RCB बनी आईपीएल की सबसे वैल्यूएबल टीम, चेन्नई और मुंबई को पछाड़ा

IPL 2025 में पहली बार ट्रॉफी जीतने के बाद, रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (RCB) अब लीग की सबसे वैल्यूएबल फ्रेंचाइजी बन गई है। RCB की ब्रांड वैल्यू 227 मिलियन डॉलर (₹1,946 करोड़) से बढ़कर अब 269 मिलियन डॉलर (₹2,307 करोड़) तक पहुंच गई है। इस वैल्यूएशन ग्रोथ के पीछे टीम की पहली IPL ट्रॉफी जीतना, उसका मजबूत फैन बेस, और ऑफ-फील्ड ब्रांड स्ट्रेटजी बड़ी वजह मानी जा रही है।

MI और CSK को पछाड़ा

मुंबई इंडियंस (MI)  242 मिलियन डॉलर (₹2,075 करोड़) के साथ दूसरे और चेन्नई सुपर किंग्स (CSK)  235 मिलियन डॉलर (₹2,015 करोड़) के साथ तीसरे स्थान पर है। RCB के लिए यह जीत सिर्फ एक खिताब नहीं, बल्कि ब्रांड और बिजनेस की दुनिया में एक बड़ी छलांग है। ट्रॉफी के साथ आई सकारात्मक छवि, ब्रांड पार्टनरशिप और नए ग्लोबल ऑडियंस ने टीम को एक नई ऊंचाई पर पहुंचा दिया है।

अन्य टीमों की ब्रांड वैल्यू रैंकिंग:

शाहरुख खान की कोलकाता नाइट राइडर्स (KKR) ने 227 मिलियन डॉलर की वैल्यू के साथ चौथा स्थान हासिल किया है। वहीं, सनराइजर्स हैदराबाद (SRH) 154 मिलियन डॉलर की वैल्यू के साथ पांचवें स्थान पर रही है। दिल्ली कैपिटल्स छठे, राजस्थान रॉयल्स सातवें और गुजरात टाइटंस आठवें स्थान पर रहे। पंजाब किंग्स कुल ब्रांड वैल्यू 141 मिलियन डॉलर (₹1,210 करोड़) के साथ नौवें स्थान पर है। तथा लखनऊ सुपरजायंट्स (LSG) इस लिस्ट में दसवें स्थान पर रही

PBKS की ब्रांड वैल्यू में 39.6% की बढ़ोतरी हुई

आईपीएल 2025 सीज़न में पंजाब किंग्स (PBKS) ने भले ही खिताब न जीता हो, लेकिन ब्रांड वैल्यू की रेस में सबसे तेज़ दौड़ लगाई है। इस सीज़न में टीम की ब्रांड वैल्यू में 39.6% की जबरदस्त बढ़ोतरी दर्ज की गई, जो अब 141 मिलियन डॉलर (₹1,208 करोड़) हो गई है।

इस तेजी का मुख्य कारण टीम का फाइनल तक पहुंचना, नीलामी में बड़े खिलाड़ियों पर दांव लगाना, और सोशल मीडिया व डिजिटल प्लेटफॉर्म्स पर फैन एंगेजमेंट में बड़ा उछाल रहा है। PBKS ने मैदान के अंदर और बाहर दोनों जगह खुद को बेहतर तरीके से प्रस्तुत किया, जिसका असर सीधे उनकी ब्रांड वैल्यू पर देखने को मिला।

IPL 2025 ने बनाया नया रिकॉर्ड, ब्रांड वैल्यू ₹33,000 करोड़ के पार

IPL 2025 ने न सिर्फ मैदान पर रोमांचक मुकाबले दिए, बल्कि कमाई और ब्रांड वैल्यू के मामले में भी नए रिकॉर्ड बनाए हैं। दरअसल, इस साल IPL की ब्रांड वैल्यू ₹33,000 करोड़ तक पहुंच गई है, जो पिछले साल की तुलना में 13.8% की वृद्धि दर्शाती है। ब्रांड वैल्यू का अर्थ होता है सिर्फ “IPL” नाम, उसका लोगो और उसकी प्रतिष्ठा की कीमत। वहीं, अगर पूरी लीग की कुल बिजनेस वैल्यू की बात करें तो यह अब ₹1.56 लाख करोड़ हो चुकी है। इसमें मीडिया राइट्स, स्पॉन्सरशिप, टिकटिंग और दूसरे राजस्व स्रोतों को भी शामिल किया गया है।

IPL 2025 के दौरान स्पॉन्सरशिप और विज्ञापन से अकेले ₹5,000 करोड़ की कमाई हुई है। BCCI ने इस बार कई बड़े ब्रांड्स के साथ करार किए हैं। टाटा ग्रुप ने IPL की टाइटल स्पॉन्सरशिप को 2028 तक ₹2,500 करोड़ में रिन्यू किया, जो इस लीग की मार्केट वैल्यू को और अधिक मजबूत बनाता है।

इतना ही नहीं, IPL 2025 का फाइनल मुकाबला RCB और PBKS के बीच खेला गया, जिसे 67.8 करोड़ दर्शकों ने देखा। यह किसी भी T20 मैच के लिए अब तक का दुनिया का सबसे बड़ा व्यूअरशिप रिकॉर्ड बन गया है, जिसने भारत-पाक मुकाबले तक को पीछे छोड़ दिया।

 

आईपीएल के बारे में?

