मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने रविवार को नालंदा जिले के राजगीर में बने नवनिर्मित इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम का उद्घाटन किया। इसके साथ ही बिहार को अब IPL, T20 और टेस्ट मैचों की मेजबानी का मौका मिलेगा। उद्घाटन के दौरान मुख्यमंत्री ने स्टेडियम के पवेलियन और ग्राउंड का निरीक्षण किया इस दौरान वहां उपस्थित खिलाड़ियों ने ताली बजाकर मुख्यमंत्री का स्वागत किया। मुख्यमंत्री ने हाथ हिलाकर सभी का अभिवादन स्वीकार किया।
इस मौक़े पर डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी, खेल मंत्री सुरेंद्र मेहता, ग्रामीण विकास मंत्री सुरेंद्र मेहता, भवन निर्माण मंत्री जयंत राज, एवं नालंदा सांसद कौशलेंद्र कुमार BSSA के महानिदेशक रविंद्रण संकरण व नालंदा एवं पटना के पदाधिकारी व अन्य लोग मौजूद थे.

एक्स पर एक पोस्ट में नीतीश कुमार ने लिखा,
“आज राजगीर खेल परिसर में नवनिर्मित क्रिकेट स्टेडियम का उद्घाटन किया। अंतर्राष्ट्रीय मानकों को ध्यान में रखते हुए इस स्टेडियम का निर्माण कराया गया है, जहां खिलाड़ियों तथा दर्शकों की मूलभूत सुविधाओं और मीडिया गैलरी के साथ ही हर प्रकार की जरूरतों को ध्यान में रखा गया है। लगभग 18 एकड़ में निर्मित राजगीर क्रिकेट स्टेडियम में 40 हजार दर्शकों के बैठने की व्यवस्था की गई है।”

बिहार के क्रिकेट इतिहास में एक नया अध्याय:
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि इस स्टेडियम के बनने से बिहार के खिलाड़ियों को अपनी प्रतिभा दिखाने का बड़ा मौका मिलेगा। अब राज्य में फिर से अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैच आयोजित किए जा सकेंगे। उन्होंने विश्वास जताया कि राजगीर क्रिकेट स्टेडियम बिहार के क्रिकेट इतिहास में एक नया अध्याय जोड़ेगा।
जानें क्या है खासियत:
इस स्टेडियम में हाई-टेक ड्रेसिंग रूम, आधुनिक अभ्यास क्षेत्र, प्रेस बॉक्स, मीडिया सेंटर, VIP गैलरी, डिजिटल स्कोरबोर्ड और फ्लड लाइट जैसी सुविधाएं हैं, जिससे यहां अंतरराष्ट्रीय स्तर के मैच कराए जा सकते हैं। इसे सिर्फ क्रिकेट तक सीमित नहीं रखा गया है, बल्कि इसे एक बहुआयामी खेल परिसर के रूप में विकसित किया गया है। यह बिहार का पहला इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम है।
डिजाइन की खासियत:
राजगीर की हरी-भरी पहाड़ियों के बीच बना बिहार का पहला अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम अब मैचों के लिए पूरी तरह तैयार है। इसे सिडनी क्रिकेट ग्राउंड की तर्ज पर डिजाइन किया गया है। यह आधुनिक सुविधाओं वाला स्टेडियम देश के बेहतरीन स्टेडियमों में शामिल होगा। इसकी खूबसूरती और डिजाइन अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुसार तैयार किए गए हैं।
पवेलियन और पिच के बारे में:
स्टेडियम में पाँच मंजिला (G+5) पवेलियन बनाया गया है, जहाँ दर्शक आराम से मैच देख सकेंगे। यहाँ महाराष्ट्र की लाल मिट्टी से छह पिच और मोकामा की काली मिट्टी से सात पिच तैयार की गई हैं। जिससे कुल 13 पिचें तैयार की गई है। बारिश के समय पानी निकलने के लिए खास ड्रेनेज सिस्टम बनाया गया है। खिलाड़ियों और दर्शकों, दोनों के लिए आधुनिक सुविधाओं की पूरी व्यवस्था की गई है।
स्टेडियम को बनाने में कुल लागत?
इस परियोजना की शुरुआत 12 अक्टूबर 2018 को हुई थी। शुरुआत में इसकी लागत 740 करोड़ रुपये तय की गई थी, लेकिन नई आधुनिक सुविधाएँ जोड़ने के बाद यह बढ़कर 1121.41 करोड़ रुपये हो गई। 18 एकड़ में फैले इस भव्य इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम को ICC और BCCI के मानकों के अनुसार बनाया गया है। इसमें 40,000 से अधिक दर्शकों के बैठने की सुविधा है। यह स्टेडियम अब अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम के बाद भारत का दूसरा सबसे बड़ा स्टेडियम है। यह स्टेडियम अब अंतरराष्ट्रीय मैचों की मेजबानी करने के लिए पूरी तरह तैयार है, जिससे राजगीर में पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा।
दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा क्रिकेट स्टेडियम:
गुजरात के अहमदाबाद में स्थित मोटेरा स्टेडियम, जिसे अब नरेंद्र मोदी स्टेडियम कहा जाता है, दुनिया का सबसे बड़ा क्रिकेट स्टेडियम है, जहाँ 1,32,000 दर्शक बैठ सकते हैं। यह गुजरात क्रिकेट एसोसिएशन के अधीन है और यहाँ टेस्ट, वनडे, टी-20 और IPL मैच खेले जाते हैं। यह स्टेडियम 1983 में बना था और 2015 में इसे गिराकर नया बनाया गया, जिसकी लागत करीब 800 करोड़ रुपये आई। फरवरी 2020 में यह तैयार हुआ।
बिहार के नालंदा जिले के राजगीर में बना नया इंटरनेशनल स्टेडियम इसके बाद दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा क्रिकेट स्टेडियम है।
राज्य खेल अकादमी, राजगीर में आयोजित कार्यक्रम में और क्या हुआ?
