महिला विश्व कप सेमीफाइनल: भारत ने ऑस्ट्रेलिया को 5 विकेट से हराया, अब 2 नवंबर को फाइनल में साउथ अफ्रीका से होगी भिड़ंत..

डीवाई पाटिल स्टेडियम में खेले गए ICC महिला विश्व कप के रोमांचक दूसरे सेमीफाइनल में भारतीय महिला टीम ने इतिहास रच दिया। 339 रनों के विशाल लक्ष्य का पीछा करते हुए टीम इंडिया ने ऑस्ट्रेलिया को नौ गेंद बाकी रहते पाँच विकेट से हराया। जेमिमा रोड्रिग्स के नाबाद 127 रन और कप्तान हरमनप्रीत कौर की शानदार 89 रनों की पारी की बदौलत भारत ने महिला विश्व कप इतिहास का सबसे बड़ा रन चेज़ पूरा किया। इस जीत के साथ भारत ने फाइनल में जगह बना ली है, जहाँ उसका सामना 2 नवंबर को दक्षिण अफ्रीका से होगा।

 

यह महिला विश्व कप इतिहास में दूसरी बार है जब भारत ने सेमीफाइनल में ऑस्ट्रेलिया को पराजित किया है। इससे पहले 2017 विश्व कप में भारतीय टीम ने ऑस्ट्रेलिया को 36 रनों से हराया था। इस बार भी भारतीय खिलाड़ियों के दमदार प्रदर्शन ने गत चैंपियन ऑस्ट्रेलिया का आठवीं बार खिताब जीतने का सपना तोड़ दिया।

Women's World Cup Semifinals

दोनों टीमों की प्लेइंग इलेवन:

  • भारत महिला (Playing XI): शैफाली वर्मा, स्मृति मंधाना, अमनजोत कौर, हरमनप्रीत कौर (कप्तान), जेमिमा रोड्रिग्स, दीप्ति शर्मा, ऋचा घोष (विकेटकीपर), राधा यादव, क्रांति गौड़, श्री चरणी, रेणुका सिंह ठाकुर
  • ऑस्ट्रेलिया महिला (Playing XI): फोबे लिचफील्ड, एलिसा हीली (कप्तान/विकेटकीपर), एलिस पेरी, बेथ मूनी, एनाबेल सदरलैंड, एशले गार्डनर, ताहलिया मैकग्राथ, सोफी मोलिनक्स, अलाना किंग, किम गर्थ, मेगन स्कुट

 

ऑस्ट्रेलिया ने बनाए 338 रन का विशाल स्कोर:

ऑस्ट्रेलिया ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए 49.5 ओवर में 338 रन बनाए। फ़ोबे लिचफ़ील्ड ने 93 गेंदों में 119 रन की शानदार पारी खेली, जबकि एलिस पेरी ने 77 रन जोड़े। एश्ले गार्डनर ने 63 रन की तेज़ पारी खेलकर टीम को मजबूत स्थिति में पहुंचाया। भारत की ओर से श्री चरणी ने 2 विकेट लेकर 49 रन दिए और दीप्ति शर्मा ने 2 विकेट लेकर 73 रन खर्च किए। भारतीय फील्डिंग भी शानदार रही, जिसमें तीन रन-आउट शामिल थे।

 

भारत ने 9 गेंद रहते हासिल किया लक्ष्य:

भारत ने 339 रनों के बड़े लक्ष्य का पीछा करते हुए शानदार जीत हासिल की। शुरुआत में शेफाली वर्मा (10) और स्मृति मंधाना (24) जल्दी आउट हो गईं, लेकिन जेमिमा रोड्रिग्स ने पारी को संभाला। उन्होंने 134 गेंदों में 14 चौकों की मदद से नाबाद 127 रन बनाए। कप्तान हरमनप्रीत कौर ने 88 गेंदों में 89 रन ठोके और दोनों ने मिलकर 167 रनों की अहम साझेदारी की। हरमनप्रीत के आउट होने के बाद दीप्ति शर्मा (24 रन, 17 गेंद) और ऋचा घोष (26 रन, 16 गेंद) ने तेजी से रन बनाकर टीम को लक्ष्य के करीब पहुंचाया। अमनजोत कौर ने नाबाद 15 रन जोड़ते हुए भारत को 48.3 ओवर में 341/5 तक पहुंचा दिया।

