देश के सबसे बड़े सरकारी बैंक, स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) ने यस बैंक में अपनी 13.18% की हिस्सेदारी जापान की प्रमुख वित्तीय संस्था, सुमितोमो मित्सुई बैंकिंग कॉरपोरेशन (SMBC) को 8,889 करोड़ रुपये में बेच दी है। यह डील भारतीय बैंकिंग सेक्टर में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है।
यह डील कैसे हुई?:
SBI ने यस बैंक के लगभग 413.44 करोड़ शेयर 21.50 रुपये प्रति शेयर की कीमत पर SMBC को बेचे। इस डील को करने से पहले सभी जरूरी मंजूरियाँ ली गईं; भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने 22 अगस्त 2025 को और कॉम्पिटिशन कमीशन ऑफ इंडिया (CCI) ने 2 सितंबर 2025 को इसे मंजूरी दी।
RBI ने SMBC को यस बैंक के बोर्ड में दो निदेशकों की नियुक्ति करने की भी अनुमति दी। यह पूरा सौदा SBI के सेंट्रल बोर्ड की कार्यकारी समिति की मंजूरी के बाद मई 2025 में शुरू हुआ था। सभी शर्तें पूरी होने के बाद शेयरों का ट्रांसफर कर दिया गया और डील पूरी हो गई।

भारत में हुई SMBC की एंट्री:
जापान की बड़ी वित्तीय कंपनी SMBC अब भारतीय बैंकिंग सेक्टर में अपनी मजबूत उपस्थिति बना रही है। यस बैंक में 20% हिस्सेदारी के लिए SMBC ने कुल 13,483 करोड़ रुपये का सौदा किया है। इसमें से SBI ने अपनी 24% हिस्सेदारी में से 13.18% हिस्सेदारी बेचकर 8,889 करोड़ रुपये हासिल किए। बाकी के 6.81% शेयर अन्य प्राइवेट बैंक जैसे HDFC, ICICI, Kotak Mahindra, Axis, IDFC First, Federal और Bandhan Bank ने मिलकर 4,594 करोड़ रुपये में SMBC को बेचे। यह भारत में SMBC की अब तक की सबसे बड़ी बैंकिंग डील मानी जा रही है।
RBI द्वारा 24.99% हिस्सेदारी बढ़ाने को मिली थी मंजूरी:
भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने SMBC को यस बैंक में अपनी हिस्सेदारी 24.99% तक बढ़ाने की अनुमति दी है। RBI ने यह भी स्पष्ट किया कि हिस्सेदारी बढ़ाने के बाद भी SMBC को यस बैंक का प्रमोटर नहीं माना जाएगा। इस फैसले से SMBC को बैंक में अपनी उपस्थिति मजबूत करने का मौका मिलेगा, लेकिन बैंक की संचालन और प्रबंधन संरचना पर इसका कोई असर नहीं पड़ेगा।
SMBC कितना करेगा निवेश:
रिपोर्ट के अनुसार, SMBC यस बैंक में कुल 16,000 करोड़ रुपये का निवेश करने जा रहा है। इसमें से 8,500 करोड़ रुपये कर्ज के रूप में आएंगे और 7,500 करोड़ रुपये इक्विटी के रूप में निवेश किए जाएंगे। इस निवेश के लिए बैंक के बोर्ड ने शेयरधारकों से मंजूरी भी ले ली है। SMBC बाकी 4.99% हिस्सेदारी या तो प्राइवेट इक्विटी निवेशकों एडवेंट और कार्लाइल से खरीद सकता है या बैंक की तरफ से प्रेफरेंशियल शेयर इश्यू के जरिए हासिल कर सकता है।
SBI के शेयरों में आई तेजी:
इस खबर के बाद SBI के शेयरों में तेजी देखने को मिली और यह 3.05% बढ़कर 856.90 रुपये पर बंद हुआ। वहीं, यस बैंक का शेयर 0.29% बढ़कर 21.07 रुपये पर बंद हुआ। बीते एक महीने में यस बैंक का शेयर 10% बढ़ा, पिछले छह महीने में 31% चढ़ा, जबकि एक साल में यह 10% गिरा। यस बैंक का मार्केट कैप 66.31 हजार करोड़ रुपये है।
बाकि बैंको का क्या रहा हाल?
