अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की स्वीकृति दर (Approval Rating) उनके दूसरे कार्यकाल में अब तक के सबसे निचले स्तर पर पहुंच गई है। सोमवार को जारी एक नए CNN सर्वेक्षण के अनुसार, ट्रंप की लोकप्रियता घटकर केवल 37% रह गई है, जो उनके दूसरे कार्यकाल में CNN के किसी भी सर्वे में सबसे कम आंकड़ा है। वहीं, 63% अमेरिकियों ने उनके प्रति असंतोष व्यक्त किया, जो दोनों कार्यकालों में सबसे अधिक है।
यह सर्वे CNN और SSRS द्वारा किया गया था। जुलाई में किए गए पिछले सर्वे की तुलना में ट्रंप की रेटिंग में 5 प्रतिशत अंकों की गिरावट दर्ज की गई है, जब उनकी स्वीकृति दर 42% और अस्वीकृति दर 58% थी। यह सर्वेक्षण 27 से 30 अक्टूबर के बीच 1,245 वयस्कों पर किया गया था।
सर्वेक्षण के मुख्य आँकड़े:
सर्वेक्षण से यह भी पता चला कि अमेरिकी नागरिक देश की मौजूदा स्थिति, अर्थव्यवस्था और ट्रंप की नीतियों से काफी असंतुष्ट हैं।
- 68% लोगों का मानना है कि अमेरिका में चीजें गलत दिशा में जा रही हैं।
- 72% का मानना है कि अर्थव्यवस्था की स्थिति खराब है।
- 61% का कहना है कि ट्रंप की नीतियों ने आर्थिक हालात को और बिगाड़ दिया है।
विभिन्न मुद्दों पर ट्रंप की नीतियों पर जनता की राय:
- विदेश नीति: 56% लोगों का मानना है कि ट्रंप की नीतियों से अमेरिका की वैश्विक छवि को नुकसान हुआ है, जबकि केवल 31% का मानना है कि इससे देश को लाभ हुआ।
- राष्ट्रपति पद की शक्ति: 61% का कहना है कि ट्रंप ने राष्ट्रपति पद की शक्तियों का “अत्यधिक” उपयोग किया है।
- प्रवासन और निर्वासन: 57% अमेरिकियों का मानना है कि ट्रंप ने अवैध प्रवासियों को देश से निकालने में “बहुत अधिक” कदम उठाए हैं।
अमेरिका में मध्यावधि चुनाव से पहले CNN सर्वे के नतीजे:
अगले साल होने वाले अमेरिकी मध्यावधि (Midterm) चुनावों से पहले जारी CNN सर्वे में डेमोक्रेटिक पार्टी को बढ़त मिली है।
सर्वे के अनुसार, अगर आज चुनाव होते, तो –
- 47% मतदाताडेमोक्रेटिक उम्मीदवार को वोट देते।
- 42% मतदातारिपब्लिकन उम्मीदवार को वोट देते।
सर्वे में यह भी पता चला कि 42% लोग रिपब्लिकन पार्टी को वोट नहीं देना चाहते। जबकि डेमोक्रेटिक पार्टी के प्रति असंतोष सिर्फ 35% लोगों में है। मतलब, डेमोक्रेटिक पार्टी को फिलहाल रिपब्लिकन पार्टी पर शुरुआती बढ़त मिली हुई है।
ट्रंप के खिलाफ जनमत स्पष्ट:
सर्वे के अनुसार, 41% मतदाताओं ने कहा कि उनका संसदीय वोट ट्रंप के विरोध को दर्शाएगा, जबकि केवल 21% ने कहा कि उनका वोट ट्रंप के समर्थन का संकेत होगा। स्वतंत्र मतदाताओं में डेमोक्रेट्स को 44% समर्थन, रिपब्लिकन को 31%, और 19% ने किसी भी पक्ष का समर्थन न करने की बात कही।
मतदान के प्रति उत्साह में भी डेमोक्रेट्स आगे:
मतदान को लेकर डेमोक्रेट समर्थक मतदाता रिपब्लिकन की तुलना में अधिक उत्साहित दिखे। 67% डेमोक्रेट या डेमोक्रेटिक झुकाव वाले मतदाता ने कहा कि वे अगले साल वोट डालने के लिए “बेहद प्रेरित” हैं, जबकि रिपब्लिकन समर्थकों में यह आंकड़ा 46% है।
