डोनाल्ड ट्रंप के खिलाफ UN में हुई 3 साजिशें, संयुक्त राष्ट्र से जांच की मांग की, जाने UN में ट्रम्प के साथ क्या- क्या हुआ..

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने हाल ही में सोशल मीडिया पर साझा किया कि संयुक्त राष्ट्र महासभा के 80वें सत्र में उनकी सुरक्षा और भाषण को लेकर तीन बेहद शर्मनाक घटनाएं हुईं। उन्होंने दावा किया कि यह केवल सामान्य गड़बड़ी नहीं, बल्कि जानलेवा स्थिति पैदा कर सकती थी। ट्रम्प ने इन्हें साजिश करार दिया है।

Three conspiracies against Donald Trump at the UN

ये कोई संयोग नहींशर्म आनी चाहिए- ट्रंप 

 

UN को अपने आप पर शर्म आनी चाहिए। कल संयुक्त राष्ट्र में सिर्फ एक नहीं, दो नहीं, बल्कि तीन बेहद संदिग्ध घटनाएं हुई हैं।

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अपनी पोस्ट में कहा है कि “संयुक्त राष्ट्र में हुईं ये घटनाएं कोई संयोग नहीं थीं। उन्हें खुद पर शर्म आनी चाहिए। मैं इस लेटर की एक कॉपी महासचिव को भेज रहा हूं, और मैं तत्काल जांच की मांग करता हूं। कोई आश्चर्य नहीं कि संयुक्त राष्ट्र वह काम नहीं कर पाया जिसके लिए उसे बनाया गया था। एस्केलेटर पर लगे सभी सुरक्षा टेप सुरक्षित रखे जाने चाहिए, खासकर आपातकालीन स्टॉप बटन। सीक्रेट सर्विस इसे देख रही है।”

 

ट्रंप ने की CCTV फुटेज की जांच की मांग:

ट्रंप ने इस पूरे मामले की जांच की मांग की है. उन्होंने कहा कि सीसीटीवी फुटेज के जरिए पूरी जांच की जाए और जो लोग इसके जिम्मेदार हैं, उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए. ट्रंप ने कहा, “ये कोई मामूली गलती नहीं थी, ये जानबूझकर किया गया।

 

ट्रंप के साथ UN में क्या हुआ था?

पहली घटना  (एस्केलेटर का अचानक रुकना):

ट्रम्प ने बताया कि मुख्य भाषण स्थल तक जाने वाले एस्केलेटर ने अचानक जोर से रुक दिया। “मेलानिया और मैंने रेलिंग को कसकर पकड़ा नहीं होता, तो हम नुकीले किनारों पर गिर सकते थे। यह पूरी तरह तोड़फोड़ थी।

दूसरी घटना (टेलीप्रॉम्प्टर का काम न करना):

 

ट्रम्प ने आगे बताया कि जैसे ही वह विश्व नेताओं और लाखों दर्शकों के सामने भाषण देने खड़े हुए, उनका टेलीप्रॉम्प्टर काम नहीं कर रहा था। उन्होंने बिना टेलीप्रॉम्प्टर के भाषण दिया, जो लगभग 15 मिनट की देरी के बाद शुरू हुआ। ट्रम्प ने कहा कि भाषण को शानदार रिव्यू मिला और यह साबित किया कि बहुत कम लोग ऐसा कर सकते हैं। एसोसिएटेड प्रेस को एक संयुक्त राष्ट्र सूत्र ने बताया कि टेलीप्रॉम्प्टर में खराबी व्हाइट हाउस के एक कर्मचारी के कारण हुई थी, जो उसे चला रहा था।

तीसरी घटना (सभागार में आवाज बंद):

