भारत के पूर्व कप्तान और दिग्गज बल्लेबाज रोहित शर्मा ने एक ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल की है। 38 साल और 182 दिन की उम्र में उन्होंने ICC वनडे बल्लेबाजी रैंकिंग में नंबर 1 स्थान प्राप्त कर लिया है। यह पहली बार है जब रोहित ने अपने शानदार करियर में शीर्ष स्थान हासिल किया है। इस तरह वे वनडे रैंकिंग में नंबर 1 बनने वाले सबसे उम्रदराज बल्लेबाज बन गए हैं।
उन्होंने भारतीय कप्तान शुभमन गिल को पछाड़कर यह मुकाम हासिल किया है। इससे पहले 38 वर्ष की उम्र में शीर्ष पर पहुंचने वाले एकमात्र भारतीय सचिन तेंदुलकर थे। जिन्होंने 2011 में टेस्ट प्रारूप में यह उपलब्धि हासिल की थी।
ICC प्लेयर रैंकिंग क्या है?
ICC प्लेयर रैंकिंग एक ऐसी सूची है जिसमें अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट खिलाड़ियों को उनके प्रदर्शन के आधार पर अंक दिए जाते हैं। यह पूरी तरह एक कंप्यूटर आधारित प्रणाली है, जिसमें खिलाड़ियों को 0 से 1000 अंकों के पैमाने पर आंका जाता है।
अगर कोई खिलाड़ी अच्छा प्रदर्शन करता है तो उसके अंक बढ़ जाते हैं, और अगर उसका प्रदर्शन गिरता है तो अंक कम हो जाते हैं। हर मैच में खिलाड़ी के प्रदर्शन का मूल्यांकन एक एल्गोरिदम (गणना प्रणाली) के ज़रिए किया जाता है, जिसमें मानवीय दखल नहीं होता। हर फॉर्मेट — टेस्ट, वनडे और टी20 — के लिए अलग-अलग कारक और नियम लागू होते हैं, ताकि खिलाड़ियों की रैंकिंग उनके प्रदर्शन के मुताबिक सही तरीके से तय की जा सके।
चुनिंदा भारतीय क्रिकेटरों की सूची में शामिल हुए रोहित:
रोहित शर्मा अब उन चुनिंदा भारतीय क्रिकेटरों की सूची में शामिल हो गए हैं जिन्होंने दुनिया की नंबर 1 वनडे बल्लेबाजी रैंकिंग हासिल की है। उन्होंने सचिन तेंदुलकर, महेंद्र सिंह धोनी, विराट कोहली और शुभमन गिल के नक्शेकदम पर चलते हुए यह गौरव हासिल किया है। 38 वर्ष की उम्र में यह मुकाम पाने वाले रोहित न केवल इस सूची में पाँचवें भारतीय बने हैं, बल्कि सबसे उम्रदराज बल्लेबाज भी हैं जिन्होंने वनडे रैंकिंग में शीर्ष स्थान प्राप्त किया है।
ऑस्ट्रेलिया में टूटे कई रिकॉर्ड: ऑस्ट्रेलिया दौरे पर रोहित शर्मा ने तीन मैचों की वनडे सीरीज़ में शानदार प्रदर्शन करते हुए कई रिकॉर्ड अपने नाम किए:
- भारत के सबसे सफल सलामी बल्लेबाज: रोहित ने वीरेंद्र सहवाग को पीछे छोड़ दिया और अब वे सभी प्रारूपों में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले भारतीय ओपनर बन गए हैं। उन्होंने सहवाग के 15,758 रनों को सिर्फ 11 पारियों पहले ही पार कर लिया।
- सलामी बल्लेबाज के रूप में सर्वाधिक शतक: रोहित ने सचिन तेंदुलकर के 45 शतकों की बराबरी की है। अब सलामी बल्लेबाज के रूप में उनसे ज्यादा शतक सिर्फ डेविड वॉर्नर (49) के नाम हैं।
- ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सबसे ज्यादा वनडे शतक: रोहित ने सिर्फ 49 पारियों में 9वां शतक लगाकर सचिन तेंदुलकर (70 पारियों में 9 शतक) की बराबरी कर ली। इस सूची में विराट कोहली (51 पारियों में 8 शतक) तीसरे स्थान पर हैं।
वनडे शतक बनाने वाले दूसरे सबसे उम्रदराज भारतीय:
38 साल और 178 दिन की उम्र में रोहित शर्मा वनडे शतक बनाने वाले दूसरे सबसे उम्रदराज भारतीय बल्लेबाज बन गए हैं। उनसे आगे सिर्फ सचिन तेंदुलकर हैं, जिन्होंने 38 साल और 327 दिन की उम्र में शतक बनाया था।
इसके साथ ही, SENA देशों (दक्षिण अफ्रीका, इंग्लैंड, न्यूजीलैंड और ऑस्ट्रेलिया) में रोहित ने अपना 14वां वनडे शतक लगाया है, जो विदेशी खिलाड़ियों में सबसे ज्यादा है।
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ तीन पारियों में बनाए 202 रन:
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ हालिया वनडे सीरीज़ में रोहित शर्मा ने शानदार प्रदर्शन किया। सात महीने बाद वापसी करते हुए उन्होंने तीन पारियों में कुल 202 रन बनाए। सिडनी में खेले गए तीसरे मैच में उन्होंने 125 गेंदों पर नाबाद 121 रन बनाकर भारत को 9 विकेट से जीत दिलाई, साथ ही अपना 33वां वनडे और 50वां अंतरराष्ट्रीय शतक पूरा किया।
