प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 8 अक्टूबर 2025 को दिल्ली के द्वारका स्थित यशोभूमि कन्वेंशन सेंटर में इंडिया मोबाइल कांग्रेस (IMC) 2025 का 9वां संस्करण उद्घाटन किया। यह एशिया का सबसे बड़ा टेक्नोलॉजी, टेलीकॉम और इनोवेशन फोरम है, जहां भारत ने डिजिटल प्रगति और तकनीकी नेतृत्व को दुनिया के सामने पेश किया।
प्रधानमंत्री ने क्या कहा?
भारत ने मेड इन इंडिया 4G स्टैक लॉन्च किया है। अब भारत उन 5 देशों की लिस्ट में आ गया है, जिनके पास यह क्षमता है। साथ ही 4G स्टैक, 6जी विजन 2030 के लिए आधार के रूप में कार्य करेगा। पूरी दुनिया भारत की क्षमता को पहचान रही है। हमारे पास दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा टेलीकॉम और 5G मार्केट है। यह भारत में निवेश, नवाचार और निर्माण का सबसे सही समय है।
उन्होंने आगे कहा, जो देश कभी 2जी को लेकर स्ट्रगल करता था, आज उसी देश के सभी जिले में 5जी पहुंच गया है। आज भारत में 1GB वायरलेस डेटा की कीमत एक कप चाय से भी कम है।

भारत में बढ़ा उत्पादन:
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि भारत में मोबाइल निर्माण 28 गुना और निर्यात 127 गुना बढ़ा है। पिछले 10 सालों में मोबाइल फोन उद्योग ने लाखों लोगों को सीधा रोजगार दिया है। उन्होंने बताया कि 2014 के बाद से भारत का इलेक्ट्रॉनिक्स उत्पादन 6 गुना बढ़ गया है।
नए डिजिटल युग के लिए नया कानूनी आधार:
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि भारत की तेज़ तकनीकी प्रगति के लिए एक आधुनिक कानूनी ढांचा जरूरी है। उन्होंने बताया कि नया दूरसंचार कानून अब पुराने भारतीय टेलीग्राफ और वायरलेस टेलीग्राफ अधिनियम की जगह लेगा, जो बहुत पुराने हो चुके थे।
यह नया कानून अब नियंत्रण करने के बजाय सुविधा देने वाला होगा, जिससे अनुमोदन प्रक्रियाएं आसान होंगी, सड़क मार्ग की अनुमति जल्दी मिलेगी और फाइबर व टावर नेटवर्क के विस्तार में तेजी आएगी। प्रधानमंत्री ने कहा कि इससे कारोबार करना आसान हुआ है, निवेश को बढ़ावा मिला है और उद्योगों की दीर्घकालिक योजना बनाना संभव हुआ है।
साइबर सुरक्षा और जवाबदेही:
साइबर सुरक्षा पर सरकार के फोकस को रेखांकित करते हुए मोदी ने कहा कि ऑनलाइन धोखाधड़ी के खिलाफ कानूनों को मजबूत किया गया है और बेहतर शिकायत निवारण तंत्र के माध्यम से जवाबदेही बढ़ाई गई है – जिससे उपभोक्ताओं और उद्योग दोनों को लाभ हुआ है।
केंद्रीय संचार मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा:
भारत की दूरसंचार क्रांति चार ‘डी’ पर आधारित है: डेमोक्रेसी, डेमोग्राफी, डिजिटल फर्स्ट और डिलीवरी। 2014 में 1GB डेटा ₹287 का था, जबकि अब इसकी कीमत सिर्फ ₹9.11 है। उन्होंने बताया कि यह सिर्फ दूरसंचार क्रांति नहीं, बल्कि विकसित भारत की क्रांति है।
SATCOM Service पर भी होगी चर्चा:
केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने बताया कि भारत सरकार ने अब तक तीन सैटकॉम (SATCOM) लाइसेंस जारी किए हैं। इंडिया मोबाइल कांग्रेस में होने वाले सैटकॉम समिट में सैटेलाइट कम्युनिकेशन सेवाओं को आम लोगों तक पहुंचाने पर चर्चा होगी। इस तकनीक से ग्रामीण और दूरदराज के इलाकों में बेहतर कनेक्टिविटी मिल सकेगी। सिंधिया ने कहा कि लोगों को टेलीकॉम सेवाएं देना जितना जरूरी है, उतना ही जरूरी है उनके डेटा और सुरक्षा की रक्षा करना।
6G प्रौद्योगिकी अपनाने से 2035 तक GDP में 1.2 ट्रिलियन डॉलर तक की वृद्धि: सिंधिया
केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि भारत में 6G तकनीक अपनाने और विकसित करने से 2035 तक देश के जीडीपी में करीब 1.2 ट्रिलियन डॉलर की बढ़ोतरी हो सकती है। उन्होंने बताया कि पिछले 10 सालों में भारत की दूरसंचार यात्रा में बड़ा बदलाव आया है। सिंधिया ने कहा, “4G के समय हम दुनिया से पीछे थे, 5G में हमने बराबरी की, लेकिन 6G में भारत अब दुनिया का नेतृत्व करेगा।”
इंडिया मोबाइल कांग्रेस (IMC) 2025:
इंडिया मोबाइल कांग्रेस (IMC) 2025 का आयोजन दूरसंचार विभाग (DoT) और सेल्युलर ऑपरेटर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (COAI) द्वारा 8 से 11 अक्टूबर तक दिल्ली के द्वारका स्थित यशोभूमि इंटरनेशनल कन्वेंशन सेंटर में “इनोवेट टू ट्रांसफॉर्म” थीम के तहत किया जा रहा है। यह कार्यक्रम भारत की डिजिटल परिवर्तन और सामाजिक प्रगति में नवाचार की प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
इंडिया मोबाइल कांग्रेस (IMC) 2025 में क्या होगा?