भाषण के बाद ट्रम्प ने कहा कि जिस सभागार में भाषण दिया जा रहा था, वहां की आवाज़ पूरी तरह बंद थी। विश्व नेता और दर्शक केवल दुभाषियों के इयरपीस के माध्यम से ही सुन सके। उन्होंने कहा कि भाषण के अंत में मेलानिया ने उन्हें बताया कि उन्होंने एक भी शब्द नहीं सुन पाया। ट्रम्प ने इसे बेहद शर्मनाक और असुविधाजनक घटना बताया।

 

ट्रंप के आरोप पर यूएन का जवाब:

यूएन ने ट्रंप की शिकायतों को बताया जिम्मेदारी का मामला:

ट्रंप द्वारा संयुक्त राष्ट्र महासभा में हुई घटनाओं पर लगाए गए आरोपों के बाद यूएन ने प्रतिक्रिया दी है। यूएन महासचिव एंटोनियो गुटेरेस के प्रतिनिधि फरहान अजीज हक ने बताया कि टेलीप्रॉम्प्टर का संचालन पूरी तरह व्हाइट हाउस की जिम्मेदारी थी। हक के मुताबिक, व्हाइट हाउस को तय करना था कि टेलीप्रॉम्प्टर कहां और कैसे लगाया जाएगा और भाषण का पूरा रोडमैप व्हाइट हाउस के अधिकारी तय कर रहे थे।

टेलीप्रॉम्प्टर की खराबी पर यूएन की प्रतिक्रिया:

हक ने ईडब्ल्यू मैगजीन को बताया कि टेलीप्रॉम्प्टर की खराबी व्हाइट हाउस के नियोजन में हुई असंगति के कारण हुई। उन्होंने कहा, “अब व्हाइट हाउस को स्पष्ट करना चाहिए कि आखिरकार ट्रंप का टेलीप्रॉम्प्टर कैसे खराब हुआ।”

एस्केलेटर विवाद पर यूएन का बयान:

एस्केलेटर के अचानक रुकने को लेकर हक ने कहा कि ट्रंप के आने से पहले यह पूरी तरह काम कर रहा था। ट्रंप से पहले व्हाइट हाउस के दो कैमरामैन उस पर चढ़े थे और ट्रंप के पीछे यूएन के ऑफिसर थे। अचानक एस्केलेटर बंद हो गया। यूएन ने जल्द ही इस घटना से संबंधित वीडियो जारी करने की बात भी कही है।

 

 

ट्रंप का यूएन भाषण: संस्था, भारत-चीन, रूस और क्लाइमेट नीतियों पर तीखी आलोचना:

संयुक्त राष्ट्र पर कटाक्ष: राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने संयुक्त राष्ट्र महासभा में संस्था की भूमिका पर तीखी आलोचना की। उन्होंने यूएन पर बढ़ते संघर्षों और आव्रजन समस्याओं को हल करने में विफल रहने का आरोप लगाया और इसके “खोखले शब्दों” का मजाक उड़ाया। ट्रंप ने कहा, “यूएन में इतनी जबरदस्त क्षमता है, लेकिन यह उस पर खरा उतरने के करीब भी नहीं पहुंच रहा है।”

भारत और चीन पर आरोप: ट्रंप ने चीन और भारत पर रूस से तेल की लगातार खरीद के जरिए यूक्रेन युद्ध का “प्राथमिक वित्तपोषक” होने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि इन देशों की नीतियां युद्ध को अनजाने में फंड कर रही हैं।

यूरोप और माइग्रेशन नीतियों की आलोचना: ट्रंप ने यूरोपीय देशों को चेतावनी दी कि रूस से ऊर्जा खरीद बंद करें, अन्यथा वे “अपने खिलाफ युद्ध का वित्तपोषण” कर रहे हैं। उन्होंने संयुक्त राष्ट्र पर अपर्याप्त प्रवासन नियंत्रण का आरोप लगाया और चेतावनी दी कि पश्चिम का ताना-बाना टूट सकता है।