- बन्धन बैंक ने 15.39 करोड़ शेयर ₹50 प्रति शेयर की दर पर बेचे, जिससे उसकी हिस्सेदारी 0.70% से घटकर 0.21% हो गई।
- फेडरल बैंक ने 16.62 करोड़ शेयर ₹50 प्रति शेयर पर बेचे।
- सबसे बड़ा विक्रेता SBI था, जिसने 13.18% हिस्सेदारी ₹50 प्रति शेयर की दर पर बेचकर ₹8,889 करोड़ हासिल किए। हालांकि, SBI ने कहा कि इस हिस्सेदारी बिक्री के बाद भी उसके पास यस बैंक में 10.8% हिस्सेदारी बनी रहेगी।
आइये जानते है यस बैंक के बारे में:
- स्थापना और फाउंडर: यस बैंक की स्थापना 2004 में राणा कपूर ने की थी।
- प्रबंधन: वर्तमान मैनेजिंग डायरेक्टर और CEO: प्रशांत कुमार।
- सेवाएँ:
- बैंक बैंकिंग और फाइनेंशियल सर्विसेज प्रदान करता है।
- सेवाओं में बचत, लोन, निवेश और अन्य वित्तीय सेवाएँ शामिल हैं।
- नेटवर्क और ग्राहक:
- 710 से अधिक शहरों में 1,200+ शाखाएँ।
- 1,300+ ATM।
- 2 मिलियन (82 लाख) से अधिक ग्राहक।
- उपस्थिति: भारतीय बैंकिंग सेक्टर में मजबूत उपस्थिति और व्यापक नेटवर्क।
आइए जान लेते है, SMBC के बारे मे:
एसएमबीसी (Sumitomo Mitsui Banking Corporation) एक वैश्विक वित्तीय समूह है, जिसे इसके मूल संगठन सुमितोमो मित्सुई फाइनेंशियल ग्रुप (SMFG) के नाम से भी जाना जाता है। यह दुनिया के सबसे बड़े वित्तीय संस्थानों में से एक है। इसकी स्थापना 2001 में सुमितोमो बैंक और सकुरा बैंक के विलय से हुई थी।
मुख्य जानकारी
- पूरा नाम: सुमितोमो मित्सुई बैंकिंग कॉर्पोरेशन (Sumitomo Mitsui Banking Corporation)
- स्थापना: 2001
- मुख्यालय: टोक्यो, जापान
- मूल संगठन: सुमितोमो मित्सुई फाइनेंशियल ग्रुप (SMFG)
- वैश्विक उपस्थिति: 40 से अधिक देशों में संचालन
प्रमुख सेवाएँ
- बैंकिंग: व्यक्तिगत, कॉर्पोरेट और संस्थागत ग्राहकों के लिए जमा, ऋण और अन्य बैंकिंग सेवाएँ।
- पट्टा (Leasing): लीजिंग सेवाएँ।
- प्रतिभूतियाँ (Securities): निवेश और प्रतिभूतियों से संबंधित सेवाएँ।
- क्रेडिट कार्ड: क्रेडिट कार्ड जारी करना और संबंधित सेवाएँ।
- उपभोक्ता वित्त (Consumer Finance): व्यक्तिगत उपभोक्ताओं के लिए वित्तीय सेवाएँ।
- परियोजना वित्त (Project Finance): बड़े पैमाने की अंतरराष्ट्रीय परियोजनाओं को वित्त उपलब्ध कराने में एक प्रमुख संस्थान।
निष्कर्ष:
इस डील से न सिर्फ SBI को बड़ी राशि प्राप्त हुई, बल्कि SMBC की भारत में मजबूत उपस्थिति भी दर्ज हुई। यह कदम भारतीय बैंकिंग सेक्टर में वैश्विक निवेश और सहयोग की दिशा में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित हो रहा है, जो भविष्य में बैंकिंग सेवाओं और निवेश अवसरों को और अधिक सुदृढ़ बनाएगा।