ष्य का पीछा:

लक्ष्य का पीछा करने उतरी साउथ अफ्रीकी टीम की शुरुआत भी अच्छी रही। कप्तान लॉरा वोलवार्ट और ताजमिन ब्रिट्स ने संयम से खेलते हुए पारी को आगे बढ़ाया। नौवें ओवर में साउथ अफ्रीका ने 50 रन पूरे कर लिए थे, लेकिन 10वें ओवर में अमनजोत कौर के सटीक थ्रो ने ब्रिट्स (23 रन) को रन आउट कर दिया। इसके बाद भारतीय गेंदबाजों ने लगातार विकेट झटककर अफ्रीकी बल्लेबाजों पर दबाव बनाए रखा। श्री चरणी ने 12वें ओवर में बॉश को बिना खाता खोले आउट किया।

18वें ओवर तक साउथ अफ्रीका का स्कोर 100 रन के पार गया, लेकिन 21वें ओवर में शेफाली वर्मा ने लुस (25 रन) को आउट कर साझेदारी तोड़ी। शेफाली ने अगले ही ओवर में मारिजाने कैप (4 रन) को भी चलता किया। इसके बाद दीप्ति शर्मा ने गेंदबाजी में कमाल दिखाया। उन्होंने 30वें ओवर में जाफ्टा (16 रन) को आउट किया और 40वें ओवर में एनेरी डर्कसन (35 रन) को पवेलियन भेजा।

दीप्ति का जलवा यहीं नहीं रुका 42वें ओवर में उन्होंने साउथ अफ्रीकी कप्तान लॉरा वोलवार्ट (शानदार 100 रन) का अहम विकेट लिया और उसी ओवर में ट्रायोन को भी आउट कर दिया। उनके इस शानदार प्रदर्शन से साउथ अफ्रीकी टीम की उम्मीदें टूट गईं। पूरी टीम 246 रनों पर सिमट गई और भारत ने 53 रनों से यह मुकाबला अपने नाम कर लिया।

 

दोनों टीम की प्लेइंग इलेवन कुछ इस प्रकार रही:

भारत महिला (प्लेइंग इलेवन): शेफाली वर्मा, स्मृति मंधाना, जेमिमा रोड्रिग्स, हरमनप्रीत कौर (कप्तान), दीप्ति शर्मा, ऋचा घोष (विकेटकीपर), अमनजोत कौर, राधा यादव, क्रांति गौड़, श्री चरणी, रेणुका सिंह ठाकुर

साउथ अफ्रीका की प्लेइंग इलेवनः लॉरा वोलवार्ट (कप्तान), ताजमिन ब्रिट्स, एनेके बॉश, सुने लुस, मारिजाने कैप, सिनालो जाफ्टा (विकेटकीपर), एनेरी डर्कसन, क्लो ट्रायोन, नादिन डीक्लर्क, अयाबोंगा खाका, नॉनकुलुलेको म्लाबा

 

दीप्ति शर्मा को प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट चुना गया:

आईसीसी महिला क्रिकेट विश्व कप 2025 के फाइनल में भारत की शेफाली वर्मा को प्लेयर ऑफ द मैच, जबकि दीप्ति शर्मा को प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट चुना गया।

प्लेयर ऑफ द मैच (शेफाली वर्मा): फाइनल मुकाबले में शेफाली ने शानदार ऑल-राउंड प्रदर्शन किया। उन्होंने 78 गेंदों पर 87 रन की दमदार पारी खेली, जिससे भारत को मजबूत स्कोर खड़ा करने में मदद मिली। गेंदबाजी में भी उनका प्रदर्शन बेहतरीन रहा, जहाँ उन्होंने 36 रन देकर 2 महत्वपूर्ण विकेट झटके।

प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट (दीप्ति शर्मा): दीप्ति शर्मा ने पूरे टूर्नामेंट में शानदार ऑल-राउंड खेल दिखाया। उन्होंने 215 रन बनाए और 22 विकेट हासिल किए, इस तरह वे विश्व कप इतिहास में 200 से अधिक रन और 20 से अधिक विकेट लेने वाली पहली खिलाड़ी (पुरुष या महिला) बनीं। फाइनल में भी उनका प्रदर्शन निर्णायक रहा – 58 रनों की पारी और 5 विकेट लेकर उन्होंने भारत की जीत में अहम भूमिका निभाई।

 

आईसीसी महिला विश्व कप 2025 फाइनल में बने टॉप रिकॉर्ड

भारतीय महिला क्रिकेट टीम ने 2025 विश्व कप फाइनल में कई ऐतिहासिक रिकॉर्ड बनाकर एक नया अध्याय लिखा। यह टूर्नामेंट भारतीय बल्लेबाजों और ऑलराउंडर्स के शानदार प्रदर्शन से भरपूर रहा।