साल 1995 में ललित मोदी ने BCCI को एक ऐसा प्रस्ताव दिया जो भारतीय क्रिकेट की तस्वीर बदल सकता था। उनका सुझाव था एक शहर-आधारित, निजी स्वामित्व वाली टीमों वाली क्रिकेट लीग का, जिसमें भारतीय और विदेशी क्रिकेटर शामिल हों। मैच 50 ओवर के हों और रात में रोशनी के तहत खेले जाएं, जो साल में 4 से 6 हफ्तों तक चलें। लेकिन BCCI को यह योजना बहुत खर्चीली लगी और वे किसी निजी इकाई को क्रिकेट बेचने के पक्ष में नहीं थे, इसलिए उन्होंने इस प्रस्ताव को ठुकरा दिया।

हालांकि BCCI ने शुरुआत में इस प्रस्ताव को खारिज कर दिया था, लेकिन ललित मोदी ने अपने विज़न को मरने नहीं दिया। साल 2007 तक वे BCCI के उपाध्यक्ष बन चुके थे और इसी साल भारत ने पहला T20 वर्ल्ड कप जीता। T20 फॉर्मेट को जबरदस्त लोकप्रियता मिल रही थी और ICL (Indian Cricket League) नाम की एक प्राइवेट लीग भी शुरू हो चुकी थी। ऐसे में BCCI को अहसास हुआ कि वे खुद की लीग शुरू करके दर्शकों और प्रायोजकों से भारी कमाई कर सकते हैं। यही वो मौका था जब IPL (Indian Premier League) की नींव पड़ी।

 

आईपीएल का पहला सीजन 2008 में खेला गया था, जिसमें 8 टीमों ने भाग लिया। इन टीमों का स्वामित्व बॉलीवुड सितारों, बड़े व्यापारियों और इंडस्ट्रियलिस्ट्स के पास था।

IPL का पहला संस्करण और नीलामी

IPL की फ्रेंचाइज़ी नीलामी 24 जनवरी 2008 को हुई। शुरुआती बेस प्राइस $400 मिलियन रखा गया था, लेकिन अंततः ये डील्स $723.59 मिलियन तक पहुंच गईं।

  • मुंबई फ्रेंचाइज़ी को रिलायंस इंडस्ट्रीज (मुकेश अंबानी) ने $111.9 मिलियन में खरीदा।
  • बेंगलुरु फ्रेंचाइज़ी को विजय माल्या ने $111.6 मिलियन में खरीदा।
  • कोलकाता टीम को शाहरुख खान और जूही चावला की कंपनी रेड चिलीज़ एंटरटेनमेंट ने $75.09 मिलियन में खरीदा।
  • पंजाब टीम को प्रीति जिंटा और नेस वाडिया ने $76 मिलियन में हासिल किया।

खिलाड़ी और टीम संरचना

पहले सीज़न में कुल 8 टीमें थीं, जिन्हें दो समूहों में बाँटा गया था। हर टीम में कम से कम 16 खिलाड़ी थे। कुल 44 दिनों तक टूर्नामेंट चला और 59 मैच खेले गए। खिलाड़ियों की नीलामी 5 चरणों में हुई, जिसमें आइकन प्लेयर्स – सचिन तेंदुलकर, सौरव गांगुली, राहुल द्रविड़, वीरेंद्र सहवाग और युवराज सिंह को अन्य खिलाड़ियों से 15% अधिक रकम दी गई।

 

अब तक के विजेता (2008-2025 तक मुख्य विजेता):

  • मुंबई इंडियंस (MI) – 5 बार विजेता
  • चेन्नई सुपर किंग्स (CSK) – 5 बार विजेता
  • कोलकाता नाइट राइडर्स (KKR) – 2 बार विजेता
  • राजस्थान रॉयल्स (RR) – 1 बार विजेता (2008)
  • सनराइजर्स हैदराबाद (SRH) – 1 बार विजेता
  • गुजरात टाइटंस (GT) – 1 बार विजेता (2022)
  • रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर (RCB) – 1 बार विजेता (2025)

 

IPL: अब एक ग्लोबल स्पोर्ट्स ब्रांड

IPL अब केवल भारत की लीग नहीं रही, बल्कि यह एक ग्लोबल स्पोर्ट्स और मीडिया ब्रांड बन चुकी है। हालिया रिपोर्ट में बताया गया कि विदेशी निवेशकों की IPL में रुचि लगातार बढ़ रही है। कई फ्रेंचाइज़ी अब मल्टी-लीग मॉडल को अपना रही हैं, जैसे पंजाब किंग्स (PBKS), जो अब कैरेबियन प्रीमियर लीग (CPL) में ‘सेंट लूसिया किंग्स’ की भी मालिक है। इसके साथ ही ये टीमें डिजिटल फर्स्ट स्ट्रैटेजी पर भी काम कर रही हैं, जिससे दुनियाभर के फैंस से कनेक्ट किया जा सके।

 

IPL का भविष्य और विस्तार

2028 के लॉस एंजेलेस ओलंपिक में क्रिकेट की एंट्री और 2024 के अमेरिका में हुए T20 वर्ल्ड कप की सफलता को देखते हुए, IPL आने वाले वर्षों में क्रिकेट को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रमोट करने में एक केंद्रीय भूमिका निभा सकता है। रिपोर्ट का यह भी अनुमान है कि भविष्य में IPL का सीजन और भी लंबा किया जा सकता है, ताकि फैंस की एंगेजमेंट और ब्रांड्स की कमाई के अवसर और अधिक बढ़ सकें।

हालांकि कुछ चुनौतियां भी सामने हैं—जैसे सैलरी इन्फ्लेशन, डिजिटल थकावट और कैटेगरी फैटिग—लेकिन IPL की सबसे बड़ी ताकत उसका स्केलेबल फ्रेंचाइज़ी मॉडल, साफ-सुथरी कमाई की व्यवस्था और जनता के बीच भारी लोकप्रियता है। यही कारण है कि IPL आज दुनिया की सबसे कीमती और प्रभावशाली लीग्स में से एक बन चुकी है।

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