सिंगापुर, दक्षिण-पूर्व एशिया में स्थित एक छोटा किंतु अत्यंत विकसित द्वीप राष्ट्र है, जो अपनी आधुनिक जीवनशैली, सांस्कृतिक विविधता, तकनीकी प्रगति एवं स्वच्छता के लिए वैश्विक स्तर पर प्रसिद्ध है। यह देश न केवल व्यापार और पर्यटन का एक अंतरराष्ट्रीय केंद्र है, बल्कि हरित, सुरक्षित और सुव्यवस्थित सामाजिक व्यवस्था का एक अनुकरणीय उदाहरण भी प्रस्तुत करता है।
भारत और सिंगापुर के बीच ऐतिहासिक, सांस्कृतिक और आर्थिक संबंध अत्यंत मजबूत एवं दीर्घकालिक रहे हैं। भारतीय समुदाय सिंगापुर की सामाजिक संरचना का एक अभिन्न हिस्सा है, और दोनों देशों के बीच व्यापार, निवेश, रक्षा, शिक्षा तथा प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में सहयोग निरंतर प्रगति पर है। यह साझेदारी भारत की ‘एक्ट ईस्ट पॉलिसी’ और क्षेत्रीय सहयोग के दृष्टिकोण से एक महत्वपूर्ण स्तंभ के रूप में उभर रही है।
आइए, इस आर्टिकल में सिंगापुर की भौगोलिक, ऐतिहासिक, सांस्कृतिक और पर्यटन से जुड़ी प्रमुख जानकारियाँ प्राप्त करें।
भूगोल और स्थान: सिंगापुर 63 द्वीपों से मिलकर बना है, जिनमें मुख्य द्वीप पुलाउ उजोंग भी शामिल है। मलेशिया के जोहोर से सिंगापुर को दो मानव-निर्मित रास्तों से जोड़ा गया है:
- जोहोर-सिंगापुर कॉज़वे (उत्तर में)
- तुआस सेकंड लिंक (पश्चिम में)
- प्रमुख द्वीप: जुरोंग द्वीप, पुलाउ टेकोंग, पुलाउ उबिन और सेंटोसा
- सिंगापुर का सबसे ऊँचा प्राकृतिक स्थान बुकीत तिमाह हिल है, जिसकी ऊँचाई 163.63 मीटर है।
- सिंगापुर ने भूमि पुनरुद्धार (लैंड रिक्लेमेशन) के जरिए 1960 के दशक में अपने क्षेत्रफल को 580 वर्ग किमी से बढ़ाकर 2025 तक 3 वर्ग किमी कर लिया, जो 26.94% (156.3 वर्ग किमी) की वृद्धि है।
- अक्षांश (Latitude):3521° उत्तर
- देशांश (Longitude):8198° पूर्व

सिंगापुर के बारे में सामान्य जानकारी
- राजधानी: सिंगापुर
- कुल क्षेत्रफल: 736.3 वर्ग किमी
- जनसंख्या: लगभग 60.4 लाख (2024)
- आधिकारिक भाषाएँ: अंग्रेज़ी, मलय, मंदारिन, तमिल
- औसत आयु: 82.90 वर्ष (2023)
- मुद्रा: सिंगापुर डॉलर (SGD)
सिंगापुर का इतिहास:
- 1299 ईस्वी में, संग निला उतामा ने सिंगापुर की स्थापना की, जो इस क्षेत्र में एक प्रारंभिक शासक के रूप में प्रसिद्ध हुए।
- 14वीं शताब्दी के दौरान, सिंगापुर ‘तेमासेक’ नाम से एक समृद्ध व्यापारिक केंद्र के रूप में विकसित हुआ।
- 1819 में, ब्रिटिश अधिकारी सर स्टैमफोर्ड रैफल्स ने सिंगापुर में एक ब्रिटिश व्यापारिक पोस्ट की स्थापना की, जिसने इसे उपनिवेशवाद की दिशा में अग्रसर किया।
- 1824 में, सिंगापुर पूरी तरह से ब्रिटिश साम्राज्य के नियंत्रण में आ गया।
- 1942 में, द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान जापान ने सिंगापुर पर आक्रमण कर उसका नियंत्रण अपने हाथों में ले लिया।
- 1945 में, जापान की पराजय के पश्चात सिंगापुर में पुनः ब्रिटिश शासन स्थापित हुआ।