  1. स्मृति मंधाना ने मिथाली राज का रिकॉर्ड तोड़ा: भारतीय स्टार ओपनर स्मृति मंधाना ने एक विश्व कप संस्करण में सबसे ज्यादा रन बनाने वाली भारतीय बल्लेबाज बनकर नया रिकॉर्ड बनाया। उन्होंने पूरे टूर्नामेंट में 434 रन बनाए, औसत रहा 25, जबकि पिछला रिकॉर्ड मिथाली राज के नाम था – 409 रन (2017)। मंधाना की निरंतरता ने उन्हें टीम की रीढ़ साबित किया।
  2. शेफाली वर्मा का नया इतिहास: युवा ओपनर शेफाली वर्मा ने विश्व कप फाइनल में किसी भी भारतीय ओपनर द्वारा बनाया गया सबसे बड़ा व्यक्तिगत स्कोर दर्ज किया। उन्होंने 2017 में पूनम राउत (86 रन) और 2003 में वीरेंद्र सहवाग (82 रन) दोनों के रिकॉर्ड को पीछे छोड़ा। यह पारी उनके आत्मविश्वास और परिपक्वता का प्रतीक रही।
  3. हरमनप्रीत कौर बनीं नॉकआउट चरणों की सर्वश्रेष्ठ स्कोरर: भारतीय कप्तान हरमनप्रीत कौर ने नॉकआउट मैचों में अब तक सबसे ज्यादा रन बनाने का रिकॉर्ड अपने नाम किया।
    उनके कुल रन हुए 331, जबकि पहले यह रिकॉर्ड ऑस्ट्रेलिया की बेलिंडा क्लार्क के नाम था (330 रन)। दबाव में खेलने की उनकी क्षमता उन्हें सबसे अलग बनाती है।
  4. दीप्ति शर्मा का ऑलराउंड रिकॉर्ड: दीप्ति शर्मा ने इतिहास रचते हुए एक ही विश्व कप में 200+ रन और 15+ विकेट लेने वाली पहली क्रिकेटर बनीं। उनकी बल्लेबाजी और गेंदबाजी दोनों में संतुलन ने उन्हें टूर्नामेंट की सबसे मूल्यवान खिलाड़ी बना दिया।
  5. ऋचा घोष के छक्कों की बरसात: विकेटकीपर-बल्लेबाज ऋचा घोष ने वेस्ट इंडीज की डिएंड्रा डॉटिन की बराबरी करते हुए एक विश्व कप संस्करण में सबसे ज्यादा 12 छक्के लगाए।
  6. विश्व कप फाइनल में भारत का दूसरा सबसे बड़ा स्कोर: भारत ने फाइनल में 298 रन बनाकर महिला विश्व कप फाइनल के इतिहास का दूसरा सबसे बड़ा स्कोर खड़ा किया। इससे पहले ऑस्ट्रेलिया ने 2022 में इंग्लैंड के खिलाफ 356/5 बनाए थे। यह भारत की आक्रामक बल्लेबाजी का सबूत था।
  7. फाइनल में सबसे बड़ी साझेदारी (मंधाना और शेफाली): स्मृति मंधाना और शेफाली वर्मा की जोड़ी ने विश्व कप फाइनल में भारत की ओर से सबसे बड़ी ओपनिंग साझेदारी दर्ज की, जिसने टीम को मजबूत शुरुआत दी।
  8. शेफाली की सबसे तेज अर्धशतकीय पारी: शेफाली वर्मा ने मात्र 35 गेंदों में पचास रन पूरे कर दिए, जो किसी भारतीय बल्लेबाज का विश्व कप फाइनल में सबसे तेज अर्धशतक रहा।

 

आईसीसी महिला क्रिकेट विश्व कप 2025: पुरस्कार राशि विवरण

आईसीसी ने महिला क्रिकेट विश्व कप 2025 की कुल पुरस्कार राशि को ऐतिहासिक रूप से बढ़ाकर 13.88 मिलियन अमेरिकी डॉलर (लगभग ₹123 करोड़) कर दिया है- जो 2022 में न्यूजीलैंड में हुए पिछले संस्करण (3.5 मिलियन डॉलर) से लगभग चार गुना अधिक है। यह राशि 2023 के पुरुष विश्व कप (10 मिलियन डॉलर) से भी ज्यादा है।

  • विजेता: भारत ने खिताब जीतने पर USD 4.48 मिलियन (लगभग ₹40 करोड़) प्राप्त किए। यह राशि 2022 में ऑस्ट्रेलिया को मिली 32 मिलियन डॉलर की तुलना में लगभग साढ़े तीन गुना अधिक है।
  • रनर-अप: दक्षिण अफ्रीका, जो फाइनल में उपविजेता रही, को USD 2.24 मिलियन (लगभग ₹20 करोड़) प्रदान किए गए।
  • सेमीफाइनल में हारने वाली टीमें: दोनों सेमीफाइनल हारने वाली टीमों को USD 1.12 मिलियन (लगभग ₹10 करोड़)प्रत्येक दिए गए, जबकि 2022 में यह राशि मात्र 3 लाख डॉलर (लगभग ₹2.7 करोड़)** थी।