ऑस्ट्रेलिया की किम गार्थ (2/46) और एनाबेल सदरलैंड (2/69) ने कुछ समय दबाव बनाया, लेकिन भारतीय बल्लेबाजों की संयम और आक्रामकता ने नौ गेंद शेष रहते ऐतिहासिक जीत सुनिश्चित की।

 

खिलाडियों ने उठाया जीवनदान का सही फायदा:

ऑस्ट्रेलिया अगर अपने मौकों का सही फायदा उठाता, तो मैच का नतीजा शायद अलग होता। एक आसान स्टंपिंग चूकने से हरमनप्रीत कौर को 10 रन पर जीवनदान मिला, जबकि 82 रन पर जेमिमा रोड्रिग्स का आसान कैच भी छूट गया। दोनों ही बार ऑस्ट्रेलियाई कप्तान और विकेटकीपर एलिसा हीली से गलती हुई, और गेंदबाज अलाना किंग बदकिस्मत रहीं। इन गलतियों का दोनों भारतीय बल्लेबाजों ने पूरा फायदा उठाया। रोड्रिग्स ने शुरू से ही आत्मविश्वास के साथ खेला, जबकि हरमनप्रीत ने शुरुआती झटकों के बाद समझदारी से पारी को संभाला। हरमनप्रीत के आउट होने के बाद भी रोड्रिग्स को एक और मौका मिला, जब ताहलिया मैकग्राथ ने मिड-ऑफ पर एक आसान कैच छोड़ दिया।

भले ही ऑस्ट्रेलिया अपनी गलतियों पर अफसोस करे, लेकिन जेमिमा रोड्रिग्स की शानदार पारी और उनका संयम इस विश्व कप की यादगार पारी के रूप में हमेशा याद रखा जाएगा।

 

भारतीय बल्लेबाज जेमिमा रोड्रिग्स ने कहा,

यह मुकाबला बेहद कठिन था, लेकिन यह एक सपने के सच होने जैसा है। उन्होंने बताया कि उनका लक्ष्य खुद को साबित करना नहीं, बल्कि भारत को जीत दिलाना था। जेमिमा ने कहा कि भारत पहले भी ऐसे हालात में मैच गंवाता रहा है, इसलिए इस बार वह अंत तक मैदान पर रहना चाहती थीं ताकि टीम को जीत मिल सके। उन्होंने यह भी कहा कि आज का दिन उनके व्यक्तिगत स्कोर के लिए नहीं, बल्कि देश की जीत के लिए था। भावुक होकर उन्होंने बताया कि इस विश्व कप के दौरान वह लगभग हर दिन चिंता के कारण रोती थीं, लेकिन भगवान ने सब कुछ सही समय पर सही तरीके से कर दिया।

 

सभी खिलाड़ियों ने मनाया जीत का जश्न:

भारत की जीत के बाद ड्रेसिंग रूम में खुशी का माहौल छा गया। जैसे ही जेमिमा रोड्रिग्स ड्रेसिंग रूम में पहुंचीं, सभी खिलाड़ियों ने जोरदार तालियों और चीयर्स के साथ उनका स्वागत किया। टीम की साथियों ने उन्हें गले लगाकर शानदार पारी के लिए बधाई दी। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने एक वीडियो साझा किया है, जिसमें खिलाड़ी फाइनल में पहुंचने का जश्न मनाते हुए नजर आ रहे हैं। सभी ने मिलकर एक-दूसरे के साथ सेल्फी भी लीं।

 

महिला वर्ल्ड कप इतिहास में सबसे बड़ा रन चेज:

महिला विश्व कप इतिहास में यह अब तक का सबसे बड़ा सफल रन चेज़ है। भारत ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 339 रनों का लक्ष्य हासिल कर नया रिकॉर्ड बनाया। इससे पहले सबसे बड़ा सफल चेज़ ऑस्ट्रेलिया के नाम था, जिसने इसी विश्व कप में भारत के खिलाफ 331 रन का लक्ष्य हासिल किया था। यह विश्व कप इतिहास में केवल दूसरी बार हुआ है जब किसी टीम ने 300 से ज्यादा रन का पीछा कर जीत दर्ज की हो।

 

सबसे बड़े सफल रन चेज़ (महिला विश्व कप):

  • 339 रन: भारत बनाम ऑस्ट्रेलिया
  • 331 रन: ऑस्ट्रेलिया बनाम भारत
  • 278 रन: ऑस्ट्रेलिया बनाम भारत
  • 275 रन: दक्षिण अफ्रीका बनाम भारत

 

अब आगे क्या होगा?

अब वर्ल्ड कप का फाइनल मुकाबला रविवार, 2 नवंबर को भारत और साउथ अफ्रीका के बीच खेला जाएगा। साउथ अफ्रीका ने इंग्लैंड को हराकर पहली बार फाइनल में जगह बनाई है, जबकि भारत तीसरी बार फाइनल में पहुंचा है। इससे पहले भारतीय टीम 2005 और 2017 के फाइनल में हार चुकी है। इस बार यह तय है कि महिला क्रिकेट को एक नई वर्ल्ड चैंपियन टीम मिलेगी। फाइनल मुकाबला नवी मुंबई के डीवाई पाटिल स्टेडियम में खेला जाएगा।

 

महिला क्रिकेट विश्व कप के बारे में:

आईसीसी महिला क्रिकेट विश्व कप एक दिवसीय (50 ओवरों वाला) अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंट है, जिसका आयोजन अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (ICC) करती है। शुरुआत में इसका संचालन “अंतरराष्ट्रीय महिला क्रिकेट परिषद” करती थी, लेकिन 2005 में यह ICC के साथ जुड़ गई। पहला महिला विश्व कप 1973 में इंग्लैंड में खेला गया था, जो पुरुषों के विश्व कप से दो साल पहले हुआ था। शुरुआती दौर में वित्तीय दिक्कतों के कारण कई टीमें भाग नहीं ले सकीं और टूर्नामेंटों के बीच कई सालों का अंतर रहा।

2005 से महिला विश्व कप हर चार साल में नियमित रूप से आयोजित किया जा रहा है। इसमें टीमों का चयन ICC महिला चैंपियनशिप और विश्व कप क्वालिफायर के जरिए होता है। 2000 से अब तक इस टूर्नामेंट में आठ टीमें खेलती रही हैं, लेकिन 2029 से इसे बढ़ाकर 10 टीमों तक किया जाएगा।

 

महिला विश्व कप विजेता: अब तक 12 महिला विश्व कप खेले जा चुके हैं, जिनमें से भारत और इंग्लैंड ने तीन-तीन बार मेजबानी की है।

  • ऑस्ट्रेलिया सबसे सफल टीम है, उसने 7 बार खिताब जीता है।
  • इंग्लैंड ने 4 बार विश्व कप जीता है।
  • न्यूज़ीलैंड ने 1 बार ट्रॉफी अपने नाम की है।
  • भारत (2 बार) और वेस्टइंडीज (1 बार) फाइनल तक पहुँचे हैं, लेकिन अब तक खिताब नहीं जीत सके हैं।

 

निष्कर्ष:

इस जीत के साथ भारतीय महिला टीम ने इतिहास रच दिया और फाइनल में जगह बना ली। जेमिमा रोड्रिग्स और हरमनप्रीत कौर की शानदार पारियों ने दिखा दिया कि टीम इंडिया अब किसी भी चुनौती से पीछे नहीं हटती। यह जीत भारतीय महिला क्रिकेट के आत्मविश्वास और जज़्बे का प्रतीक है। अब 2 नवंबर को फाइनल में भारत के पास नया इतिहास बनाने का मौका होगा।

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