इंडिया मोबाइल कांग्रेस (IMC) 2025 में दूरसंचार और नई तकनीकों में हुई ताज़ा प्रगति को दिखाया जाएगा। इस कार्यक्रम में दुनिया भर के नेता, नीति निर्माता, उद्योग विशेषज्ञ और इनोवेटर एक साथ आएंगे। इसमें ऑप्टिकल कम्युनिकेशन, सेमीकंडक्टर, क्वांटम कम्युनिकेशन, 6G और साइबर धोखाधड़ी रोकथाम जैसे अहम विषयों पर चर्चा होगी।
इस कार्यक्रम में भारत, कनाडा, जापान, ब्रिटेन, रूस समेत 150 से अधिक देशों के 1.5 लाख से ज्यादा लोग और 7,000 प्रतिनिधि शामिल होंगे। 400 से ज्यादा कंपनियां इसमें भाग लेंगी। 1,600 से अधिक नई तकनीकें प्रदर्शित की जाएंगी. इस कार्यक्रम में 100 से ज्यादा तकनीकी सत्र होंगे और 800 से अधिक विशेषज्ञ अपने विचार साझा करेंगे। इस आयोजन का उद्देश्य भारत को वैश्विक टेक्नोलॉजी हब के रूप में स्थापित करना है।
8.8 करोड़ के निवेश के लिए होगी प्रतिस्पर्धा:
IMC 2025 में इस बार 6 बड़े वैश्विक समिट्स आयोजित की जाएंगी, जो डिजिटल इनोवेशन के अलग-अलग क्षेत्रों पर केंद्रित होंगी। इनमें भारत 6G संगोष्ठी, AI शिखर सम्मेलन, साइबर सुरक्षा सम्मेलन, सैटकॉम समिट, आईएमसी एस्पायर प्रोग्राम और ग्लोबल स्टार्टअप वर्ल्ड कप का भारतीय संस्करण शामिल है। स्टार्टअप वर्ल्ड कप में 15 फाइनलिस्ट 8.8 करोड़ रुपये तक के निवेश अवसर के लिए प्रतिस्पर्धा करेंगे। यह मंच युवाओं को अपने नवाचार और आइडिया को वैश्विक स्तर पर दिखाने का मौका देगा।
इंडिया मोबाइल कांग्रेस (IMC) क्या है?
इंडिया मोबाइल कांग्रेस (IMC) एशिया का सबसे बड़ा डिजिटल टेक्नोलॉजी फोरम है। इसमें तीन दिनों तक अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन और टेक्नोलॉजी प्रदर्शनी आयोजित की जाती है। यह मंच भारत के स्टार्टअप और टेक्नोलॉजी इकोसिस्टम को बढ़ावा देने के लिए बनाया गया है। इस कार्यक्रम में उद्योग, व्यवसाय, नीति निर्माता और विशेषज्ञ एक साथ आते हैं, ताकि दूरसंचार और टेक्नोलॉजी क्षेत्र से जुड़े महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा की जा सके।
- शुरुआत: 2017 में शुरू हुआ, इंडिया मोबाइल कांग्रेस का आयोजन हर साल किया जाता रहा है। IMC के शुरुआती आयोजनों में खास ध्यान 5G तकनीक पर दिया गया था, जहां कंपनियों ने 5G के विभिन्न उपयोग और प्रयोग दिखाए थे।
निष्कर्ष :
इंडिया मोबाइल कांग्रेस (IMC) 2025 भारत की तकनीकी क्षमता और डिजिटल नेतृत्व का प्रतीक है। यह आयोजन दिखाता है कि भारत न सिर्फ तकनीक का उपभोक्ता है, बल्कि नवाचार और डिजिटल क्रांति का नेतृत्व करने वाला देश बन चुका है।