डेमोक्रेटिक आधार में जो लोग लोकतंत्र की स्थिति को लेकर चिंतित हैं, उनमें मतदान की प्रतिबद्धता सबसे अधिक है- 82% ने कहा कि वे निश्चित रूप से वोट देंगे। वहीं, जिनके लिए अर्थव्यवस्था सबसे अहम मुद्दा है, उनमें 57% ने ऐसा कहा।
पार्टी छवि के बावजूद समर्थन कायम:
सर्वे के अनुसार, केवल 65% डेमोक्रेट समर्थक अपनी पार्टी के प्रति सकारात्मक दृष्टिकोण रखते हैं, जबकि 80% रिपब्लिकन अपनी पार्टी को लेकर संतुष्ट हैं। इसके बावजूद, डेमोक्रेट्स के प्रति नकारात्मक राय रखने वाले 93% मतदाता भी अपने जिले में डेमोक्रेटिक उम्मीदवार को वोट देने की योजना बना रहे हैं, और 71% ने कहा कि वे मतदान के लिए प्रेरित हैं।
कुल मिलाकर, अगले साल के चुनावों में “बेहद या बहुत अधिक प्रेरित” मतदाताओं में डेमोक्रेट्स को 12 प्रतिशत अंकों की बढ़त हासिल है।
ट्रम्प की कम लोकप्रियता के प्रमुख कारण:
- आर्थिक चिंताएँ–
- मंहगाई और ज़रूरी वस्तुओं के दाम: रोज़मर्रा की चीज़ों की बढ़ती कीमतों से अमेरिकी जनता परेशान है।
- टैरिफ़ नीति: सरकार द्वारा लगाए गए आयात शुल्क से घरेलू अर्थव्यवस्था पर नकारात्मक असर पड़ा है और उपभोक्ता विश्वास में गिरावट आई है।
- आर्थिक प्रबंधन: ज़्यादातर लोग मानते हैं कि ट्रम्प की आर्थिक नीतियों से उन्हें व्यक्तिगत रूप से कोई लाभ नहीं मिला है।
- आप्रवासन नीति: कुछ लोग ट्रम्प की आप्रवासन संबंधी नीतियों के उद्देश्यों का समर्थन करते हैं, लेकिन उनके कड़े और आक्रामक तरीकों की आलोचना की जाती है। इसके कारण कुछ समुदायों में असंतोष बढ़ा है।
- राजनीतिक ध्रुवीकरण–
- ट्रम्प को रिपब्लिकन समर्थकों में 80% से अधिक समर्थन प्राप्त है।
- लेकिन डेमोक्रेट और स्वतंत्र मतदाताओं में उनका समर्थन बहुत कम है।
- यह राजनीतिक विभाजन उनकी कुल लोकप्रियता को घटा देता है।
- विशिष्ट घटनाएँ और नीतियाँ–
- सरकारी शटडाउन: सरकार के लंबे समय तक बंद रहने से लोगों में नकारात्मक धारणा बनी।
- संचार शैली: ट्रम्प की सोशल मीडिया पर आक्रामक भाषा और व्यवहार को लेकर कई समर्थक भी असहज महसूस करते हैं।
अमेरिका में महंगाई दर 3% पर पहुंची, जनवरी के बाद पहली बार बढ़ोतरी:
अमेरिका में उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (CPI) के आधार पर वार्षिक महंगाई दर सितंबर में 3% दर्ज की गई, जो जनवरी के बाद पहली बार इस स्तर पर पहुंची है। अमेरिकी श्रम विभाग के अनुसार, यह दर अगस्त के 2.9% से अधिक रही, हालांकि विश्लेषकों की 3.1% की अनुमानित वृद्धि से कम रही।
विश्लेषकों ने पहले ही चेतावनी दी थी कि नए व्यापारिक टैरिफ से महंगाई पर दबाव बढ़ सकता है। फिर भी, मौजूदा आंकड़े उम्मीद से हल्के रहे, जिससे बाजार को कुछ राहत मिली। यह रिपोर्ट उस समय आई है जब अमेरिकी सरकार हाल ही में शटडाउन के बाद अपना पहला आधिकारिक आर्थिक डेटा जारी कर रही है।
निष्कर्ष:
डोनाल्ड ट्रम्प के पास एक मज़बूत समर्थक वर्ग है, परंतु उनकी लोकप्रियता को आर्थिक चुनौतियाँ, विवादित नीतियाँ और तीखी व्यक्तिगत शैली लगातार प्रभावित कर रही हैं। जनता में मंहगाई, टैरिफ़ नीति और आप्रवासन के तरीकों को लेकर असंतोष बढ़ा है, जिससे उनकी समग्र स्वीकृति दर कम बनी हुई है।
