भारतीय महिला हॉकी टीम ने एशिया कप 2025 के फाइनल तक शानदार प्रदर्शन करते हुए सबका दिल जीता, लेकिन खिताबी मुकाबले में मेजबान चीन से 1-4 से हारकर रजत पदक अपने नाम किया।
हांगझोउ के गोंगशु कैनाल स्पोर्ट्स पार्क स्टेडियम में खेले गए इस फाइनल में भारत ने शुरुआती बढ़त जरूर बनाया, लेकिन आखिरी क्वार्टर में लय खो बैठा। वहीं, चीन ने दमदार खेल दिखाते हुए खिताब अपने नाम करने के साथ-साथ अगले साल बेल्जियम और नीदरलैंड में होने वाले हॉकी विश्व कप के लिए भी क्वालिफाई कर लिया।

भारत के लिए डबल झटका:
हांगझोउ में खेले गए फाइनल में मेजबान चीन से हारकर भारतीय महिला हॉकी टीम को डबल झटका लगा। भारत न सिर्फ एशिया कप का खिताब गंवा बैठा बल्कि हॉकी वर्ल्ड कप के लिए डायरेक्ट क्वालीफाई करने का मौका भी खो दिया। अब टीम इंडिया को वर्ल्ड कप में जगह बनाने के लिए क्वालीफायर मुकाबलों से गुजरना होगा।
मैच का पूरा हाल:
भारत और चीन के बीच खेले गए महिला एशिया कप फाइनल में शुरुआत भारत के लिए शानदार रही।
- हाफ टाइम से पहले की स्थिति: मैच के पहले क्वार्टर में भारत की नवनीत ने गोल कर टीम को 1-0 की बढ़त दिलाई। इसके बाद खेल के 21वें मिनट में चीन की कप्तान जिजिया ने गोल करके स्कोर 1-1 कर दिया। हाफ टाइम तक दोनों टीमें बराबरी पर थीं
- हाफ टाइम से बाद की स्थिति: तीसरे क्वार्टर में चीन ने वापसी करते हुए ली होंग के गोल की बदौलत 2-1 की बढ़त बना ली। चौथे क्वार्टर में चीन पूरी तरह हावी रहा। जू मीरॉन्ग ने तीसरा और फेन यूजिया ने चौथा गोल दागकर स्कोर 4-1 कर दिया।
भारत के हार की बड़ी वजह:
फाइनल में भारत के हार की बड़ी वजह टीम के कुछ अहम खिलाड़ियों की कमी और कमजोर प्रदर्शन रहा। गोलकीपर सविता और पेनल्टी कॉर्नर विशेषज्ञ दीपिका चोट की वजह से टूर्नामेंट में नहीं खेल सकीं। इनके न होने से टीम को काफी नुकसान हुआ। वहीं मुमताज खान, लालरेम्सियामी और सुनेलिटा टोप्पो फाइनल में अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाईं, जिससे भारत जीत से दूर रह गया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दी बधाई:
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोशल मीडिया पर भारतीय महिला हॉकी टीम को एशिया कप में रजत पदक जीतने पर बधाई देते हुए लिखा कि टीम का जज्बा और टीम भावना काबिले-तारीफ है। प्रधानमंत्री ने कहा कि भारतीय महिला हॉकी टीम ने अपने शानदार प्रदर्शन से पूरे देश को गर्व महसूस कराया है।
अब तक तीन बार फाइनल में भिड़ चुके है भारत और चीन:
भारत और चीन के बीच एशिया कप हॉकी के फाइनल में अब तक तीन बार भिड़ंत हो चुकी है। इससे पहले साल 2017 में हुए मुकाबले में भारतीय महिला टीम ने चीन को हराकर खिताब जीता था, जो भारत की आखिरी जीत रही। वहीं, चीन ने 2009 में बैंकाक में भारतीय महिला टीम को एशिया कप में हराकर खिताब अपने नाम किया था।
महिला हॉकी एशिया कप के बारे में:
महिला हॉकी एशिया कप एशियाई हॉकी महासंघ द्वारा कराया जाने वाला एक अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंट है। इसमें एशिया की टीमें हिस्सा लेती हैं और जो टीम जीतती है, वह एशिया की चैंपियन बन जाती है। इसके साथ ही विजेता टीम को FIH (International Hockey Federation) हॉकी विश्व कप में खेलने का सीधा मौका मिलता है। महिला हॉकी एशिया कप 1985 में पहली बार आयोजित किया गया था। अब तक भारत दो और चीन तीन बार इस टूर्नामेंट को जीत चुके हैं.
महिला हॉकी एशिया कप में अब तक का रिकॉर्ड:
- दक्षिण कोरिया:
- विजेता: 3 बार – 1985, 1993, 1999
- उपविजेता: 3 बार – 2007, 2013, 2022
- जापान:
- विजेता: 3 बार – 2007, 2013, 2022
- उपविजेता: 3 बार – 1985, 1989, 2004
- चीन:
- विजेता: 3 बार – 1989, 2009, 2025*
- उपविजेता: 2 बार – 1993, 2017
- भारत:
- विजेता: 2 बार – 2004, 2017
- उपविजेता: 3 बार – 1999, 2009, 2025
महिला हॉकी की टॉप 10 विश्व रैंकिंग:
- नीदरलैंड्स:77 अंक
- अर्जेंटीना:83 अंक
- बेल्जियम:11 अंक
- चीन: 01 अंक
- ऑस्ट्रेलिया:34 अंक
- स्पेन:74 अंक
- जर्मनी:16 अंक
- इंग्लैंड:96 अंक
- भारत:62 अंक
- न्यूज़ीलैंड:50 अंक