SMBC द्वारा यस बैंक में 25% से अधिक हिस्सेदारी बढ़ाने से इनकार करने के बाद यस बैंक के शेयर की कीमत में गिरावट

जापान की प्रमुख वित्तीय संस्था Sumitomo Mitsui Banking Corporation (SMBC) ने स्पष्ट कर दिया है कि वह Yes Bank में अपनी हिस्सेदारी 24.99% से अधिक नहीं बढ़ाएगी। यह निर्णय भारतीय नियामकीय सीमा से नीचे रहने के उद्देश्य से लिया गया है। खबर के सामने आते ही Yes Bank के शेयरों में तेज गिरावट दर्ज की गई, जिससे निवेशकों के बीच बैंक की भावी रणनीतिक दिशा को लेकर अनिश्चितता बढ़ गई।

 

SMBC की इस स्थिति से यह संकेत मिलता है कि फिलहाल बैंक अपनी भारत में निवेश रणनीति को सावधानीपूर्ण और सीमित दायरे में रखेगा, जबकि Yes Bank अपने स्वतंत्र विस्तार और पूंजी सुदृढ़ीकरण योजनाओं पर ध्यान केंद्रित करेगा।

Yes Bank share price falls after SMBC refuses to increase stake beyond 25%

SMBC ने यह निर्णय क्यों लिया?

 

  • हिस्सेदारी सीमा तय रखना: SMBC ने अपनी हिस्सेदारी 25% से कम रखने का फैसला किया है ताकि वह भारतीय अधिग्रहण नियमों के तहत आने वाली ओपन ऑफर की अनिवार्यता से बच सके। इन नियमों के अनुसार, यदि किसी निवेशक की हिस्सेदारी 25% से अधिक हो जाती है तो उसे सार्वजनिक शेयरधारकों से अतिरिक्त 26% शेयर खरीदने का प्रस्ताव देना होता है।

 

  • बाज़ार की उम्मीदों पर असर: मई 2025 से यह अटकलें चल रही थीं कि SMBC अपनी हिस्सेदारी बढ़ाकर ओपन ऑफर लाएगा। इस उम्मीद ने Yes Bank के शेयरों में तेजी लाई थी। लेकिन SMBC की ताज़ा सफाई के बाद ये उम्मीदें खत्म हो गईं, जिससे निवेशकों ने मुनाफावसूली शुरू कर दी और शेयर की कीमत में गिरावट दर्ज की गई।

 

  • नियंत्रण नहीं, बोर्ड भूमिका पर फोकस: SMBC के वरिष्ठ अधिकारी राजीव कन्नन ने स्पष्ट किया कि बैंक का उद्देश्य Yes Bank के बोर्ड में सक्रिय भूमिका निभाना है, न कि कार्यकारी या नियंत्रण हासिल करना। SMBC वर्तमान में 24.2% हिस्सेदारी के साथ सबसे बड़ा शेयरधारक है।

 

  • संचालन संबंधी चुनौतियाँ: Yes Bank में अभी भी कई ऐसे क्षेत्र हैं जहाँ सुधार की आवश्यकता है, और फिलहाल बैंक का ध्यान मौजूदा सुधार योजनाओं के प्रभावी क्रियान्वयन पर होना चाहिए।

 

  • दीर्घकालिक रणनीतिक साझेदारी: SMBC एक लॉन्ग-टर्म स्ट्रैटेजिक पार्टनर के रूप में Yes Bank की गवर्नेंस और विकास में योगदान देता रहेगा, भले ही वह नियंत्रण की स्थिति न ले।

 

SMBC ने मई में यस बैंक में 20% हिस्सेदारी खरीदी थी:

 

मई 2025 में जापान की प्रमुख बैंकिंग कंपनी Sumitomo Mitsui Banking Corporation (SMBC) ने यस बैंक में 20% हिस्सेदारी खरीदी, जिसकी कुल कीमत 13,483 करोड़ रुपए थी। यह भारतीय बैंकिंग सेक्टर में किसी विदेशी निवेश की सबसे बड़ी डील्स में से एक मानी जा रही है।

 

इस 20% हिस्सेदारी में से 13% से अधिक हिस्सा State Bank of India (SBI) का था, जबकि बाकी 7% हिस्सा अन्य भारतीय बैंकों के पास था, जिनमें एक्सिस बैंक, बंधन बैंक, फेडरल बैंक, HDFC बैंक, ICICI बैंक, IDFC फर्स्ट बैंक और कोटक महिंद्रा बैंक शामिल हैं।

 

ये बैंक 2020 में सरकार के नेतृत्व वाले यस बैंक रिकंस्ट्रक्शन प्लान के तहत 10 रुपए प्रति शेयर की कीमत पर हिस्सेदारी खरीदे थे। इस तरह SMBC का निवेश उस पुनर्निर्माण प्रक्रिया के बाद यस बैंक में विदेशी निवेश का सबसे बड़ा कदम साबित हुआ।

 

