जोमैटो के संस्थापक दीपिंदर गोयल ने LAT एयरोस्पेस के साथ एविएशन सेक्टर में रखा कदम
हाल के वर्षों में भारत के कई स्टार्टअप संस्थापकों ने अपने मूल क्षेत्रों से आगे बढ़कर नए सेक्टरों में विस्तार किया है। इसी क्रम में फूड डिलीवरी प्लेटफॉर्म जोमैटो के CEO दीपिंदर गोयल अब एविएशन सेक्टर में भी कदम रख चुके हैं। उन्होंने ‘LAT एयरोस्पेस’ नाम से एक नई कंपनी की शुरुआत की है। यह जानकारी जोमैटो की पूर्व…
“कोविड-19 वैक्सीन और अचानक मौतों के बीच कोई संबंध नहीं: ICMR-AIIMS अध्ययन”
कोविड-19 महामारी के बाद दुनियाभर में टीकाकरण के प्रति जागरूकता तो बढ़ी, लेकिन साथ ही कुछ अफवाहें और भ्रांतियां भी फैलने लगीं। विशेष रूप से भारत में कुछ युवाओं और वयस्कों में अचानक हुई मौतों की खबरों को लेकर यह संदेह जताया गया कि कहीं इसका संबंध कोविड-19 टीकाकरण से तो नहीं…
अनुसंधान, विकास और नवाचार को बढ़ावा: केंद्र सरकार ने ₹1 लाख करोड़ की RDI योजना को दी मंजूरी
भारत के वैज्ञानिक, तकनीकी और औद्योगिक क्षेत्र में नवाचार (Innovation) को बढ़ावा देने की जरूरत लंबे समय से महसूस की जा रही थी। विश्व की विकसित अर्थव्यवस्थाएं अनुसंधान और विकास (R&D) में सक्रिय निवेश करती हैं, जिससे वे नई तकनीकें, उत्पाद और वैश्विक प्रतिस्पर्धा में अग्रणी बनती हैं। भारत में…
BRI के जवाब में भारत की रणनीतिक पहल: मिडिल कॉरिडोर के माध्यम से चीन की पकड़ को चुनौती:
चीन की बेल्ट एंड रोड इनिशिएटिव (BRI) एक विशाल वैश्विक अवसंरचना परियोजना है, जो एशिया, यूरोप और अफ्रीका को जोड़ने के लिए सड़क, रेल और समुद्री मार्गों का नेटवर्क बना रही है। इसका उद्देश्य वैश्विक आपूर्ति श्रृंखलाओं पर चीन की पकड़ को मजबूत करना है। हालांकि, यह परियोजना केवल आर्थिक…
“बंकर बस्टर बम: भूमिगत खतरों के खिलाफ भारत की घातक तैयारी”
हाल ही में अमेरिका द्वारा ईरान के भूमिगत परमाणु ठिकानों फोर्डो, नतांज और इस्फहान — पर बेहद सटीक और शक्तिशाली हमले किए गए। ये हमले ऐसे बंकर बस्टर हथियारों से किए गए जो ज़मीन के अंदर कई मीटर तक घुसकर विस्फोट करते हैं। भारत ने भी इस वैश्विक सैन्य बदलाव…
स्टारलिंक-अमेजन की साझेदारी, भारत के लिए कैसे मददगार ?
भारत जैसे विशाल भूभाग और विविध भौगोलिक परिस्थितियों वाले देश में सभी क्षेत्रों तक इंटरनेट पहुंचाना एक बड़ी चुनौती रही है। दूरदराज़ के गांव, पहाड़ी इलाके और सीमावर्ती क्षेत्रों में फाइबर केबल या मोबाइल टॉवर से इंटरनेट देना तकनीकी और आर्थिक रूप से कठिन होता है। इसी चुनौती का समाधान माना जाता है – सैटेलाइट…
तेल संकट से निपटने को भारत बनाएगा छह नए रणनीतिक भंडार
भारत दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा तेल आयातक देश है और अपनी ज़रूरत का लगभग 85% कच्चा तेल आयात करता है। देश की ऊर्जा जरूरतें मुख्यतः मध्य एशिया, खासकर ईरान, इराक, सऊदी अरब और यूएई जैसे देशों पर निर्भर हैं। लेकिन बार-बार पश्चिम एशिया में भड़कते युद्ध और राजनीतिक अस्थिरता…
गंगा जल समझौता बदलने की तैयारी में भारत: क्या जल कूटनीति में आएगा नया मोड़?
भारत अब अपनी पारंपरिक पड़ोसी नीति में बदलाव की दिशा में स्पष्ट रूप से आगे बढ़ता दिखाई दे रहा है। इसकी झलक हाल ही में तब देखने को मिली जब पहलगाम हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान के साथ सिंधु जल संधि (Indus Water Treaty) को निलंबित करने का फैसला किया। ठीक…
शेफाली जरीवाला की मौत और एंटी-एजिंग दवा का कनेक्शन!! कितना खतरनाक है ये ट्रेंड?
हाल के वर्षों में युवा दिखने की चाह में एंटी-एजिंग दवाओं, विटामिन सप्लीमेंट्स और त्वचा में चमक लाने वाली गोलियों का चलन तेजी से बढ़ा है। यह ट्रेंड खासतौर पर शहरी क्षेत्रों और ग्लैमर इंडस्ट्री में तेजी से फैल रहा है। हालांकि स्वास्थ्य विशेषज्ञों का मानना है कि ये दवाएं यदि गलत तरीके से या खाली पेट…
विश्व युद्ध कैसे शुरू हुआ? जानिये पर्ल हारबर पर हमले के बारे में…
पश्चिम एशिया लंबे समय से संघर्षों और सैन्य तनावों का केंद्र रहा है, लेकिन हाल ही में ईरान और इज़राइल के बीच छिड़े युद्ध ने इस पूरे क्षेत्र की स्थिरता को गहरे संकट में डाल दिया है। यह युद्ध न सिर्फ इन दो देशों के बीच सीमित रहा, बल्कि अमेरिका जैसे…
कृत्रिम बारिश की तैयारी में दिल्ली, क्या इससे होगा वायु प्रदूषण कम?
देश की राजधानी दिल्ली में पहली बार कृत्रिम बारिश (Artificial Rain) की योजना बनाई गई है, जिसका उद्देश्य शहर में लगातार बढ़ते वायु प्रदूषण (Air Pollution) को कम करना है। यह कदम दिल्ली सरकार और वैज्ञानिक संस्थानों के सहयोग से एक नई रणनीति के रूप में देखा जा रहा है। इस अभियान के तहत IIT…
अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा अभिकरण, जानिए IAEA अंतर्राष्ट्रीय संगठन के बारे में
द्वितीय विश्व युद्ध के बाद वैश्विक शक्तियों ने यह महसूस किया कि परमाणु ऊर्जा के शांतिपूर्ण उपयोग और उसके संभावित दुरुपयोग के बीच एक अंतरराष्ट्रीय निगरानी तंत्र अनिवार्य है। इसी उद्देश्य से 1957 में अंतर्राष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी (International Atomic Energy Agency – IAEA) की स्थापना की गई। IAEA में…