जलवायु परिवर्तन पर कटाक्ष: ट्रंप ने जलवायु परिवर्तन से जुड़ी वैश्विक चेतावनियों का मजाक उड़ाया और अन्य देशों से हरित ऊर्जा पहल को खत्म करने का आग्रह किया। उन्होंने इसे “दुनिया में अब तक की सबसे बड़ी धोखाधड़ी” करार दिया।

रूस पर जुबानी हमला और यूक्रेन पर स्टैंड: ट्रंप ने रूस को धमकी दी कि अगर पुतिन युद्ध समाप्त करने के लिए नहीं आएंगे, तो मास्को पर “बहुत शक्तिशाली टैरिफ” लगाए जाएंगे। भाषण के बाद उन्होंने अपने यूक्रेन युद्ध पर स्टैंड में नाटकीय बदलाव किया और नाटो की मदद से यूक्रेन के क्षेत्रों को वापस जीतने की संभावना पर भरोसा जताया।

फिलिस्तीन और नोबेल शांति पुरस्कार: ट्रंप ने यूरोपीय देशों की फिलिस्तीन को मान्यता देने की कोशिशों की आलोचना की। उन्होंने इसे हमास के लिए “इनाम” करार दिया। इसके अलावा उन्होंने दोबारा नोबेल शांति पुरस्कार की इच्छा जताई और दावा किया कि उन्होंने व्हाइट हाउस में रहते हुए “सात युद्ध समाप्त कर दिए हैं।”

 

आइए जान लेते है, टेलीप्रॉम्पटर के बारे में-

टेलीप्रॉम्पटर एक ऐसा उपकरण है जिसकी मदद से टीवी एंकर और वक्ता बिना कागज देखे स्क्रिप्ट पढ़ सकते हैं और दर्शकों के साथ आंखों का संपर्क बनाए रख सकते हैं। इसे ऑटोक्यू भी कहा जाता है। टेलीप्रॉम्पटर के सामने स्क्रिप्ट पढ़ने पर ऐसा लगता है कि वक्ता को सब कुछ याद है, जबकि असल में टेक्स्ट स्क्रीन पर दिखाई दे रहा होता है।

काम करने का तरीका:

टेलीप्रॉम्पटर में दो बीम-स्प्लिटर ग्लास 45 डिग्री कोण पर स्टैंड पर रखे जाते हैं। टेक्स्ट एक फ्लैट LCD मॉनिटर पर दिखाई देता है, जो ग्लास में प्रतिबिंबित होता है। ग्लास के पीछे कैमरा होता है ताकि वक्ता कैमरे की ओर देखकर पढ़ सके। कंट्रोलर टेक्स्ट की गति को नियंत्रित करता है, जिससे वक्ता के अनुसार स्क्रिप्ट स्क्रॉल होती है।

टेलीप्रॉम्पटर के 3 प्रमुख प्रकार:

  1. प्रेसिडेंशियल टेलीप्रॉम्पटर
  • राष्ट्रपति या बड़े वक्ता इसका इस्तेमाल करते हैं।
  • स्टैंड पर ग्लास स्क्रीन और नीचे मॉनिटर होता है।
  • मॉनिटर की छवि ग्लास पर प्रतिबिंबित होती है।
  1. कैमरा-माउंटेड टेलीप्रॉम्पटर
  • ग्लास स्क्रीन के पीछे कैमरा लगा होता है।
  • न्यूजकास्टर्स, शिक्षक, बिजनेस ऑफिसर इसके जरिए दर्शकों से आंखों का संपर्क बनाए रखते हैं।
  1. स्टैंड टेलीप्रॉम्पटर
  • फ्लोर या स्टैंड पर माउंट किया जाता है।
  • फिल्म और प्रोडक्शन में अभिनेता इसका इस्तेमाल डायलॉग बोलने के लिए करते हैं।

इस तरह टेलीप्रॉम्पटर वक्ताओं और प्रस्तुतकर्ताओं के लिए स्मूद और पेशेवर प्रस्तुतिकरण सुनिश्चित करता है।