भारत की रक्षा शक्ति में ऐतिहासिक छलांग (INS Arighat Nuclear Submarine): INS अरिघात की तैनाती से भारत बना और भी अजेय

INS Arighat Nuclear Submarine

भारत ने हाल ही में रक्षा क्षेत्र में (INS Arighat Nuclear Submarine) एक ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल की है, जिससे देश अब उन कुछ गिने-चुने शक्तिशाली देशों की श्रेणी में आ खड़ा हुआ है, जिनके पास स्वदेश निर्मित न्यूक्लियर पावर्ड सबमरीन (INS अरिघात) है। यह केवल एक सबमरीन नहीं, बल्कि “मेक इन इंडिया” अभियान का एक ऐसा प्रतीक है, जो आने वाले दशकों में भारत की समुद्री सुरक्षा का अदृश्य प्रहरी बनने वाला है।

INS अरिघात: समुद्र की गोद में अदृश्य शक्ति

INS अरिघात, एक न्यूक्लियर पावर्ड सबमरीन है, जिसे इस प्रकार डिज़ाइन किया गया है कि दुश्मन के किसी भी प्रकार के आधुनिकतम उपकरण (जैसे सोनार) भी इसकी मौजूदगी को नहीं भांप सकते। यह भारत की दूसरी न्यूक्लियर पावर्ड सबमरीन है – इससे पहले INS अरिहंत को सेना को सौंपा जा चुका है।

इस सबमरीन की सबसे बड़ी खासियत यही है कि यह समुद्र की गहराइयों में लंबे समय तक बिना सतह पर आए कार्य कर सकती है, क्योंकि इसमें न्यूक्लियर रिएक्टर का उपयोग होता है, जो न तो शोर करता है, न ही ऑक्सीजन की ज़रूरत होती है।

कैसे पहचानते हैं दुश्मन सबमरीन को?

जैसे हवाई जहाजों की पहचान के लिए Radar (Radio Detection and Ranging) तकनीक होती है, वैसे ही पानी के भीतर चल रही वस्तुओं की पहचान के लिए Sonar (Sound Navigation and Ranging) तकनीक का उपयोग किया जाता है।

जब कोई सबमरीन पानी के भीतर चलती है, तो उसका इंजन आवाज़ करता है, जिससे उसकी उपस्थिति का पता लगाया जा सकता है। लेकिन INS अरिघात की विशेषता यह है कि इसका न्यूक्लियर पावर इंजन पूरी तरह से शांत है, जिससे यह समुद्र की गहराइयों में छुपी रह सकती है।

डीज़ल बनाम न्यूक्लियर पावर्ड सबमरीन: असली फ़र्क क्या है?

1. डीजल-इलेक्ट्रिक सबमरीन::

1. इन्हें ऑक्सीजन की ज़रूरत होती है, इसलिए इन्हें बार-बार सतह पर आना पड़ता है।

2. ऑक्सीजन लेकर जब ये पानी के भीतर जाती हैं और डीजल जलता है, तो उससे CO₂ गैस निकलती है, जो बुलबुले के रूप में सतह पर दिखती है। इससे दुश्मन को पता चल सकता है।

2. न्यूक्लियर पावर्ड सबमरीन:

1. न्यूक्लियर फिशन (नाभिकीय विखंडन) से ऊर्जा मिलती है।

2. इसे सतह पर आने की ज़रूरत नहीं होती, न ही ये CO₂ छोड़ती है।

3. न कोई धुआं, न आवाज़ – पूरी तरह से अदृश्य संचालन।

दुनिया की बड़ी डील और भारत की उपलब्धि

पिछले साल ऑस्ट्रेलिया और फ्रांस के बीच लगभग 80 बिलियन डॉलर की सबमरीन डील चर्चा में थी, जिसे बाद में अमेरिका और UK ने पलट दिया। वे न्यूक्लियर पावर्ड सबमरीन देने को तैयार हो गए, जिससे पूरी दुनिया में होड़ मच गई।

भारत ने इस रेस में किसी पर निर्भर हुए बिना, स्वदेशी तकनीक से INS अरिघात बनाकर यह साबित कर दिया कि हम सिर्फ भागीदार नहीं, निर्माता बन चुके हैं। यह सिर्फ एक टेक्नोलॉजिकल ब्रेकथ्रू नहीं, बल्कि रणनीतिक आत्मनिर्भरता का प्रतीक है।

सबमरीन की असली ताकत क्या होती है?

सबमरीन सिर्फ चलने का माध्यम नहीं होती, यह घातक हथियारों का एक गुप्त ठिकाना होती है। इनसे मिसाइलें और टॉरपीडोज़ दागी जाती हैं। अगर इनमें न्यूक्लियर हथियार लगाए जाएं, तो ये nuclear-capable submarine कहलाती हैं।

लेकिन इससे भी बड़ी उपलब्धि होती है – nuclear-powered submarine का निर्माण, क्योंकि यह अपने ऑपरेशन के लिए किसी भी बाहरी संसाधन पर निर्भर नहीं होती।

न्यूक्लियर रिएक्टर: गहराई में शक्ति का स्रोत

न्यूक्लियर पावर सबमरीन में लगे रिएक्टर एक तरह की रासायनिक प्रक्रिया से बिजली पैदा करते हैं, जिसे नाभिकीय विखंडन (Nuclear Fission) कहते हैं। इससे:

1. कोई शोर नहीं होता,

2. कोई गैस या धुआं नहीं निकलता,

3. और सबसे महत्वपूर्ण – यह लगातार ऊर्जा देता है।

इसलिए यह सबमरीन लंबे समय तक सतह पर आए बिना ऑपरेशन कर सकती है।

भारत के लिए क्या मायने रखता है INS अरिघात?

1. यह भारत की समुद्री सुरक्षा को अभेद्य बनाएगा।

2. दुश्मन के क्षेत्र में गहराई से घुसपैठ करना अब और भी आसान।

3. भारत की डिटरेंस स्ट्रैटेजी को मजबूती देगा – यानी हम पर हमला करने से पहले दुश्मन को सोचना पड़ेगा

निष्कर्ष:

INS अरिघात का जलावतरण भारत के लिए केवल एक सैन्य सफलता नहीं, बल्कि एक आत्मनिर्भर भारत के संकल्प की सिद्धि है। यह उपलब्धि हमारे वैज्ञानिकों, इंजीनियरों और रक्षा विशेषज्ञों की वर्षों की मेहनत और संकल्प का परिणाम है।

“जहां दुनिया आज भी समुद्र पर राज करने की सोच रही है, वहीं भारत समुंदर की गहराइयों से अपना परचम लहरा रहा है।”

अगर आप इस तरह की और भी रोचक जानकारी पढ़ना चाहते हैं, तो ApniPathshala.com पर विजिट करें। यहां पर आपको पीडीएफ नोट्स, टेस्ट सीरीज और अन्य महत्वपूर्ण संसाधन भी मिलेंगे।

🚀 आपकी सफलता की उड़ान, Apni Pathshala के साथ!