सीरीज़ के दूसरे मैच में भी उन्होंने 97 गेंदों पर 73 रन की अहम पारी खेली थी। इन शानदार प्रदर्शनों की वजह से रोहित के ICC रेटिंग अंक 745 से बढ़कर 781 हो गए। इससे पहले, 2019 विश्व कप में वे अपने करियर के सर्वश्रेष्ठ 882 अंकों के साथ दूसरे स्थान पर पहुँचे थे, जब उन्होंने रिकॉर्ड पाँच शतक लगाए थे।
अक्षर पटेल ने लगाई छह स्थान की छलांग:
अद्यतन रैंकिंग में सिर्फ रोहित शर्मा ही नहीं, बल्कि अक्षर पटेल ने भी शानदार प्रदर्शन से बड़ा सुधार किया है। सिडनी में उनके अच्छे खेल की वजह से उन्हें गेंदबाजों और ऑलराउंडरों, दोनों सूची में फायदा मिला है। अक्षर ने वनडे गेंदबाजों की रैंकिंग में छह स्थान ऊपर चढ़कर 31वें स्थान पर जगह बनाई है। इसके अलावा, ऑलराउंडर रैंकिंग में भी उन्होंने चार स्थान का सुधार किया है और अब अजमतुल्लाह उमरजई से पीछे आठवें स्थान पर पहुंच गए हैं।
अन्य भारतीय बल्लेबाजों की रैंकिंग में भी बदलाव:
ICC की नई वनडे रैंकिंग में सिर्फ रोहित शर्मा ही नहीं, बल्कि अन्य भारतीय बल्लेबाजों की स्थिति में भी बदलाव देखने को मिला। शुभमन गिल ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खराब फॉर्म के कारण तीसरे स्थान पर खिसक गए। उन्होंने तीन मैचों में सिर्फ 10, 9 और 24 रन बनाए।
वहीं, विराट कोहली के लिए सीरीज़ उतार-चढ़ाव भरी रही। पहले दो मैचों में वह शून्य पर आउट हुए, लेकिन सिडनी में खेले गए आखिरी मैच में उन्होंने 81 गेंदों पर नाबाद 74 रन बनाकर शानदार वापसी की। इस पारी की बदौलत अब वह 725 रेटिंग अंकों के साथ छठे स्थान पर हैं। एडिलेड ओवल में खेले गए दूसरे वनडे मैच में श्रेयस अय्यर ने शानदार अर्धशतक लगाकर टीम के लिए अहम योगदान दिया। उनके इस प्रदर्शन का असर रैंकिंग पर भी दिखा, और वह एक स्थान ऊपर चढ़ते हुए 10वें से 9वें स्थान पर पहुंच गए हैं।
वनडे रैंकिंग: टॉप-10 बल्लेबाज़
- रोहित शर्मा (भारत)– 781 अंक
- इब्राहिम ज़ादरान (अफगानिस्तान)– 764 अंक
- शुभमन गिल (भारत)– 745 अंक
- बाबर आज़म (पाकिस्तान)– 739 अंक
- डैरिल मिशेल (न्यूज़ीलैंड)– 734 अंक
- विराट कोहली (भारत)– 725 अंक
- चरिथ असलंका (श्रीलंका)– 716 अंक
- हैरी टेक्टर (आयरलैंड)– 708 अंक
- श्रेयस अय्यर (भारत)– 700 अंक
- शाई होप (वेस्टइंडीज़)– 690 अंक
रोहित शर्मा के बारे में:
रोहित गुरुनाथ शर्मा (जन्म 30 अप्रैल 1987) भारत के दिग्गज क्रिकेटर और पूर्व कप्तान हैं। वे दाएं हाथ के बल्लेबाज हैं और IPL में मुंबई इंडियंस व घरेलू क्रिकेट में मुंबई के लिए खेलते हैं। उन्होंने 2024 में टी20 और 2025 में टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लिया।
रोहित ने 2007 टी20 विश्व कप, 2013 चैंपियंस ट्रॉफी, 2024 टी20 विश्व कप और 2025 चैंपियंस ट्रॉफी में भारत को जीत दिलाई। उनके नाम वनडे में सबसे ज्यादा दोहरे शतक (3), अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में सबसे ज्यादा छक्के, और वनडे का सर्वोच्च व्यक्तिगत स्कोर (264) का रिकॉर्ड है।
उन्होंने IPL में मुंबई इंडियंस को पाँच बार (2013, 2015, 2017, 2019, 2020) खिताब जिताकर सबसे सफल कप्तानों में जगह बनाई। रोहित दो टी20 विश्व कप जीतने वाले एकमात्र भारतीय खिलाड़ी और टी20 विश्व कप जीतने वाले दूसरे भारतीय कप्तान हैं। रोहित शर्मा को अब तक कई बड़े सम्मान मिले हैं। उन्हें 2015 में अर्जुन पुरस्कार और 2020 में राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार (अब खेल रत्न पुरस्कार) से सम्मानित किया गया।
निष्कर्ष:
इस ऐतिहासिक उपलब्धि के साथ रोहित शर्मा ने एक बार फिर साबित कर दिया है कि उम्र केवल एक संख्या है और उनका जुनून, फिटनेस और निरंतर प्रदर्शन आज भी युवा खिलाड़ियों के लिए प्रेरणा है। वनडे रैंकिंग में नंबर 1 स्थान हासिल कर उन्होंने न केवल भारतीय क्रिकेट को गर्वान्वित किया है, बल्कि यह भी दिखाया है कि समर्पण और मेहनत से किसी भी मुकाम तक पहुँचना संभव है।