यस बैंक का शेयर 3.37% गिरकर 22.34 रुपए पर बंद:

 

यस बैंक का शेयर शुक्रवार को 3.37% की गिरावट के साथ 22.34 रुपए पर बंद हुआ।

  • बीते एक महीने में: शेयर में 5% की बढ़ोतरी हुई।
  • पिछले छह महीने में: शेयर 22% ऊपर गया।
  • एक साल में: शेयर ने 6% की तेजी दर्ज की।
  • मार्केट कैप: 69,450 करोड़ रुपए।

 

यस बैंक का तिमाही शुद्ध लाभ 18.3% बढ़कर 654 करोड़ रुपये हुआ:

 

यस बैंक ने चालू वित्त वर्ष की जुलाई-सितंबर तिमाही में शुद्ध लाभ 654 करोड़ रुपये दर्ज किया, जो पिछली वर्ष की समान तिमाही के 553 करोड़ रुपये की तुलना में 18.3 प्रतिशत अधिक है।

 

बैंक के अनुसार, इस लाभ में गैर-प्रमुख आय (Non-Core Income) में वृद्धि का महत्वपूर्ण योगदान रहा। साथ ही, ऋण पुस्तिका में 6.4 प्रतिशत की बढ़ोतरी और शुद्ध ब्याज मुनाफे में 0.10 प्रतिशत विस्तार के कारण कोर शुद्ध ब्याज आय में 4.6 प्रतिशत की वृद्धि हुई है।

 

Yes Bank के बारे में-

 

Yes Bank एक भारतीय निजी क्षेत्र का बैंक है, जिसका मुख्यालय मुंबई में स्थित है। यह बैंक रीटेल, MSME, कॉर्पोरेट बैंकिंग और डिजिटल समाधान सहित व्यापक उत्पाद और सेवाएँ प्रदान करता है।

 

मुख्य पहलू:

 

  • सेवाएँ: बैंक बैंकिंग, वेल्थ मैनेजमेंट, डिजिटल पेमेंट सॉल्यूशंस सहित विविध सेवाएँ उपलब्ध कराता है।
  • ग्राहक वर्ग: बैंक की सेवा रीटेल, माइक्रो, स्मॉल और मीडियम एंटरप्राइजेज (MSME) और कॉर्पोरेट ग्राहकों तक फैली हुई है।
  • डिजिटल फोकस: Yes Bank डिजिटल बैंकिंग पर विशेष ध्यान देता है और UPI लेनदेन में महत्वपूर्ण बाजार हिस्सेदारी रखता है।
  • संरचना: बैंक अपनी इन्वेस्टमेंट बैंकिंग, मर्चेंट बैंकिंग और ब्रोकरेज सेवाओं को Yes Securities नामक पूरी तरह से स्वामित्व वाली सहायक कंपनी के माध्यम से संचालित करता है।
  • मुख्यालय और उपस्थिति: मुख्यालय मुंबई में है, साथ ही GIFT सिटी में इंटरनेशनल बैंकिंग यूनिट (IBU) और अबू धाबी में प्रतिनिधि कार्यालय है।
  • कॉर्पोरेट इतिहास: बैंक की स्थापना 2004  में हुई थी और इसके शेयर 2005 में स्टॉक एक्सचेंज पर सूचीबद्ध किए गए।

 

यस बैंक: बैंकिंग और वित्तीय सेवाओं का एक प्रमुख प्रदाता

 

यस बैंक भारत में बैंकिंग और वित्तीय सेवाओं का एक प्रमुख प्रदाता है। बैंक की 1,200 से अधिक ब्रांच और 1,300+ ATM के माध्यम से देशव्यापी सेवा पहुंच है, साथ ही इसकी 710 से ज्यादा देशों में उपस्थिति है। बैंक के पास 8.2 मिलियन (82 लाख) से अधिक ग्राहक हैं, जो इसे देश के बड़े निजी क्षेत्र के बैंकों में से एक बनाते हैं।

यस बैंक की स्थापना राणा कपूर ने 2004 में की थी। वर्तमान में बैंक का नेतृत्व प्रशांत कुमार, जो मैनेजिंग डायरेक्टर और CEO हैं, संभाल रहे हैं। अपने व्यापक नेटवर्क और डिजिटल-सक्षम सेवाओं के माध्यम से यस बैंक ग्राहकों को व्यापक बैंकिंग और वित्तीय समाधान प्रदान करता है।

 

निष्कर्ष:

Yes Bank के शेयर में गिरावट का मुख्य कारण SMBC द्वारा हिस्सेदारी 25% से अधिक न बढ़ाने की घोषणा है। निवेशकों को उम्मीद थी कि SMBC अपने निवेश को बढ़ाकर बैंक पर नियंत्रण या अधिग्रहण की दिशा में कदम बढ़ा सकता है। इस संभावना के खत्म होने के बाद शेयरधारकों में निराशा और मुनाफावसूली देखी गई, जिससे शेयर की कीमत में कमी आई।

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