3 अंतर्राष्ट्रीय खिलाड़ियों को खेल सम्मान राशि का चेक:
मुख्यमंत्री ने राज्य खेल अकादमी, राजगीर में आयोजित कार्यक्रम में 87 उत्कृष्ट खिलाड़ियों को सरकारी नौकरी के चयन पत्र और 812 खिलाड़ियों को करीब 8 करोड़ रुपये की खेल सम्मान राशि दी।
इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने 3 अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ियों को खेल सम्मान राशि के चेक भी दिए- शैलेश कुमार को 75 लाख रुपये, बॉबी कुमार को 35 लाख रुपये और गोल्डी कुमारी को 10 लाख रुपये।
87 खिलाड़ियों को मिला सरकारी नौकरी का चयन पत्र:
सरकार की ‘मेडल लाओ, नौकरी पाओ’ योजना के तहत इस साल राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में पदक जीतने वाले 87 खिलाड़ियों को सरकारी नौकरी के चयन पत्र दिए गए। इनमें 39 महिला और 48 पुरुष खिलाड़ी शामिल हैं।
खिलाड़ियों को उनकी योग्यता के अनुसार अलग-अलग विभागों में नियुक्त किया जाएगा। इनमें 10 खिलाड़ियों का चयन पुलिस अवर निरीक्षक के रूप में, 1 खिलाड़ी का बाल कल्याण पदाधिकारी के रूप में, 65 खिलाड़ियों का निम्नवर्गीय लिपिक के रूप में और 11 खिलाड़ियों का कार्यालय परिचारी के रूप में हुआ है।
खेल सम्मान राशि भी सरकार द्वारा की गई वितरित:
सरकार ने कुल 812 लोगों को खेल सम्मान राशि दी है, जिनमें 152 पैरा खिलाड़ी, 631 खिलाड़ी, 24 प्रशिक्षक, 5 खेल संघ और 1 खेल अधिकारी शामिल हैं। इनमें 297 महिला और 486 पुरुष खिलाड़ी हैं।
साल 2022 से 2025 के बीच बिहार के 2085 उत्कृष्ट खिलाड़ियों को सरकार ने लगभग 23.5 करोड़ रुपये की खेल सम्मान राशि वितरित की है।
राज्य खेल अकादमी और बिहार खेल विश्वविद्यालय का हुआ था उद्घाटन:
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पिछले साल अगस्त में राजगीर में राज्य खेल अकादमी और बिहार खेल विश्वविद्यालय का उद्घाटन किया। यह राज्य में विश्वस्तरीय खेल सुविधाओं के निर्माण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। अकादमी और विश्वविद्यालय में एथलेटिक ट्रैक, हॉकी टर्फ, स्विमिंग पूल, फुटबॉल स्टेडियम और 28 इनडोर व आउटडोर खेलों की सुविधाएं हैं। इसे 750 करोड़ रुपये की लागत से बनाया गया है। उद्घाटन के बाद से यहां 8वीं महिला एशियाई चैंपियंस ट्रॉफी और पुरुषों के एशिया कप के 12वें संस्करण जैसे बड़े टूर्नामेंट आयोजित किए जा चुके हैं।
राजगीर खेल परिसर:
राजगीर खेल परिसर बिहार के राजगीर में स्थित एक आधुनिक खेल सुविधा है, जिसका उद्देश्य इस क्षेत्र को खेल और प्रतिभा विकास का केंद्र बनाना है। इसका उद्घाटन 29 अगस्त 2024 को राष्ट्रीय खेल दिवस पर किया गया। बिहार राज्य खेल प्राधिकरण (BSSA) द्वारा समर्थित यह परिसर प्रशिक्षण, छात्रवृत्ति और आधुनिक बुनियादी ढांचे के जरिए खेल विकास को बढ़ावा देता है और राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बिहार की उपस्थिति बढ़ाने में मदद करता है।
इस परिसर में क्रिकेट सहित 28 इनडोर और आउटडोर खेलों की सुविधाएं हैं, साथ ही अनुसंधान केंद्र, प्रेरणा केंद्र, खेल पुस्तकालय, स्विमिंग पूल और कैफेटेरिया जैसी आधुनिक सुविधाएं मौजूद हैं। यह स्टेडियम क्रिकेट, हॉकी, फुटबॉल और तैराकी समेत 25 खेलों का समर्थन करता है।
- इसने 2024 महिला एशियाई चैंपियंस ट्रॉफी की मेजबानी की , जो एक अंतरराष्ट्रीय स्थल के रूप में इसकी शुरुआत थी।
- इसने 2025 एशिया रग्बी अंडर-20 चैंपियनशिप की भी मेजबानी की।
निष्कर्ष:
राजगीर के नवनिर्मित इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम का उद्घाटन बिहार में क्रिकेट के विकास और अंतरराष्ट्रीय मैचों की मेजबानी के नए अवसरों का प्रतीक है। यह राज्य को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मंच पर अपनी पहचान बनाने में सक्षम बनाएगा।