इस रिकॉर्ड तोड़ पुरस्कार वितरण से स्पष्ट है कि आईसीसी ने महिला क्रिकेट को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाने और खिलाड़ियों को समान अवसर एवं सम्मान देने की दिशा में बड़ा कदम उठाया है।

 

बीसीसीआई का ऐतिहासिक ऐलान: भारतीय महिला टीम को ₹51 करोड़ का इनाम

आईसीसी महिला क्रिकेट विश्व कप 2025 में ऐतिहासिक जीत दर्ज करने के बाद भारतीय टीम के लिए बीसीसीआई ने बड़ी घोषणा की। बीसीसीआई सचिव देवजीत सैकिया ने बताया कि विश्व कप विजेता भारतीय महिला टीम को ₹51 करोड़ की नकद पुरस्कार राशि दी जाएगी। यह राशि खिलाड़ियों, कोचों और सपोर्ट स्टाफ सभी के बीच वितरित की जाएगी।

भारत ने 2005 और 2017 के विश्व कप फाइनल की निराशा को पीछे छोड़ते हुए दक्षिण अफ्रीका को हराकर पहली बार महिला वनडे और टी20 दोनों प्रारूपों में विश्व खिताब अपने नाम किया।

देवजीत सैकिया ने कहा कि जय शाह के 2019 से 2024 तक बीसीसीआई सचिव रहते हुए महिला क्रिकेट में कई अहम सुधार किए गए-  जिनमें पे-पैरिटी (समान वेतन नीति) का क्रियान्वयन शामिल है। उन्होंने यह भी बताया कि हाल ही में आईसीसी अध्यक्ष जय शाह ने महिलाओं की पुरस्कार राशि में 300% की बढ़ोतरी की, जिससे कुल इनामी राशि $2.88 मिलियन से बढ़कर $14 मिलियन हो गई।

 

आईसीसी महिला क्रिकेट विश्व कप:

आईसीसी महिला क्रिकेट विश्व कप एक अंतरराष्ट्रीय एकदिवसीय (ODI) टूर्नामेंट है, जिसमें प्रत्येक टीम 50 ओवर खेलती है। यह प्रतियोगिता अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (ICC) द्वारा आयोजित की जाती है और हर चार वर्ष में एक बार होती है।

 

इतिहास:
पहला महिला विश्व कप 1973 में इंग्लैंड में आयोजित किया गया था, जो पुरुषों के पहले विश्व कप (1975) से दो वर्ष पहले हुआ था। शुरुआती वर्षों में वित्तीय कठिनाइयों के कारण कई टीमें टूर्नामेंट में भाग नहीं ले पाईं और कभी-कभी टूर्नामेंट के बीच छह साल तक का अंतर भी देखने को मिला। हालांकि 2005 के बाद से यह हर चार साल में नियमित रूप से आयोजित किया जा रहा है।

 

मेजबानी और भागीदारी:

अब तक 13 महिला विश्व कप खेले जा चुके हैं, जिन्हें पांच देशों ने आयोजित किया है। इनमें भारत और इंग्लैंड ने तीन-तीन बार मेजबानी की है।

 

सबसे सफल टीमें:

  • ऑस्ट्रेलिया: सबसे सफल टीम, जिसने 7 बार खिताब जीता है और केवल चार बार ही फाइनल में जगह नहीं बना पाई।
  • इंग्लैंड: 4 बार विश्व चैंपियन रही है।
  • न्यूज़ीलैंड और भारत: 1-1 बार खिताब अपने नाम किया।
  • वेस्ट इंडीज और दक्षिण अफ्रीका: दोनों ने एक-एक बार फाइनल में जगह बनाई, लेकिन खिताब नहीं जीत पाए।

 

कब कौन बना महिला वनडे वर्ल्ड कप का व‍िजेता:

 

निष्कर्ष:
महिला विश्व कप 2025 में भारत की जीत वाकई ऐतिहासिक रही। इस फाइनल ने न सिर्फ भारतीय महिला क्रिकेट के स्वर्णिम युग की शुरुआत की, बल्कि पूरी दुनिया को टीम इंडिया की ताकत और जज़्बे का एहसास कराया। रिकॉर्ड तोड़ प्रदर्शन, संतुलित टीमवर्क और अटूट आत्मविश्वास ने इस जीत को भारतीय क्रिकेट इतिहास के सबसे गौरवपूर्ण पलों में शामिल कर दिया।