- 1959 में, सिंगापुर में पहली बार आम चुनाव आयोजित हुए और उसे आंतरिक स्वशासन प्राप्त हुआ, जिसमें ली कुआन यू प्रधानमंत्री बने।
- 1963 में, सिंगापुर मलेशिया संघ का हिस्सा बना, परंतु यह गठबंधन अधिक समय तक स्थायी नहीं रहा।
- 1965 में, सिंगापुर ने मलेशिया से अलग होकर एक स्वतंत्र और संप्रभु राष्ट्र के रूप में अपना अस्तित्व स्थापित किया।
- 1967 में, सिंगापुर ने आसियान (ASEAN) की स्थापना में सक्रिय भागीदारी निभाई, जिससे क्षेत्रीय सहयोग को प्रोत्साहन मिला।
- 1990 में, सिंगापुर के प्रथम प्रधानमंत्री ली कुआन यू ने स्वेच्छा से प्रधानमंत्री पद से त्यागपत्र दिया।
- 1993 में, सिंगापुर में पहली बार राष्ट्रपति का प्रत्यक्ष चुनाव संपन्न हुआ, जो देश के लोकतांत्रिक विकास की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम था।
- 2015 में, आधुनिक सिंगापुर के निर्माता माने जाने वाले पूर्व प्रधानमंत्री ली कुआन यू का निधन हुआ, जिससे राष्ट्र को गहरा शोक हुआ।
- 2015 के पश्चात, सिंगापुर ने COVID-19 महामारी, नेतृत्व परिवर्तन और आर्थिक-सामाजिक चुनौतियों का सफलतापूर्वक सामना किया। इस दौरान, सतत विकास की दिशा में “ग्रीन प्लान 2030” जैसी महत्त्वाकांक्षी पर्यावरणीय पहलें आरंभ की गईं।
- हाल ही में, लॉरेंस वोंग ने सिंगापुर के नए प्रधानमंत्री के रूप में 15 मई 2024 को पदभार ग्रहण किया। इसी अवधि में प्रवासी श्रमिकों की स्थिति को लेकर सामाजिक स्तर पर गंभीर बहसें और चर्चाएं भी सामने आईं, जिसने सामाजिक न्याय और श्रम नीतियों पर विचार-विमर्श को नया आयाम दिया।
प्रकृति और जैव विविधता: सिंगापुर अपने छोटे आकार के बावजूद जैव विविधता और वन्यजीवों से भरपूर है, जिसमें स्थानीय पौधों और जीवों की विविधता शामिल है।
- ज़्यादातर वन्यजीव मुख्य द्वीप पर संरक्षित क्षेत्रों जैसे बुकीत तिमाह और सुंगी बुलोह वेटलैंड रिज़र्व में पाए जाते हैं
- छोटे द्वीपों में समुद्री जीव जैसे रीफ शार्क, ऑक्टोपस और सीहॉर्स रहते हैं।
- अधिकांश समुद्र तट कृत्रिम हैं, जिन्हें लैंड रिक्लेमेशन द्वारा बनाया गया, जैसे कि सेंटोसा द्वीप पर।
- सिंगापुर में हर दिन बारिश होती है और पहले यह क्षेत्र लगभग पूरी तरह वर्षावनों से ढका था, लेकिन 19वीं शताब्दी के मध्य से अंत तक, शहरी विकास के लिए 95% जंगल काट दिए गए।
लोग और संस्कृति:
- लगभग 75% आबादी चीनी मूल की है, जबकि शेष मलय और भारतीय हैं।
- प्रमुख धर्मों में बौद्ध धर्म (31.1%) सबसे प्रचलित है, इसके बाद ईसाई धर्म, इस्लाम, ताओवाद और हिंदू धर्म आते हैं।
- 1980 से आबादी दोगुनी हो चुकी है, जिससे सिंगापुर दुनिया के सबसे घनी आबादी वाले द्वीपों में से एक बन गया है। फिर भी कम अपराध, किफायती सार्वजनिक परिवहन, और आधुनिक तकनीक से युक्त राजधानी के कारण यहाँ जीवन संतोषजनक माना जाता है।
- सिंगापुर की संस्कृति में भोजन का विशेष महत्व है; यहाँ आम अभिवादन होता है – “क्या आपने खाया?”
- लोकप्रिय व्यंजनों में “रोटी प्राटा” (मछली करी के साथ कुरकुरी रोटी) और “बाक कुट तेह” (मसालेदार सूप में पोर्क रिब्स) शामिल हैं।
- सिंगापुर में चीनी नववर्ष, दीपावली, हरी राया पुासा, थाईपुसम, मिड-ऑटम फेस्टिवल और 9 अगस्त को मनाया जाने वाला नेशनल डे प्रमुख त्योहार हैं, जो इसकी बहुसांस्कृतिक विरासत को दर्शाते हैं।
- पर्यटन उद्योग: सिंगापुर का पर्यटन उद्योग इसकी अर्थव्यवस्था में प्रमुख योगदानकर्ता है, जो प्रतिवर्ष लाखों पर्यटकों को आकर्षित करता है ।
भारत-सिंगापुर संबंध:
- ऐतिहासिक जुड़ाव: 1819 में सर स्टैमफोर्ड रैफल्स द्वारा स्थापित सिंगापुर को कोलकाता से प्रशासित किया जाता था। 1965 में स्वतंत्रता प्राप्त करने पर भारत सबसे पहले मान्यता देने वाले देशों में था।
- आर्थिक सहयोग: सिंगापुर, आसियान में भारत का सबसे बड़ा और 2023–24 में छठा सबसे बड़ा वैश्विक व्यापारिक साझेदार रहा। CECA समझौते के बाद व्यापार 6 अरब डॉलर तक पहुँचा। भारत नेट आयातक है। 2016 में DTAA कर चोरी रोकने हेतु लागू हुआ।
- रक्षा सहयोग: दक्षिण चीन सागर तक भारत की रणनीतिक पहुंच और सिंगापुर की हिंद महासागर में सुरक्षा भूमिका बढ़ी। त्रि-सेनाओं के बीच Agni Warrior, SIMBEX और JMT जैसे संयुक्त अभ्यास होते हैं।
- फिनटेक नवाचार: RuPay–UPI और PayNow लिंकिंग जैसी पहलों ने सीमापार डिजिटल भुगतान को सशक्त किया।
- बहुपक्षीय मंचों पर सहयोग: दोनों देश EAS, Commonwealth, IORA, IONS जैसे समूहों में सक्रिय हैं और ISA, Global Biofuel Alliance, IPEF जैसे मंचों का हिस्सा हैं।
- भारतीय समुदाय: सिंगापुर की कुल आबादी में 1% भारतीय मूल के हैं; लगभग 1/5 प्रवासी भारतीय नागरिक हैं। तमिल सिंगापुर की चार आधिकारिक भाषाओं में से एक है।
भारत-सिंगापुर संबंधों में प्रमुख चुनौतियाँ
- चीन की बढ़ती उपस्थिति: Belt and Road के अंतर्गत सिंगापुर का 85% निवेश चीन में है; चीन उसका तीसरा सबसे बड़ा व्यापारिक भागीदार है।
- टैक्स हेवन और राउंड ट्रिपिंग: FY 2023-24 में आए 7 अरब डॉलर के निवेश में टैक्स चोरी और काले धन की वापसी की संभावना पर प्रश्नचिह्न हैं।
- सेवा क्षेत्र और प्रतिभा प्रवासन: भारतीय सेवा निर्यात और पेशेवरों की आवाजाही में सीमित पहुंच भारत के लिए चिंता का विषय है।
- सोने की तस्करी: प्रवासी श्रमिकों को ‘गोल्ड म्यूल्स’ के रूप में उपयोग कर तस्करी के मामले बढ़े हैं।
- प्रवासी भारतीयों के साथ भेदभाव: सोशल मीडिया और कार्यस्थलों पर भारतीयों के साथ भेदभाव की घटनाएँ सामाजिक असंतोष का कारण बनी हैं।